महिलाओं के लिए शिलाजीत के फायदे!
क्या आप जानते हैं कि शिलाजीत, जो सदियों से पुरुषों के लिए एक रामबाण औषधि के रूप में जानी जाती है, वह महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए भी उतनी ही कारगर है? हां, यह सच है! आज हम बात करेंगे ‘महिलाओं के लिए शिलाजीत के फायदे\’ पर, जो आपको न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करेगा बल्कि आपके मानसिक और भावनात्मक संतुलन में भी योगदान देगा।
तो, आइए जानें कि कैसे शिलाजीत आपके जीवन में एक सकारात्मक बदलाव ला सकती है।
शिलाजीत | Shilajeet
शिलाजीत का रंग काला और चिपचिपा होता है। इसकी प्रकृति गर्म होती है, स्वाद कड़वा या कसेला होता है और इसमें 80 से ज्यादा खनिज और सूक्ष्म तत्व होते हैं, जैसे कि आयरन, कैल्शियम, जिंक, मैग्नीशियम, पोटैशियम आदि। इसके अलावा, शिलाजीत में फुल्विक एसिड, ह्यूमिक एसिड, और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। शिलाजीत को पाउडर, टैबलेट, या कैप्सूल के रूप में सेवन किया जा सकता है। महिलाएं भी शिलाजीत सेवन कर सकती हैं।
महिलाओं के लिए शिलाजीत के फायदे | Shilajit benefits for women
शिलाजीत काफी फायदेमंद माना जाता है महिलाओं के लिए (shilajit for women) यह शारीरिक समस्याओं को दूर करने और मानसिक स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद करता है, जानिए कैसे:
1) अनियमित पीरियड्स का समाधान
हर महीने महिलाओं को पीरियड्स आते हैं, लेकिन जब ये पीरियड्स इररेगूलर हो जाते हैं, तो यह परेशानी का कारण बन सकता है।क्योंकि अनियमित मासिक धर्म कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं की ओर इशारा करता है इसके मुख्य कारण हैं – खराब जीवनशैली, तनाव, और वजन में उतार-चढ़ाव। ये सभी बातें हार्मोनों में असंतुलन पैदा करती हैं, जिससे महिलाओं का मासिक चक्र बिगड़ जाता है।
अच्छी बात यह है कि शिलाजीत, जो एक प्राकृतिक औषधि है, इसमें आयरन, कैल्शियम, जिंक, और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो महिलाओं के प्रजनन हार्मोनों को संतुलित करने में मदद करते हैं। इसके सेवन से हार्मोनों में संतुलन आता है, जिससे माहवारी का चक्र नियमित होता है और मासिक धर्म के समय होने वाली परेशानियों और दर्द से भी राहत मिलती है।
2) लंबे समय तक रखे जवान
हर किसी की ख्वाहिश होती है कि वे ज्यादा समय तक युवा और स्वस्थ बने रहें, खासतौर पर महिलाएं। भले ही हम उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को रोक नहीं सकते, परंतु उसके प्रभावों को धीमा अवश्य कर सकते हैं। इसमें सहायक है उचित आहार और नैचुरल सप्लीमेंट्स जैसे कि शिलाजीत का सेवन, जो हमें लम्बे समय तक तंदुरुस्त और जवान बनाए रख सकता है।
एनसीबीआई के अनुसार किए गए शोध में यह पाया गया है कि शिलाजीत में फुल्विक एसिड और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो उम्र बढ़ने के प्रभावों को कम करने में बेहद प्रभावशाली हैं। फुल्विक एसिड शरीर में मुक्त कणों (free radicals) और कोशिकाओं की क्षति (cell damage) से लड़कर त्वचा को न केवल स्वस्थ बनाता है बल्कि उसे सुंदर और दमकता हुआ भी बनाता है। इसके अतिरिक्त, शिलाजीत में मौजूद फुल्विक एसिड, जिंक, मैग्नीशियम, और सल्फर बालों की गुणवत्ता को भी सुधारते हैं, उन्हें मुलायम, चमकदार और रेशमी बनाने में मदद करते हैं।
3) महिलाओं के लिए कामेच्छा बढ़ाने का घरेलू नुस्खा
अक्सर थकान और कमजोरी के कारण महिलाओं में सेक्स की इच्छा में कमी, यानी लिबिडो की समस्या बढ़ जाती है। शिलाजीत महिलाओं की सेक्स लाइफ में भी सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इसमें मौजूद खनिज और अन्य पोषक तत्व न केवल शारीरिक ऊर्जा और उत्साह बढ़ाते हैं, बल्कि हार्मोनल संतुलन में भी मदद करते हैं। ये गुण महिलाओं की सेक्सुअल हेल्थ को बेहतर बना सकते हैं और उन्हें अधिक संतुष्टि प्रदान कर सकते हैं।
शिलाजीत के सेवन से शरीर के प्रजनन अंगों में रक्त का प्रवाह(blood flow) बेहतर हो सकता है, जिससे यौन इच्छा यानि लिबिडो में वृद्धि होने में सहायता मिल सकती है। इसके अलावा, यह मानसिक तनाव और चिंता को कम करके यौन जीवन में अधिक आराम और आनंद प्रदान कर सकता है इसलिए अपनी मैरिड लाइफ बेहतर करने के लिए महिलाओं को शिलाजीत का सेवन करना चाहिए।
4) हीमोग्लोबिन लेवल बढ़ाये
जब हम आयरन की कमी वाले आहार का सेवन करते हैं, तो खून की कमी यानी एनीमिया होने का खतरा बढ़ जाता है। महिलाओं में यह समस्या विशेष रूप से अधिक होती है, क्योंकि हर महीने पीरियड्स के दौरान और गर्भावस्था के समय उनके शरीर में आयरन की जरूरत बढ़ जाती है। इस स्थिति में शिलाजीत का सेवन एक उत्तम उपाय हो सकता है।
एशियन पेसेफिक जर्नल ऑफ टोपिकल बायोमेडिसिन” में प्रकाशित एक शोध, जो चूहों पर किया गया था, से यह पाया गया है कि शिलाजीत में बहुत अच्छी मात्रा में आयरन होता है। शिलाजीत में मिलने वाले फुल्विक एसिड और अन्य महत्वपूर्ण खनिज जैसे कि कैल्शियम, जिंक, और मैग्नीशियम, शरीर में खून बनाने में मदद करते हैं। शिलाजीत के नियमित सेवन से महिलाओं में आयरन की कमी पूरी होने साथ-साथ थकान, कमजोरी और अन्य लक्षणों में भी कमी आती है। कई अध्ययनों से यह बात सामने आई है कि शिलाजीत के इस्तेमाल से लाल रक्त कोशिकाओं (रेड ब्लड सेल्स) की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है।
इस प्रकार, शिलाजीत का नियमित सेवन महिलाओं के लिए न सिर्फ उनके मासिक धर्म और गर्भावस्था के समय की समस्याओं में लाभकारी हो सकता है, बल्कि यह उन्हें और अधिक ऊर्जावान और स्वस्थ भी बनाता है।
5) मेमोरी बूस्टर
आज की व्यस्त जीवनशैली में, याददाश्त में कमी एक आम समस्या बन गई है, खासकर महिलाओं में मेनोपॉज के बाद इसमें वृद्धि देखी गई है। ऐसे में, शिलाजीत का महत्व और भी बढ़ जाता है। शोध बताते हैं कि शिलाजीत में मौजूद फुल्विक एसिड याददाश्त में सुधार लाने में सहायक हो सकता है।
इसके अलावा दिमागी कार्यक्षमता को बढ़ाता है और स्मृति को मजबूत बनाता है। यह न केवल याददाश्त में सुधार करता है, बल्कि मानसिक थकान को कम करने और एकाग्रता बढ़ाने में भी मदद करता है। इसके अलावा, दिमाग के न्यूरोन्स को पोषण देने में सहायक होता है, जिससे मानसिक स्पष्टता (mental clarity)और तार्किक(logical) सोच में सुधार होता है।
6) एनर्जी और स्फूर्ति से भरपूर
महिलाएं अपने जीवन में एक साथ कई भूमिकाएं निभाती हैं – वे घर की देखभाल करती हैं, बच्चों की परवरिश करती हैं, और कई बार तो ऑफिस की जिम्मेदारियों को भी संभालती हैं। इन सभी कार्यों को बखूबी निभाने के लिए उन्हें अधिक एनर्जी और स्फूर्ति की जरूरत होती है। ऐसे में, शिलाजीत उनके लिए एक वरदान साबित हो सकता है। यह न केवल एक प्राकृतिक ऊर्जा बढ़ाने का काम करता है, बल्कि शरीर को आवश्यक पोषण भी प्रदान करता है।
शिलाजीत में मौजूद फुल्विक एसिड, खनिज, और अन्य पोषक तत्व महिलाओं को उनकी दैनिक गतिविधियों में जरूरी ऊर्जा प्रदान करते हैं। इसका नियमित सेवन करके महिलाएं न केवल शारीरिक रूप से सक्रिय रह सकती हैं, बल्कि उनका मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर रहता है। शिलाजीत का सेवन थकान को दूर करने, शरीर को तरोताजा रखने और समग्र स्वास्थ्य में सुधार लाने में मदद करता है।
7) माँ बनने का सौभाग्य
क्या आपको पता है कि शिलाजीत सिर्फ पुरुषों की प्रजनन क्षमता ही नहीं बढ़ाता, बल्कि महिलाओं में इंफर्टिलिटी की समस्या को भी दूर करता है?
शिलाजीत महिलाओं के प्रजनन संबंधी हार्मोन को संतुलित करने में मदद करता है। प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन जैसे हार्मोन्स मासिक चक्र को नियंत्रित करते हैं। इन हार्मोन को संतुलित करने से महिलाओं को नियमित रूप से पीरियड्स आते हैं। इसके अलावा, शिलाजीत प्रजनन अंगों में खून का प्रवाह (blood flow) और पोषण बढ़ाता है। साथ ही, यह शरीर से नुकसानदेह रसायनों और टोक्सिन को भी बाहर निकालता है, जिससे प्रजनन क्षमता में वृद्धि होती है।
इस तरह, शिलाजीत महिलाओं की रिप्रोडक्टिव हेल्थ, यानी प्रजनन क्षमता में सुधार करके माँ बनने का सौभाग्य प्रदान करती है।
8) बोन हेल्थ बढ़ाने में मददगार
30 वर्ष की आयु के बाद महिलाओं में हड्डियों की घनत्व (bone density) में कमी आमतौर पर देखी जाती है, जिसका कारण हार्मोनल परिवर्तन और कैल्शियम की कमी हो सकता है। उम्र बढ़ने के साथ बोन डेंसिटी में कमी आना एक natural process है, लेकिन इससे हड्डियों की कमजोरी और फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में, शिलाजीत का उपयोग बहुत फायदेमंद हो सकता है।
इसके अलावा शिलाजीत में पाए जाने वाले एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटी-आर्थराइटिक गुण जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न को कम करने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद मिनरल्स और अन्य पोषक तत्व हड्डियों और जोड़ों को मजबूती प्रदान करते हैं, जिससे आर्थराइटिस के लक्षणों में कमी आती है। यह शरीर से टॉक्सिन्स को निकालने और रक्त परिसंचरण (blood circulation) को सुधारने में भी सहायक है, जिससे जोड़ों की स्वास्थ्य में सुधार होता है। गठिया से पीड़ित महिलाओं शिलाजीत का सेवन करना चाहिए लेकिन डॉक्टर के सलाह पर।
9) वजन घटाने में सहायक
आज के फैशन वर्ल्ड में स्लिम और शेपड बॉडी का बहुत चलन है जिस के लिए आहार, योग और सप्लीमेंट तीनो का कॉम्बिनेशन बहुत मदद करता है। यह बात खासकर महिलाओं के लिए ज्यादा मायने रखती है, क्योंकि पुरुषों की तुलना में महिलाओं के शरीर में ज्यादा मोटापा देखने को मिलता है जो ना सिर्फ शरीर को नुकसान पहुंचाता है बल्कि ब्रेस्ट कैंसर,बीपी ,डायबिटीज जैसी बीमारी का खतरा भी बढ़ा देता है।
शिलाजीत एक प्राकृतिक सप्लीमेंट है जो शरीर की मेटाबोलिज़्म दर को बढ़ा सकता है, जिससे शरीर अधिक कैलोरी जला सकता है। इसके अलावा, यह ऊर्जा का स्तर बढ़ाता है, जिससे आप अधिक सक्रिय रह सकते हैं और व्यायाम या योगा के दौरान बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। शिलाजीत में मौजूद फुल्विक एसिड और अन्य खनिज शरीर की आंतरिक सफाई में भी मदद करते हैं, जो वजन घटाने में सहायक हो सकता है।
इसलिए, यदि आप स्वस्थ और प्राकृतिक तरीके से वजन कम करना चाहते हैं, तो शिलाजीत का इस्तेमाल आपके लिए एक अच्छा विकल्प के रूप में मदद कर सकता है।
शिलाजीत सेवन विधि | Shilajeet use in hindi
शिलाजीत का सेवन करने की विधि निम्नलिखित है:
1) मात्रा का निर्धारण: शिलाजीत की उचित मात्रा आमतौर पर लगभग 250 से 450 मिलीग्राम प्रतिदिन होती है। हालांकि, यह व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति और आवश्यकता पर निर्भर करता है।
2) शिलाजीत का सेवन: शिलाजीत को दूध या पानी में मिलाकर पिया जा सकता है। इसे गर्म पानी या दूध में घोलें और अच्छी तरह से मिलाएं। सर्वोत्तम परिणाम के लिए शिलाजीत आपको दूध में पीना चाहिए ।
3) सेवन का समय: शिलाजीत को सुबह या दोपहर के समय लेना उत्तम होता है। इसे खाली पेट लेने से बेहतर परिणाम मिल सकते हैं।
4) नियमितता: शिलाजीत का नियमित रूप से सेवन करना महत्वपूर्ण है, लेकिन लंबे समय तक निरंतर उपयोग से पहले चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
शिलाजीत के विभिन्न प्रकार के उत्पाद बाजार में उपलब्ध हैं:
रॉ शिलाजीत: यह शिलाजीत का सबसे शुद्ध और प्राकृतिक रूप होता है, जिसे सीधे पहाड़ों से एकत्रित किया जाता है।
शिलाजीत रेजिन (पेस्ट): यह गाढ़ा और चिपचिपा पदार्थ होता है, जिसे पानी या दूध में मिलाकर लिया जा सकता है।
शिलाजीत पाउडर: शिलाजीत को सुखाकर और पीसकर पाउडर के रूप में बनाया जाता है, जिसे आसानी से खाद्य पदार्थों और पेय में मिलाया जा सकता है।
शिलाजीत कैप्सूल और टैबलेट्स: ये सुविधाजनक और आसानी से खुराक लेने के लिए होते हैं।
शिलाजीत सप्लीमेंट्स: कुछ उत्पाद शिलाजीत को अन्य जड़ी-बूटियों और पोषक तत्वों के साथ मिलाकर बनाए जाते हैं।
शिलाजीत का चुनाव करते समय, उसकी गुणवत्ता और शुद्धता पर विशेष ध्यान देना महत्वपूर्ण है। साथ ही, किसी भी शिलाजीत उत्पाद का सेवन करने से पहले उसके लेबल पर दिए गए निर्देशों का पालन करें और आवश्यकता पड़ने पर चिकित्सकीय सलाह लें।
शिलाजीत से हानि | Side effects of shilajeet
शिलाजीत के सेवन कुछ मामलों में महिलाओं के लिए हानिकारक हो सकता है। इसके संभावित नुकसान निम्नलिखित हैं:
1) अत्यधिक मात्रा में सेवन: अधिक मात्रा में शिलाजीत लेने से सिरदर्द, चक्कर आना, या पेट में असुविधा जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
2) गर्भावस्था और स्तनपान: गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान शिलाजीत का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसके प्रभावों के बारे में पर्याप्त शोध नहीं है।
3) आयरन ओवरलोड: जिन महिलाओं को हीमोक्रोमैटोसिस या रक्त में आयरन की अधिकता की समस्या है, उन्हें शिलाजीत का सेवन से बचना चाहिए क्योंकि यह आयरन का स्तर बढ़ा सकता है।
4) एलर्जी या प्रतिकूल प्रतिक्रिया: कुछ महिलाओं में शिलाजीत खाने से एलर्जी या प्रतिकूल प्रतिक्रिया हो सकती है।.
निष्कर्ष
कहा जाता है कि शिलाजीत सेवन करने से महिलाओं को नया जीवन मिल जाता है क्योंकि शिलाजीत फिजिकल और मेंटल परेशानियों को कम करता है। इसके अलावा, आपकी शादीशुदा जिंदगी में भी उमंग और उत्साह बढ़ाने में मदद करता है। लेकिन आपको शिलाजीत के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए जो आपकी स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार इसके सेवन करने का सही तरीका बता पाएंगे, क्योंकि नई चीजें को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से पहले सावधानी बरती जाती है। शिलाजीत के नुकसान से बचने के लिए जरुरी हैं।
FAQs
शिलाजीत कैंसर के मरीजों को इस्तेमाल करना चाहिए या नहीं इस विषय में डॉक्टर से परामर्श लेना अत्यंत जरूरी है क्यूकी कैंसर के उपचार में विभिन्न प्रकार की दवाइयाँ और थेरेपी इस्तेमाल की जाती हैं, और शिलाजीत के कैंसर पर प्रभाव और दवाइयो के साथ इंटरेक्शन करने की संभावना को समझना महत्वपूर्ण है।
शिलाजीत को रोज लेना अच्छा है आयुर्वेद में शिलाजीत के कई सारे फायदे हैं। इसको खाने से महिलाओं का कोलेस्ट्रॉल स्तर को कम किया जा सकता है। पीरियड, प्रेगनेंसी या अन्य किसी कारण से महिलाओं में खून की कमी हो जाती है तो खून बढ़ाने में मदद मिलती है।ऊर्जा और सुन्दरता भी बढ़ती है इसके अलावा यौन समस्याओं को दूर करने में मदद मिल जाती है।
शिलाजीत का सेवन आमतौर पर वयस्कों द्वारा किया जा सकता है, जिसका अर्थ है कि 18 वर्ष की उम्र के बाद से इसका सेवन शुरू किया जा सकता है। हालांकि, इसका सेवन शुरू करने से पहले चिकित्सकीय सलाह लेना सबसे अच्छा होता है।
शिलाजीत की गुणवत्ता और शुद्धता महत्वपूर्ण होती है, कुछ मशहूर ब्रांड जैसे डाबर शिलाजीत गोल्ड, पतंजलि शिलाजीत , झंडू शिलाजीत आप खरीद सकते है लेकिन खरीदते समय प्रामाणिकता और परीक्षण रिपोर्ट्स की जांच करें।
हां, गर्मियों में भी शिलाजीत लिया जा सकता है, लेकिन यदि आपको गर्मी से संबंधित कोई समस्या हो तो खुराक कम करना उचित होगा। साथ ही पानी की मात्रा भी थोड़ी बढ़ाना चाहिए क्यूंकि शिलाजीत की तासीर गरम होती है।
हां, महिलाएं भी शिलाजीत का सेवन कर सकती हैं, लेकिन गर्भावस्था, स्तनपान के दौरान या किसी विशेष स्वास्थ्य स्थिति में इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
यदि आप स्वस्थ हैं और किसी भी प्रकार की दवाइयों पर नहीं हैं, तो आमतौर पर शिलाजीत लेने में हर्ज नहीं होता। फिर भी, इसका सेवन शुरू करने से पहले एक बार डॉक्टर से परामर्श लेना सही होगा।