क्या शतावरी पाउडर ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने में मदद करता है?

Shatavari powder benefits for female in hindi

माँ का दूध नवजात शिशु के लिए छह महीने तक संपूर्ण आहार होता है, लेकिन कई बार कुछ महिलाओं को पर्याप्त मात्रा में दूध नहीं बन पाता है। इस कारण से उन्हें शिशु को सप्लीमेंट्स देने पड़ते हैं, जो शिशु के स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकते हैं,लेकिन इस समस्या को कम करने के लिए  शतावरी का उपयोग बहुत ही लाभकारी सिद्ध हुआ है, आइये जानते हैं शतावरी के फायदे महिलाओं के लिए breast milk उत्पादन में ।

मुख्य बातें:

  • शतावरी में प्राकृतिक गैलैक्टोगॉग गुण होते हैं, जो स्तन दूध के उत्पादन में सहायता करते हैं।
  • शतावरी प्रजनन हार्मोनों को संतुलित करने में सहायक है, जिससे दूध की मात्रा और गुणवत्ता दोनों में वृद्धि होती है।
  • शतावरी विटामिन और मिनरल्स का एक समृद्ध स्रोत है, जो समग्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।
  • शतावरी का सेवन शरीर की प्राकृतिक इम्यूनिटी और स्वास्थ्य को बढ़ाता है।
  • शतावरी चूर्ण का सेवन दिन में दो बार, दूध या पानी के साथ, या शहद के साथ मिलाकर किया जा सकता है।

शतावरी क्या हैं | Shatavari in hindi

शतावरी एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है,इसका उपयोग प्राचीन आयुर्वेदिक चिकित्सा में सदियों से महिलाओं की विभिन्न समस्याओं के लिए होता आ रहा है। शतावरी के सेवन से न केवल दूध उत्पादन बढ़ता है, बल्कि इसकी गुणवत्ता भी सुधरती है।  इसमें मौजूद स्टेरायडल सैपोनिन तत्व दूध के उत्पादन में वृद्धि करने में मदद करते हैं। स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए शतावरी को उत्तम टॉनिक कहा जाता है।

शतावरी की जड़ को सुखाकर शतावर चूर्ण या पाउडर बनाया जाता है। बाजार में इसके अनेक रूप, जैसे कैप्सूल, टैबलेट, घी, सिरप आदि भी मिलते है। महिलाओं को जो भी रूप उन्हेंआसान लगे, उस रूप में ले सकती हैं।

शतावरी मां और बच्चे के लिए सुरक्षित है!

TheHealthSite.com पर प्रकाशित लेख के अनुसार,  शोध से पता चला है कि , शतावरी मां और बच्चे दोनों के लिए सुरक्षित पाई गई है। इसका सेवन स्तनपान कराने वाली महिलाओं में दूध के उत्पादन में वृद्धि करने में मदद करता है। ईरानी जर्नल ऑफ फार्मास्युटिकल रिसर्च में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, शतावरी कैप्सूल का सेवन करने वाली महिलाओं में प्रोलैक्टिन हार्मोन का स्तर बढ़ा, जो स्तनपान की आपूर्ति बढ़ाने में मदद करता है।

शतावरी पाउडर के पोषक तत्व | Shatavari powder nutrition value

पोषक तत्वमात्रा (प्रति 100 ग्राम)
प्रोटीन2 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट72 ग्राम
शर्करा0 ग्राम
विटामिन सी0 मिलीग्राम
कैल्शियम0 मिलीग्राम
आयरन14 मिलीग्राम

शतावरी के फायदे महिलाओं के लिए breast milk | Shatavari powder for breast milk

शतावरी के लाभों( benefits of shatavari) को विस्तार से जानते हैं:

1) दूध उत्पादन बढ़ाने के लिए शतावरी 

शतावरी में पाए जाने वाले प्राकृतिक गैलैक्टोगॉग गुण स्तन दूध के उत्पादन में वृद्धि करने में सहायक होते हैं। यह विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए लाभदायक है, जिन्हें दूध कम बनने की समस्या होती है। इसके प्रयोग से शिशु को आवश्यक पोषण मिलता है, जो उनके स्वास्थ्य और विकास को सहायता प्रदान करता है। महिलाएं शतावरी का इस्तेमाल करके न सिर्फ दूध का उत्पादन बढ़ा सकती हैं, बल्कि अपने स्वास्थ्य को भी सुधार सकती हैं।

2) शतावरी जड़ी-बूटी हार्मोनल संतुलन में 

शतावरी महिलाओं के प्रजनन हार्मोन को संतुलित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह विशेष रूप से प्रोलैक्टिन और कॉर्टिकॉइड जैसे हार्मोनों के स्तरों को संतुलित करने में मदद करती है।, जो दूध उत्पादन में वृद्धि के लिएआवश्यक होते हैं। इन हार्मोनों के संतुलित स्तर से स्तनपान कराने वाली महिलाओं में दूध की मात्रा और गुणवत्ता दोनों में वृद्धि होती है। 

इसके अलावा, शतावरी का उपयोग महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी मदद करता है, जिसमें मासिक धर्म की अनियमितता, मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन, ओवुलेशन की समस्याएं, और पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) जैसी विभिन्न समस्याएं शामिल हैं।

इसके साथ ही, शतावरी मेनोपॉज के लक्षणों को कम करने और यौन समस्याओं को भी ठीक करने में भी सहायक हो सकती है। 

3) शतावरी जड़ी-बूटी महिलाओं के लिए पोषण तत्वों का स्रोत 

शतावरी का सेवन फायदेमंद होता है, खासकर स्वास्थ्य के नजरिए से। इसमें विटामिन A, C, E, और K, फोलेट, फाइबर, पोटेशियम, फॉस्फोरस और जिंक जैसे तत्व होते हैं, जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। ये पोषक तत्व हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने, मेटाबॉलिज्म को सुधारने, और त्वचा एवं बालों की सेहत में सुधार लाने में मदद करते हैं। इसके एंटीऑक्सिडेंट गुण शरीर को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाने और समग्र रूप से प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में भी सहायक होते हैं। यह जड़ी-बूटी महिलाओं के शरीर में तापमान को भी संतुलित करती है। श्वेत प्रदर (लेकोरिया) और पीरियड्स दर्द की समस्या को भी कम  करती है। 

4) शतावरी का इस्तेमाल बेहतर स्वास्थ्य के लिए

शतावरी का सेवन अत्यंत लाभदायक औषधि है। आयुर्वेद में इसे रसायन माना गया है। रसायन वे द्रव्य होते हैं जो शरीर की प्राकृतिक इम्यूनिटी और स्वास्थ्य को बढ़ाते हैं। शतावरी के सेवन से स्तनपान कराने वाली माताओं का स्वास्थ्य बेहतर होता है, जिससे वे अपने शिशुओं को अधिक पोषक और स्वास्थ्यवर्धक दूध प्रदान कर पाती हैं।इसके अलावा, शतावरी  शरीर के वात और पित्त को संतुलित करने में भी सहायक होता है, जो स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है। 

शतावरी चूर्ण कैसे खाएं | How to take shatavari powder

5 ग्राम शतावरी चूर्ण का इस्तेमाल दिन में दो बार करना उचित माना जाता है। आमतौर पर यह चूर्ण दूध या पानी के साथ मिलाकर लिया जाता है। हालांकि, कुछ खास बीमारियों या स्वास्थ्य की जरूरतों के अनुसार इसकी मात्रा में बदलाव किया जा सकता है।

शतावरी पाउडर का सेवन भोजन करने के तुरंत पहले या बाद में नहीं करना चाहिए। इसे खाने के लगभग एक घंटे पहले या बाद में लेना ज्यादा उपयुक्त होता है। इसके अलावा, शतावरी को शहद के साथ मिलाकर लेना भी एक अच्छा विकल्प होता है। शहद के साथ शतावरी का सेवन करने से इसका स्वाद बेहतर होता है और यह अधिक पोषणयुक्त बन जाता है। शहद के एंटीबैक्टीरियल और सूजन कम करने वाले गुण शतावरी के पोषण मूल्य को और भी बढ़ा देते हैं। यह संयोजन खासकर पाचन स्वास्थ्य और ऊर्जा स्तरों में सुधार करने में मदद कर सकता है।

शतावरी चूर्ण का सेवन करते समय शुरुआत में छोटी मात्रा से आरंभ करना उचित होता है, और फिर धीरे-धीरे इसे बढ़ाया जा सकता है। इसके अत्यधिक सेवन से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं जैसे पेट में दर्द, दस्त, और एलर्जिक प्रतिक्रिया आदि समस्याएं हो सकती हैं। गर्भवती महिलाओं और जिन्हें विशेष स्वास्थ्य स्थितियाँ हों, उन्हें इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

भारत में पाए जाने वाले शतावरी के प्रमुख ब्रांड्स निम्नलिखित हैं:

1) शतावरी चूर्ण पतंजलि | Shatavari patanjali 

पतंजलि का शतावरी चूर्ण एक आयुर्वेदिक उत्पाद है जो शतावरी पौधे की जड़ों और अन्य जड़ी-बूटियों से बनाया जाता है। यह चूर्ण मुख्य रूप से गर्भावस्था के बाद की महिलाओं को दिया जाता है, खासकर जब उन्हें शारीरिक कमजोरी के कारण दूध कम बनता है। इससे मां और बच्चे दोनों को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता। इस समय मां को अधिक पोषण की जरूरत होती है। इसलिए, इस पाउडर को दूध के साथ मिलाकर दिया जाता है। शतावरी दूध उत्पादन बढ़ाने में सहायक होती है,

2) बैद्यनाथ शतावरी | Baidyanath Shatavari Granules for Women

बैद्यनाथ का शतावरी ग्रेनुल्स पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए बनाया गया है, लेकिन यह खासतौर से महिलाओं के लिए लाभकारी है। यह उत्पाद सभी आयु वर्ग के लोगों के लिए फायदेमंद है, जैसे कि इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, थकान और काम करने की क्षमता में कमी की समस्याओं को दूर करता है। खासतौर पर, यह प्रसूता महिलाओं में दूध की मात्रा बढ़ाने में मदद करता है। इस ग्रेनुल्स को दिन में दो बार, 1 से 2 चम्मच की मात्रा में, दूध या पानी के साथ लिया जा सकता है, या डॉक्टर की सलाह के अनुसार लेना चाहिए। यह प्रसव के बाद महिलाओं में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने, थकान दूर करने, और कार्यक्षमता बढ़ाने के साथ-साथ दूध की मात्रा को नैचुरली बढ़ाने में मदद करता है।

3) Dhootpapeshwar Shatavari Kalp Granules 

धूतपापेश्वर का शतावरी कल्प ग्रेनुल्स, विशेष रूप से प्रसूता महिलाओं के लिए बनाया गया है और इसके बहुत से फायदे हैं। यह उत्पाद गर्भावस्था के दौरान और प्रसव के बाद मां और शिशु दोनों के लिए लाभकारी होता है। शतावरी कल्प ग्रेनुल्स में प्राकृतिक गैलेक्टोगॉग गुण होते हैं, जिसका मतलब है कि यह प्रसव के बाद महिलाओं में दूध की मात्रा को नैचुरली बढ़ाता है।

इसके अलावा, यह महिलाओं की विभिन्न समस्याओं जैसे रक्तप्रदर (रक्तस्राव संबंधी विकार), अनियमित मासिक धर्म, गर्भपात, शारीरिक और मानसिक कमजोरी, रक्तपित्त (रक्त संबंधी विकार), पेट की गैस और अल्सर जैसी समस्याओं में भी फायदेमंद होता है।

4) डाबर शतावरी चूर्ण | Dabur Shatavari

शतावरी मासिक धर्म संबंधी विकारों में सहायक होती है और यह एक गर्भाशय टॉनिक के रूप में कार्य करती है। यह स्तनों के विकास को बढ़ावा देती है और हार्मोनल संतुलन को नियंत्रित करके स्तन दूध के उत्पादन को बढ़ाती है। शतावरी पुरुषों के लिए भी लाभकारी होती है क्योंकि यह टेस्टोस्टेरोन के स्तर को सुधारती है। यह मधुमेह रोगियों के लिए भी अच्छी हो सकती है क्योंकि यह रक्त शर्करा के स्तर को प्रबंधित करने में मदद करती है।

5) हिमालय शतावरी | Shatavari himalaya

हिमालय शतावरी टैबलेट का सेवन नई माताओं में दूध के उत्पादन को बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। यह टैबलेट प्रोलैक्टिन स्तर को बढ़ाने में मदद करता है, जो स्तनपान को अधिकतम बनाने में सहायक होता है। शतावरी टैबलेट्स थकान को दूर करने, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाने, और प्रसव के बाद शरीर को पुनर्जीवित करने के लिए आदर्श होते हैं। यह स्तन दूध के उत्पादन को भी प्रोत्साहित करता है।

6) ओर्गैनिक इंडिया शतावरी | Organic India Shatavari

ओर्गैनिक इंडिया शतावरी एक जैविक और प्राकृतिक आयुर्वेदिक उत्पाद है जो शतावरी के स्वास्थ्य लाभों को प्रदान करता है। यह उत्पाद खासकर उन महिलाओं के लिए लाभकारी है जो मासिक धर्म संबंधी समस्याओं, प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार, और स्तनपान के समय दूध की मात्रा बढ़ाने के लिए नैचुरल सपोर्ट चाहती हैं। ओर्गैनिक इंडिया के शतावरी उत्पाद जैविक खेती से उगाए गए शतावरी से बने होते हैं, जो इसे और भी विश्वसनीय और प्रभावी बनाते हैं। यह शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा को बढ़ाने और आम स्वास्थ्य में सुधार करने में भी सहायक हो सकता है। ओर्गैनिक इंडिया शतावरी कैप्सूल या चूर्ण के रूप में उपलब्ध होते हैं और इन्हें नियमित रूप से सेवन करने से लाभ मिल सकता है।

शतावरी पाउडर की संभावित खरीदारी स्थल

इन ब्रांड्स के उत्पाद आपको आयुर्वेदिक स्टोर्स, फार्मेसियों, और ऑनलाइन खरीदी वेबसाइट्स पर आसानी से मिल सकते हैं।

जब आप दुकान पर जाकर शतावरी पाउडर खरीदते हैं, तो उसकी क्वालिटी पर ध्यान दें। इसके लिए आप पैकेट पर लिखी जानकारी, एक्सपायरी डेट, वजन और आयुर्वेदिक मानकों के बारे में जानकारी पढ़ सकते हैं। आप चाहें तो डॉक्टर से भी सलाह ले सकते हैं। इसके अलावा, उत्पाद की समीक्षाएं और रेटिंग भी देख सकते हैं, जो आपको खरीदारी में मदद करेगी।

विशेष : इस तरह के उत्पाद का उपयोग सामान्यतः सुरक्षित माना जाता है, लेकिन इसे उपयोग करने से पहले चिकित्सक की सलाह लेना हमेशा समझदारी होती है, खासकर अगर आपको कोई विशेष स्वास्थ्य स्थिति हो।

निष्कर्ष | Conclusion

शतावरी पाउडर महिलाओं के लिए उपयोगी हो सकता है, खासकर मां बनने के बाद। यह मां के दूध को बढ़ाने और स्तनपान से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने में मदद कर सकता है। इसके फायदे और खुराक के बारे में अच्छे से जानकारी लें, अगर इससे कोई अवांछित प्रतिक्रिया या नुकसान महसूस होता है, तो फौरन अपने डॉक्टर से संपर्क करें।शतावरी पाउडर महिलाओं की जीवनशैली को बेहतर बनाने में सहायक हो सकता है। यह एक प्राकृतिक विकल्प है

FAQs

ब्रेस्ट साइज (breast size) बढ़ाने के लिए शतावरी पाउडर कैसे लें?

शतावरी पाउडर को ब्रेस्ट साइज बढ़ाने के लिए इस तरह से ले सकते हैं: आप थोड़े से घी में शतावरी पाउडर मिलाकर, खाली पेट पी सकते हैं। इससे पाउडर आसानी से पचता है और अधिक प्रभावी होता है। आप शतावरी पाउडर को गुनगुने दूध या पानी में भी मिला सकते हैं और फिर इसे पी सकते हैं। यह एक और तरीका है जिससे  ब्रेस्ट का आकार बढ़ाने में मदद मिलती है।

शतावरी को स्तन का दूध बढ़ाने में कितना समय लगता है?

शतावरी का उपयोग करने पर स्तन के दूध में वृद्धि होने में समय की अवधि व्यक्ति के शरीर और स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करती है। आमतौर पर, कुछ हफ्तों के नियमित सेवन के बाद परिणाम दिखाई देने लगते हैं।

स्तन के दूध के लिए शतावरी की गोलियां कैसे लें?

शतावरी की गोली का सेवन आमतौर पर दिन में दो बार एक गोली कर सकते हैं या फिर आपके चिकित्सक जो निर्देश दें, उसके अनुसार।

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