पुरुषों में प्रजनन क्षमता बढ़ाने के आसान एवं प्राकृतिक घरेलू उपाय!

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उच्च स्पर्म काउंट और अच्छी गुणवत्ता के कारण जब कोई पुरुष अपनी महिला साथी को प्रेग्नेंट करने की क्षमता रखता है, तो उसे मेल फर्टिलिटी कहा जाता है। कई बार, इरेक्टाइल डिस्फंक्शन या यौन इच्छा में कमी जैसी समस्याएं पुरुष प्रजनन क्षमता पर प्रभाव डालती हैं। बांझपन एक ऐसी समस्या है जो  महिला और पुरुष दोनों को हो सकती है, और इसके कारण कई बार लोग अपने आप को शर्मिंदा महसूस करते हैं, खासकर पुरुष। लेकिन, क्या आपको पता है कि प्राकृतिक तरीकों को अपनाकर हम प्रजनन क्षमता को बढ़ा सकते हैं?

आइए देखें पुरुषों में प्रजनन क्षमता (fertility) बढ़ाने के आसान एवं प्राकृतिक घरेलू उपाय।

मुख्य बातें:

  • पुरुष बांझपन के प्रमुख लक्षणों में गर्भधारण में कठिनाई, शुक्राणुओं की समस्या, स्तंभन दोष, वीर्यपात समस्याएं, हार्मोनल असंतुलन, और वृषणों की समस्याएं शामिल हैं।
  • धूम्रपान, अत्यधिक शराब पीना, अनुचित आहार, हानिकारक रसायनों का संपर्क, बीमारियां, और तनाव पुरुष फर्टिलिटी को प्रभावित करते हैं।
  • प्रोटीन, जिंक, सेलेनियम, ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, विटामिन C, E, और बीटा-कैरोटीन युक्त आहार पुरुषों की फर्टिलिटी बढ़ाने में सहायक हैं।
  • योग और प्राणायाम जैसे शारीरिक अभ्यास पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं।
  • अश्वगंधा और शिलाजीत जैसे आयुर्वेदिक उपाय पुरुष बांझपन और मर्दाना कमजोरी को दूर करने में प्रभावी होते हैं।

नपुंसकता (पुरुष बांझपन) | Male Infertility

पुरुषों की बांझपन (Male Infertility) आजकल एक आम समस्या बन गई है। इसका मतलब है कि कुछ पुरुष अपनी पार्टनर को नेचुरल तरीके से प्रेग्नेंट नहीं कर पाते हैं। बच्चे का जन्म एक जटिल प्रक्रिया है, और जिन पुरुषों को बांझपन की समस्या होती है, उन्हें इसमें अधिक मुश्किल होती है। यह जरूरी नहीं कि सिर्फ महिला में समस्या हो, पुरुष भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं।

मर्दाना कमजोरी के लक्षण | Male infertility symptoms

पुरुष बांझपन के कुछ मुख्य लक्षण इस प्रकार हैं:

गर्भधारण में कठिनाई: सबसे स्पष्ट लक्षण है जब एक पुरुष और उसकी साथी एक वर्ष तक नियमित रूप से संभोग करने के बावजूद गर्भधारण में असफल होते हैं।

शुक्राणुओं की समस्या: शुक्राणुओं की कम संख्या (low sperm count) या गुणवत्ता में कमी, जैसे कि शुक्राणुओं की गति या आकार का असामान्य होना।

स्तंभन दोष: यौन संबंध के दौरान पर्याप्त स्तंभन (इरेक्शन) बनाए रखने में कठिनाई।

वीर्यपात समस्याएं: स्खलन (इजैक्युलेशन) में असामान्यताएं, जैसे कि वीर्य की कम मात्रा या स्खलन में दर्द।

हार्मोनल असंतुलन: हार्मोनल स्तर में असामान्यताएं, जिसे चेहरे या शरीर पर बालों की कमी, आवाज़ में बदलाव, या मांसपेशियों में कमी के रूप में देखा जा सकता है।

वृषणों की समस्याएं: वृषणों में दर्द, सूजन, या गांठ जैसे शारीरिक परिवर्तन।

ये पुरुष बांझपन के लक्षणों के संकेत हो सकते हैं, और इसका सही निदान और इलाज के लिए मेडिकल सलाह लेना महत्वपूर्ण है।

पुरुष बांझपन का कारण | Male infertility causes

पुरुषों में फर्टिलिटी ( male fertility) कम होने  के कुछ प्रमुख कारण हैं:

1) धूम्रपान करना, ज्यादा शराब पीना, और गलत खान-पान।

 2) हानिकारक रसायनों और रेडियेशन के संपर्क में आने से।

3 ) मधुमेह, सिस्टिक फाइब्रोसिस, या प्राइवेट पार्ट्स में संक्रमण जैसी बीमारियां।

 4) शरीर में किसी भाग का असामान्य होना या कमजोरी।

5) मानसिक रूप से अधिक परेशानी या चिंता।

मर्दाना ताकत बढ़ाने के लिए घरेलू उपाय | Male Infertility Treatment at Home

प्राकृतिक तरीकों का सेवन करने से पुरुषों की प्रजनन क्षमता बढ़ाने (improve fertility)में मदद मिल सकती है। ये नैचुरल उपचार गर्भाशय और वीर्य ऊतक की सेहत में सुधार करने में कारगर होते हैं।

प्रोटीन और विटामिन से युक्त आहार पुरुषों की सेहत को बेहतर बनाने में लाभकारी होते हैं। प्राकृतिक इलाज में शतावरी, अश्वगंधा, और गोक्षुर जैसी जड़ी बूटियाँ उपयोग करने के उपाय को आजमाने से पुरुषों की फर्टिलिटीबढ़ाने में मदद करते हैं।

आहार में परिवर्तनयोग और प्राणायामस्थायी और नियमित नींद
प्रोटीन और विटामिन से भरपूर आहारकीगल आसन, वीरभद्रासन, हलासन, वज्रासन, धनुरासन करेंरोजाना 7-8 घंटे की नींद लें
संतरे, अखरोट, मूंगफली, मटर, मसूर दाल, मछली, अंडे आदिकीपी, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, उज्जायी करेंनींद की गुणवत्ता पर ध्यान दें
सोंठ, अदरक, लहसुन, हरी मिर्च, धनिया आदि  

आहार में परिवर्तन

1) उच्च प्रोटीन वाले आहार: उच्च प्रोटीन युक्त भोजन हमारे शरीर की कोशिकाओं को बनाने और ठीक करने में महत्वपूर्ण होता है। प्रोटीन वास्तव में अमीनो एसिड का एक समूह है, जो शरीर के लिए एक महत्वपूर्ण घटक होते हैं। ये अमीनो एसिड हमारे शरीर की कोशिकाओं की मरम्मत, उनके विकास और नई कोशिकाओं के बनने में मदद करते हैं।

2) जिंक और सेलेनियम युक्त आहार: जिंक और सेलेनियम युक्त आहार शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता में सुधार करने में बहुत उपयोगी होते हैं। जिंक एक महत्वपूर्ण खनिज है जो पुरुषों का स्पर्म काउंट(improve sperm) को बढ़ावा देता है और उनकी गतिशीलता को बेहतर बनाता है, जिससे शुक्राणु स्वस्थ और अधिक सक्रिय होते हैं। इसके अलावा, जिंक शुक्राणुओं को नुकसान पहुँचाने वाले मुक्त कणों से भी रक्षा करता है।

वहीं सेलेनियम, एक अन्य जरूरी खनिज, शुक्राणुओं की संरचना और उनके जीवन चक्र को सुधारने में मदद करता है। यह शुक्राणुओं को अधिक कुशल बनाता है और उनकी फर्टिलिटी को बढ़ाता है।

3) ओमेगा-3 फैटी एसिड्स:ओमेगा-3 विशेष रूप से पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर को बनाए रखने में सहायक होते हैं। यह हार्मोन पुरुषों की प्रजनन क्षमता, यौन स्वास्थ्य और सामान्य शारीरिक और मानसिक विकास में महत्वपूर्ण है।

इसके अलावा, ओमेगा-3 शरीर में सूजन को कम करते हैं और हृदय स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होते हैं। ये हमारे मूड, मानसिक स्वास्थ्य को भी सुधारते हैं।

4) विटामिन C, E, और बीटा-कैरोटीन

विटामिन C: यह एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है और संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। यह शुक्राणुओं की गुणवत्ता और जीवित रहने की क्षमता को बढ़ाता है, और डीएनए को क्षति से बचाता है।

विटामिन E: यह भी एक महत्वपूर्ण एंटीऑक्सिडेंट है जो कोशिकाओं को क्षति से बचाता है। विटामिन E त्वचा और आंखों की स्वास्थ्य को सुधारने में भी सहायक होता है। पुरुषों के प्रजनन स्वास्थ्य के लिए भी यह बहुत लाभकारी है, क्योंकि यह शुक्राणुओं की गुणवत्ता को बढ़ाता है।

बीटा-कैरोटीन: यह विटामिन A का प्रारूप है और शरीर में विटामिन A में बदल जाता है। बीटा-कैरोटीन दृष्टि, त्वचा की स्वास्थ्य, और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। यह पुरुषों के प्रजनन स्वास्थ्य में भी सुधार करता है, क्योंकि यह शुक्राणुओं की स्वास्थ्य और कार्यक्षमता को बढ़ाता है।

पुरुषों में प्रजनन क्षमता को बढ़ाने वाले आहार 

  • हर रोज़ सब्ज़ियां और फल खाएं। इनमें विटामिन, मिनरल्स, और फाइबर मौजूद होते हैं जो आपके स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
  • अंडे, दूध, दही, और दूध के उत्पादों को अपने आहार में शामिल करें। ये प्रोटीन के बेहतर स्रोत होते हैं और मर्दाना स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करते हैं।
  • अखरोट, हरे मटर, और बादाम जैसे मेवे खाएं। ये आपको विटामिन और मिनरल्स प्रदान करते हैं जो मर्दाना स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
  • पौष्टिक पौधों जैसे कील, ब्रोकली, और पालक को शामिल करें। ये आपको विटामिन और मिनरल्स के साथ-साथ फाइबर भी प्रदान करेंगे।

फर्टिलिटी (fertility) बढ़ाने में पानी का महत्व

आहार के साथ-साथ, पानी का भी नपुंसकता दूर करने में बहुत अधिक महत्व होता है।

विशेष रूप से प्रजनन स्वास्थ्य के लिए, पानी पीना अत्यंत लाभदायक है। यह शुक्राणुओं की गतिशीलता और स्वास्थ्य में सुधार करता है और प्रजनन अंगों के समुचित कार्य को सुनिश्चित करता है। समुचित हाइड्रेशन से शरीर में हार्मोनल संतुलन भी बेहतर रहता है, जो प्रजनन क्षमता अच्छी होती है।

पानी पीने से हमारे शरीर का तापमान संतुलित रहता है, और पोषक तत्व कोशिकाओं तक पहुंचते हैं। इसके अलावा, यह पाचन को भी बेहतर बनाता है और कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है। इन सभी लाभों से हमारा मनोदशा अच्छा रहता है, जो यौन जीवन के लिए महत्वपूर्ण है।

योग और प्राणायाम

Yoga

योग से आपका शरीर मजबूत और सक्रिय रहता है, जो कि आपके प्रजनन स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। प्राणायाम से आपकी साँस लेने की क्षमता में सुधार होता है, जिससे आपका मन और शरीर दोनों संतुलित रहते हैं। हर दिन योग और प्राणायाम करने से आप अपने शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं और पुरुषों के स्वास्थ्य को भी बेहतर बना सकते हैं।

योग और प्राणायाम का नियमित अभ्यास पुरुषों के स्वास्थ्य में सुधार ला सकता है। कुछ खास आसन जैसे कीगल, वीरभद्रासन, हलासन, वज्रासन, धनुरासन आदि करने से प्रजनन तंत्र मजबूत होता है और पुरुषों की कमजोरी दूर होती है। प्राणायाम जैसे कपालभाति, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, उज्जायी आदि से शरीर की ऊर्जा बढ़ती है।

नियमित व्यायाम से आपकी क्षमता बढ़ती है और पुरुषों के संतान प्राप्ति की संभावनाएं भी बढ़ती हैं। योग, पैदल चलना, ताल व्यायाम, और तैराकी जैसे व्यायाम से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। हर दिन कुछ समय व्यायाम करने की कोशिश करें और हफ्ते में कम से कम 3-4 बार ऐसा करें।

स्थायी और नियमित नींद

sleeping cyscle

स्थायी और नियमित नींद पुरुषों के प्रजनन स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अच्छी नींद से हमारा शरीर और मन दोनों आराम पाते हैं, जो कि हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है। जब हमारे हार्मोन संतुलित होते हैं, तब हमारे प्रजनन तंत्र की कार्यक्षमता बढ़ती है।

यदि पुरुषों को पर्याप्त और गहरी नींद नहीं मिलती, तो इससे उनके टेस्टोस्टेरोन के स्तर में गिरावट आ सकती है, जो कि प्रजनन स्वास्थ्य के लिए अहम है। नींद की कमी से तनाव भी बढ़ता है, जो और भी नुकसानदायक हो सकता है।

इसलिए, हर रात कम से कम 7-8 घंटे की नियमित और शांत नींद लेना चाहिए। अच्छी नींद लेने के लिए, सोने का समय निश्चित करें, सोने से पहले मोबाइल या टीवी से दूर रहें, और आरामदायक माहौल सुनिश्चित करें। इससे न सिर्फ आपका समग्र स्वास्थ्य बेहतर होगा, बल्कि आपके फर्टिलिटी में सुधार  होगा।

मर्दाना कमजोरी की आयुर्वेदिक दवा | Ayurvedic medicine for male

प्राकृतिक इलाज का इस्तेमाल करके पुरुषों के स्वास्थ्य में सुधार किया जा सकता है। शतावरी, अश्वगंधा, और कौंच के बीज जैसे प्राकृतिक उपाय आपको मजबूत स्तंभन शक्ति, बेहतर यौन क्षमता और उच्च मनोबल प्रदान कर सकते हैं। इन उपायों को बांझपन की समस्या से जूझ रहे पुरुषों के लिए भी उपयोगी माना जाता है। 

घरेलू नुस्खाउपयोगलाभ
अश्वगंधालौकी के रस के साथ लेंमर्दाना कमजोरी को दूर कर सकता है
अदरकचाय, रस, या सब्जी में शामिल करेंमस्तिष्क को ताजगी देता है और यौन अवधि में वृद्धि करता है
शतावरी की जड़पाउडर के रूप में शहद के साथ लेंशक्ति बढ़ाता है और प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार करता है

अश्वगंधा टेस्टोस्टेरोन बूस्टर | How to use Ashwagandha for Testosterone?

अश्वगंधा पुरुषों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए एक अहम जड़ीबूटी है। इसका रोज सेवन करने से यौन उत्तेजना बढ़ती है और कमजोरी में कमी आती है। 

आप अश्वगंधा को पाउडर के रूप में या केसर के साथ मिलाकर खा सकते हैं। इसे नियमित रूप से खाने से पुरुषों के स्वास्थ्य में सुधार होता है और शुक्राणु का उत्पादन (sperm production) भी बढ़ता है।

अश्वगंधा पुरुषों के लिए एक उपयोगी घरेलू उपाय है जो शारीरिक दुर्बलता को दूर कर सकता है। इसे रोज सुबह खाली पेट लौकी के रस के साथ लेने से ताकत बढ़ती है और यौन शक्ति में वृद्धि होती है।

अश्वगंधा का उपयोग टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के लिए निम्नलिखित तरीकों से किया जा सकता है:
•सप्लीमेंट के रूप में: अश्वगंधा विभिन्न प्रकार के सप्लीमेंट्स में उपलब्ध है, जैसे कैप्सूल या टैबलेट। आप अपने डॉक्टर की सलाह लेकर इनका सेवन कर सकते हैं।
•पाउडर के रूप में: अश्वगंधा पाउडर को पानी, दूध या चाय में मिलाकर पी सकते हैं। इसे नियमित रूप से सेवन करने से टेस्टोस्टेरोन में वृद्धि हो सकती है।
•चाय के रूप में: अश्वगंधा की जड़ों को सुखाकर और पीसकर चाय के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है।
•आहार में शामिल करें: अश्वगंधा को अपने आहार में शामिल करने से भी लाभ हो सकता है, जैसे कि स्मूदीज या अन्य पेय में मिलाकर।

ध्यान दें कि अश्वगंधा का सेवन किसी भी प्रकार से करने से पहले एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह जरूरी है, क्योंकि इसके दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं।

शिलाजीत | Shilajit for sperm count

Shilajeet

शिलाजीत पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या (improve sperm) बढ़ाने के लिए एक उत्तम उपाय है। यह प्राकृतिक जड़ीबूटी पुरुषों की शारीरिक क्षमता और यौन उत्तेजना को बढ़ाने में सहायक होती है। इसके नियमित सेवन से शरीर को ताकत मिलती है और यह ऊर्जा का स्तर भी बढ़ाता है।

शिलाजीत को दूध के साथ मिलाकर पीने से यह और भी अधिक असरदार होता है, क्योंकि दूध इसके पोषक तत्वों को बेहतर तरीके से शरीर में अवशोषित करता है। आप इसे कैप्सूल या टैबलेट के रूप में भी ले सकते हैं, जो आसानी से उपलब्ध होते हैं और सुविधाजनक होते हैं।

इसके अलावा, शिलाजीत में एंटीऑक्सिडेंट्स की उच्च मात्रा होती है जो कोशिकाओं की मरम्मत में मदद करती है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करती है। इसलिए, शिलाजीत का सेवन न केवल पुरुषों के यौन स्वास्थ्य के लिए, बल्कि समग्र स्वास्थ्य और लंबी आयु के लिए भी फायदेमंद है।

अदरक का उपयोग | Ginger increase fertility in men

Ginger

अदरक पुरुषों के स्वास्थ्य के लिए औषधीय गुणों से भरपूर होता है। इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखते हैं। इसका नियमित सेवन मस्तिष्क को ताजगी देता है और यौन अवधि में वृद्धि कर सकता है। आप अदरक को चाय, रस, या सब्जी में शामिल कर सकते हैं। 

शतावरी चूर्ण | Shatavari for men

Shatavari powder benefits for female in hindi
Shatavari powder benefits for female in hindi

शतावरी की जड़ पुरुषों के लिए एक प्रमुख आयुर्वेदिक नुस्खा है जो आप की जनन क्षमता (your fertility)  को सुधारने में मदद कर सकता है। इसे पाउडर के रूप में उपयोग करें और रोजाना शहद के साथ लें। इससे शक्ति बढ़ती है और पुरुषों के प्रजनन स्वास्थ्य में सुधार होता है।

 

सावधानियाँ | Precautions in hindi

मेल इनफर्टिलिटी (male infertility)दूर करने के लिए बहुत सारे प्राकृतिक उपचार लाभदायक हो सकते हैं, लेकिन उनका सही उपयोग करना भी आवश्यक है। इन उपचारों को अपनाने से पहले आपको कुछ सावधानियों का ध्यान देना आवश्यक होता है। इससे आप उपचार के लाभों को प्राप्त कर सकते हैं और किसी तरह के दुष्प्रभावों से बच सकते हैं।

विशेषज्ञ की सलाह

पुरुषों के प्रजनन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए प्राकृतिक उपचार अपनाने से पहले, किसी विशेषज्ञ की राय लेना एक समझदारी भरा कदम होता है।  डॉक्टर से सलाह लेने पर आपको अपनी स्थिति के लिए सही दिशा-निर्देश मिलेंगे और आपके स्वास्थ्य के लिए उपयोगी सुझाव भी मिल सकते हैं।

उचित मात्रा का पालन

 हर एक उपचार की निर्देशित मात्रा को स्पष्टतया अपनाएं और उसे बढ़ाने या कम करने का प्रयास न करें। अधिक मात्रा का उपयोग करने से आपको नुकसान हो सकता है और उत्पाद का प्रभाव भी कम हो सकता है। इसलिए, उचित मात्रा को समय-समय पर लें और निर्देशित मात्रा को बदलने की कोशिश न करें।

निष्कर्ष | Conclusion

पिता बनना हर पुरुष की चाहत होती है, परंतु जब शुक्राणु की संख्या कम (low sperm) हो या उनकी गुणवत्ता बेकार होने पर, कई बार बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस स्थिति में, पुरुषों के जनन स्वास्थ्य (men\’s fertility) में सुधार के लिए, प्राकृतिक उपचारों का सही तरीके से इस्तेमाल करना उपयोगी हो सकता है, विशेषकर जब यह शुक्राणु की संख्या (sperm count) और गुणवत्ता को बढ़ाने की बात आती है।

FAQs

पुरुष का स्पर्म (Sperm Count) कितना होना चाहिए जिससे बच्चा ठहर सकता?

एक स्वस्थ गर्भाधान के लिए, पुरुष (men) के शुक्राणु की संख्या प्रति मिलीलीटर में कम से कम 15 मिलियन या उससे अधिक होनी चाहिए।

क्या दूध पीने से शुक्राणुओं की गुणवत्ता में सुधार होता है?

दूध पीने से पुरुषों में शुक्राणुओं की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है, क्योंकि यह कैल्शियम और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो शुक्राणुओं के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं।

कौन सा जूस शुक्राणु संख्या को बढ़ाने में मदद करता है?

संतरे और अनार के रस में बहुत सारे एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन होते हैं। संतरे का विटामिन सी शुक्राणुओं की संख्या, गतिशीलता, आकृति और समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।

धूम्रपान और शराब का शुक्राणु की गुणवत्ता (Sperm Count) पर क्या प्रभाव पड़ता है?

धूम्रपान और शराब पीने से शुक्राणु  की गुणवत्ता और संख्या में कमी आती है, जिससे फर्टिलिटी में गिरावट और गर्भधारण में समस्याएं हो सकती हैं।

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