सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?

child birth

सिजेरियन डिलीवरी एक महत्वपूर्ण सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें माँ के पेट की परतों को काटकर शिशु को बाहर निकाला जाता है। इस ऑपरेशन के पश्चात्, माँ के शरीर को पूरी तरह से स्वस्थ होने में समय लगता है। आमतौर पर, सर्जरी के बाद के 6 महीनों में शरीर पूर्ण रूप से रिकवर होता है। शुरुआती दिनों में कुछ विशेष बातों का ख्याल रखकर, माँ अपनी रिकवरी प्रक्रिया को गति दे सकती हैं।

यहाँ, हम उन खाद्य पदार्थों के बारे में जानकारी दे रहे हैं जिन्हें सी -सेक्शन डिलीवरी के बाद खाने से बचना चाहिए। सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिलाओं  लिए अपने आहार में परिवर्तन करना महत्वपूर्ण है ताकि तेजी से रिकवरी को बढ़ावा दिया जा सके और बच्चे के लिए पोषण प्रदान किया जा सके।

सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या नहीं खाना चाहिए | What to eat after cesarean delivery

सिजेरियन डिलीवरी के पश्चात (after c section) महिलाओं के लिए अपने आहार में विविध परिवर्तन करना आवश्यक होता है। इस दौरान जहां उन्हें अपने खाने में पोषण से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करने की जरूरत होती है, वहीं कुछ विशेष खाद्य पदार्थों का सेवन करने से भी उन्हें परहेज करना पड़ता है। चलिए जानते हैं सिजेरियन  डिलीवरी के बाद महिलाओं को कौन से खाद्य पदार्थ नहीं खाने चाहिए।

1) गैस बनाने वाली चीजें

Food

सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिलाओं को गैस बनाने वाले खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए, क्योंकि ये पेट फूलने की समस्या को बढ़ा सकते हैं। बीन्स, गोभी, ब्रोकोली, और अन्य क्रूसिफेरस सब्जियां जैसे कि बैंगन, छोले, मूली, अरबी, भिंडी, मटर, राजमा,बेसन,अचार और चावल खाने से समस्याएं हो सकती हैं।

 इन खाद्य पदार्थों का सेवन करने से पेट में गैस बनती है, जो न सिर्फ असुविधाजनक होती है बल्कि टांकों के लिए भी अच्छा नहीं माना जाता। इसलिए, रिकवरी की इस अवधि में इन खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट से बाहर रखना बेहतर होता है ताकि पेट को आराम और स्वस्थ रखा जा सके।

2) फास्ट फूड

Fast Food

डिलीवरी के बाद की अवधि में आहार का सही चयन करना अति महत्वपूर्ण होता है, खासकर जब सी सेक्शन डिलीवरी की बात आती है। इस समय में, फास्ट फूड और जंक फूड जैसे पोषण में कम और वजन बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों को खाने से बचना चाहिए। ये खाद्य पदार्थ न सिर्फ पाचन समस्याएं जैसे कि गैस और सूजन उत्पन्न कर सकते हैं बल्कि इनमें मौजूद ट्रांस वसा भी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकते हैं।

ऐसे समय में, चीजों से परहेज करके और स्वस्थ आहार को अपनाकर महिलाएं अपनी और अपने बच्चे की सेहत का ख्याल रख सकती हैं। इसलिए, स्वस्थ विकल्पों को चुनना और अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों से दूरी बनाना समझदारी भरा कदम है।

3) घी 

Ghee

हम सभी जानते हैं कि घी को पौष्टिक आहार के रूप में माना जाता है, लेकिन सिजेरियन (सी-सेक्शन ) डिलीवरी के बाद महिलाओं को करीब एक महीने तक घी का सेवन न करने की सलाह दी जाती है। इस समय में महिला का शरीर घी को पचाने में सक्षम नहीं होता।

इसके अलावा ज्यादा घी से बनी  चीज़ो को भी खाने से बचें क्योंकि इस दौरान घी खाने से मोटापा और कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का रिस्क भी बढ़ जाता है, विशेषकर जब महिला फिजिकल वर्कआउट करने में असमर्थ होती है। इसलिए, परेशानी हो सकती है। इस समयावधि में घी से परहेज करना बेहतर होता है।

4) मसालेदार फूड

Spicy Food

सिजेरियन ऑपरेशन के बाद महिलाओं को मसालेदार खाने से बचना चाहिए क्योंकि यह पाचन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इस समयावधि में, महिलाओं को अपच और एसिडिटी जैसी पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती है। इसके अलावा, मसालेदार खाना खाने से बच्चे के स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ता है।

इसलिए, भोजन में ऐसी चीजों का सेवन न करने से रिकवरी प्रक्रिया आरामदायक और बिना किसी असुविधा के संपन्न हो सकती है, साथ ही बच्चा भी स्वस्थ रहता है।

5) कोल्ड ड्रिंक

Cold Drink

नई माताओं के लिए हाइड्रेटेड रहना अत्यंत महत्वपूर्ण है, परंतु सिजेरियन डिलीवरी के बाद डाइट में ठंडी चीजों के सेवन से परहेज करना चाहिए। खासकर, कृत्रिम स्वाद और अधिक चीनी वाले कोल्ड ड्रिंक से, क्योंकि ये निर्जलीकरण की समस्या उत्पन्न कर सकते हैं।

 इनका सेवन स्तनपान के दौरान दूध के उत्पादन पर भी असर डाल सकता है। इसलिए, गर्म पेय और पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, उचित हाइड्रेशन और दूध उत्पादन को बेहतर बना सकता है।

6) कैफीन युक्त पेय

Caffeine

कॉफी और चाय जैसे कैफीन युक्त पेयों का सेवन सीमित करना बेहतर होता है। कैफीन का अधिक सेवन न सिर्फ मां की नींद के पैटर्न को प्रभावित कर सकता है बल्कि यह बच्चे के लिए भी हानिकारक हो सकता है, खासकर अगर मां स्तनपान करा रही हो तब। कैफीन शरीर में जाकर नींद को दूर करने वाले हार्मोनों को सक्रिय करती है, जिससे मां को आराम और अच्छी नींद लेने में समस्या हो सकती है।

साथ ही, स्तनपान के दौरान कैफीन का सेवन करने से यह मां के दूध के माध्यम से बच्चे तक पहुँच सकती है, जिससे बच्चे में चिड़चिड़ापन या नींद न आने की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इसलिए, हार्मोन सामान्य स्थिति में आ ने तक और बच्चे की सेहत को सुरक्षित रखने के लिए, चाय कॉफी का कम इस्तेमाल करे।

7) प्रोसेस्ड फूड और शुगर फूड

Processed Food

मां और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए यह आवश्यक है कि सिजेरियन डिलीवरी के बाद शुगर युक्त खाद्य पदार्थों जैसे कि कुकीज़, कैंडी और प्रोसेस्ड फूड जैसे कि पैकेज्ड स्नैक्स, और रेडी-टू-ईट मील्स से दूर रहें। ये खाद्य पदार्थ अधिक सोडियम, वसा, और कैलोरी से भरे होते हैं,

 जो न केवल वजन बढ़ाने में योगदान देते हैं बल्कि कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ा सकते हैं और महिलाओं के शरीर के हार्मोन को असंतुलित कर सकते हैं। ऐसा खाना रिकवरी की अवधि में अनावश्यक स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। चीजों का सेवन न करने से न केवल रिकवरी सुगम होती है बल्कि मां और बच्चे दोनों का स्वास्थ्य भी बेहतर बनता है।

8) अल्कोहल

Alcohol

सिजेरियन डिलीवरी के बाद, महिलाओं को अपना विशेष ध्यान रखने की जरूरत होती है, और इसमें अल्कोहल का सेवन न करना भी शामिल है। अल्कोहल हाइड्रेशन को प्रभावित कर सकता है, जिससे शरीर की पानी की जरूरत पूरी नहीं हो पाती और निर्जलीकरण की समस्या हो सकती है।

यह न केवल मां के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है बल्कि दूध पीने वाले बच्चे के लिए भी असुरक्षित हो सकता है क्योंकि अल्कोहल के तत्व मां के दूध के माध्यम से बच्चे तक पहुँच सकते हैं। इसके अलावा, अल्कोहल से रिकवरी में देरी हो सकती है क्योंकि यह शरीर के स्वस्थ होने की प्रक्रिया को धीमा कर देता है।

9) ठंडा खाना और बर्फीले पेय

Cold Drinks

सी-सेक्‍शन डिलीवरी के उपरांत,  ठंडे आहार या पेय पदार्थों का सेवन शामिल नहीं करना चाहिए । ठंडा भोजन या ठंडा पानी पीने से मां के शरीर में रक्त संचार प्रभावित हो सकता है, जिससे रिकवरी में देरी हो सकती है। इसके अलावा, ऐसे आहार इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकते हैं, जिससे मां को जुकाम या खांसी की समस्या हो सकती है।

 खांसी या छींक आने पर सर्जरी के घाव पर अतिरिक्त दबाव पड़ने से दर्द महसूस हो सकता है। सिजेरियन डिलीवरी के बाद के समय महिलाओं को ठंडी चीजों से दूर रहना चाहिए और गर्म खाद्य पदार्थों तथा पेयों को प्राथमिकता देनी चाहिए, ताकि रिकवरी की प्रक्रिया बिना किसी व्यवधान के आगे बढ़ सके।

सिजेरियन डिलीवरी के बाद क्या खाना चाहिए | Foods to avoid after cesarean delivery in hindi

महिलाओं को क्या नहीं खाना चाहिए  जानने के बाद जानिए  किन चीजों आपको अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। आइए पढ़ें आगे:

1) हाई प्रोटीन फूड: 

Food

सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिलाओं के लिए अपनी डाइट में हाई प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थ चीजों को शामिल करना चाहिए बहुत जरूरी होता है। प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि चिकन, फिश, दालें, अंडे, और पनीर न केवल शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान करते हैं बल्कि घावों को जल्दी भरने और मांसपेशियों की मरम्मत में भी मदद करते हैं।

ये खाद्य पदार्थ शरीर की रिकवरी प्रक्रिया को तेज करते हैं और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक होते हैं।

2) फाइबर युक्त आहार: 

Food

सिजेरियन डिलीवरी के बाद, महिलाओं का सामना कई प्रकार की पाचन समस्याओं से हो सकता है, जिनमें से कब्ज एक आम समस्या है। ऐसे में, फाइबर युक्त आहार न सिर्फ आवश्यक होता है बल्कि इससे बहुत फायदा भी होता है। फाइबर आहार पाचन तंत्र को सही रखने में मदद करता है, मल को मुलायम बनाकर कब्ज की समस्या को कम करता है।

फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों में ताजे फल जैसे कि सेब, केला, नाशपाती, और बेरीज़ शामिल हैं। सब्जियाँ जैसे कि ब्रोकोली, पालक, गाजर, और फलियाँ भी फाइबर के अच्छे स्रोत हैं। इसके अलावा, पूरे अनाज जैसे कि ओट्स, क्विनोआ, और ब्राउन राइस भी फाइबर से भरपूर होते हैं और पाचन को सुधारने में मदद करते हैं।

3) आयरन युक्त आहार: 

Food

सिजेरियन डिलीवरी के बाद, महिलाओं के शरीर में आयरन की मात्रा में कमी आ सकती है, खासकर अगर डिलीवरी के दौरान खून का नुकसान हुआ हो। आयरन एक महत्वपूर्ण खनिज है जो शरीर में हीमोग्लोबिन के निर्माण में मदद करता है, जो ऑक्सीजन को हमारे शरीर के विभिन्न हिस्सों में पहुँचाता है। इसलिए, रिकवरी के दौरान महिलाओं को अपनी डाइट में आयरन युक्त आहार शामिल करना चाहिए।

आयरन युक्त खाद्य पदार्थों में पालक, मेथी, और अन्य हरी सब्जियां शामिल हैं, जो वेजिटेरियन स्रोतों से आयरन प्राप्त करने का एक उत्तम तरीका हैं। इसके अलावा, लाल मांस, चिकन, और मछली जैसे नॉन-वेजिटेरियन खाद्य पदार्थ भी आयरन के अच्छे स्रोत हैं। दालें और फलियां, खासकर काली दाल और चना, भी आयरन से भरपूर होते हैं।

4) कैल्शियम युक्त आहार:

Milk

कैल्शियम का नियमित सेवन सिजेरियन डिलीवरी के बाद माँ के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी होता है। यह न सिर्फ माँ की हड्डियों को मजबूत बनाता है, बल्कि स्तनपान कराने वाली माँ के लिए भी लाभदायक होता है। इससे सुनिश्चित होता है कि बच्चे को भी पर्याप्त कैल्शियम मिल रहा है, जो उनके विकास और हड्डियों के मजबूती के लिए आवश्यक है।

इसलिए,  बड़े बुज़ुर्गो द्वारा अक्सर दूध, दही, और बाजरा जैसे कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थ खाने की सलाह दी जाती है दूध और दही न केवल कैल्शियम के समृद्ध स्रोत हैं, बल्कि इनमें प्रोटीन और विटामिन D भी होते हैं, जो कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ावा देते हैं। बाजरा जैसे अनाज भी कैल्शियम से भरपूर होते हैं और ये ग्लूटेन-फ्री भी होते हैं, जो उन्हें पाचन के लिहाज से भी एक बेहतर विकल्प बनाते हैं। 

5) विटामिन C युक्त आहार:

Vitamin C

सिजेरियन डिलीवरी के बाद, महिलाओं के शरीर को घावों की हीलिंग और इम्यून सिस्टम को मजबूती प्रदान करने के लिए विटामिन C से भरपूर चीजें खानी चाहिए जैसे नीबू, ब्रोकोली, शिमला मिर्च ,स्ट्रॉबेरी,कीवी, पपीता, तरबूज,आंवला और संतरा के अलावा, कई अन्य फल और सब्जियां भी हैं जो विटामिन C का अच्छा स्रोत हैं और रिकवरी में मदद कर सकते हैं।

इसलिए, सिजेरियन डिलीवरी के बाद की रिकवरी के दौरान, चीजों को डाइट में शामिल करना अच्छा होता है यह न सिर्फ शरीर की रिकवरी को तेज करेगा बल्कि आपको एक स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली की ओर भी ले जाएगा।

6) पानी और हाइड्रेटिंग लिक्विड्स:

coconut water

सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिलाओं की सेहत के लिए उनके शरीर को अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रखना अति महत्वपूर्ण होता है। पानी शरीर के हर कोशिका और अंग के सही कामकाज में मददगार होता है। सही मात्रा में पानी पीने से हाइड्रेशन बना रहता है और शरीर से हानिकारक पदार्थ भी बाहर निकलते हैं। सिजेरियन डिलीवरी के बाद रिकवरी  तेज करने के लिए ये फायदेमंद हो सकता है।

 इस दौरान, नारियल पानी, अजवाइन का पानी, मेथी का पानी, और सौंफ का पानी जैसे पेय पदार्थ भी हाइड्रेशन में बेहद सहायक होते हैं और इनसे पाचन में भी सुधार होता है।इसके अलावा फलों के जूस भी हाइड्रेशन के साथ-साथ विटामिन्स और एंटीऑक्सिडेंट्स का एक अच्छा स्रोत हैं। ताजा फलों के जूस पीने से शरीर को तत्काल ऊर्जा मिलती है और साथ ही, ये पेय रिकवरी के दौरान शरीर को आवश्यक पोषण भी प्रदान करते हैं। 

हालांकि, फलों के जूस का सेवन करते समय इस बात का ध्यान रखें कि वे अधिक मात्रा में चीनी नहीं होनी चाहिए, इसलिए ताजा निचोड़े गए जूस को प्राथमिकता देना बेहतर होता है।

सावधानियां

क्या खाएं और क्या ना खाएं के अलावा कुछ और चीज़े भी है जो जल्दी रिकवरी में मदद कर सकती है:

आहार विशेषज्ञ से सलाह लें, डाइट प्लान बनवाएं: रिकवरी की प्रक्रिया में सही आहार जरूर खाएं क्युकी इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। आहार विशेषज्ञ आपकी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति, पोषण की जरूरतों और स्तनपान कराने की स्थिति के आधार पर एक व्यक्तिगत डाइट प्लान बना सकते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि आपको और आपके बच्चे को आवश्यक पोषण मिल रहा है।

पर्याप्त आराम करें: सिजेरियन डिलीवरी एक महत्वपूर्ण सर्जिकल प्रक्रिया है, और शरीर को ठीक होने में समय लगता है। दिन भर में जब भी संभव हो, आराम करें और रात में पूरी नींद लें।

शारीरिक गतिविधि, डॉक्टर की एडवाइस पर: शारीरिक गतिविधियां रक्त संचार को बढ़ावा देती हैं और रिकवरी को तेज करती हैं। हालांकि, शुरुआत में हल्की गतिविधियों जैसे कि धीरे-धीरे चलना शुरू करें और डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही किसी भी व्यायाम को अपनाएं।

स्तनपान के दौरान देखभाल: स्तनपान न केवल बच्चे के लिए बल्कि माँ के लिए भी लाभदायक होता है। सही मुद्रा में स्तनपान कराएं और यदि कोई समस्या आती है, तो लैक्टेशन एक्सपर्ट से सलाह लें।

ढीले कपड़े पहनें: सिजेरियन डिलीवरी के बाद, घाव पर दबाव न डालने के लिए ढीले और आरामदायक कपड़े पहनना चाहिए। इससे हवा का संचार अच्छा रहता है और घाव जल्दी ठीक होता है।

निष्कर्ष

लापरवाही की वजह से सिजेरियन डिलीवरी में कभी-कभी टांके पक जाते हैं, ऐसी दिक्कतों से बचने के लिए आपको जल्दी रिकवर होना बहुत जरूरी है। ये आपकी और आपके बच्चे दोनों की सेहत का सवाल है। इसलिए अपनी डाइट में बदलाव करके वही खाद्य पदार्थ खाने चाहिए जो आपकी रिकवरी में मदद करे और वह खाने से भी बचना चाहिए जो आपको नुकसान पहुंचा सकता है।

इसके अलावा, सावधानियों को भी ध्यान रखकर आप अपनी तकलीफ को कम कर सकते हैं। वैसे तो डिलीवरी, सिजेरियन हो या नॉर्मल, थोड़ी परेशानी तो होती है, लेकिन आपके बच्चे की एक मुस्कान आपका दर्द कम कर देती है।

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