पुरुषों में बाल झड़ने के कारण और गंजेपन को दूर करने के 4 आसान और असरदार उपाय!

Bald ness

आजकल पुरुषों में बालों के झड़ने की समस्या, यानी गंजापन, महिलाओं की तुलना में अधिक देखी जा रही है। लोग इस समस्या का हल ढूँढने में काफी समय और एनर्जी ख़र्च करते हैं, अनेक प्रकार के शैम्पू, तेल, दवाईयां और अन्य उत्पादों का प्रयोग करते हैं। फिर भी, कई बार गंजापन दूर नहीं होता, बल्कि कभी-कभी स्कैल्प में इंफेक्शन की समस्या बढ़ जाती है।

यदि आप भी इसी प्रकार की समस्या से जूझ रहे हैं और आपने सभी तरह के उपचार आजमा लिए हैं लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ है, तो निराश होने की जरूरत नहीं है, हम आपके लिए ऐसे उपाय लेकर आए हैं जो न सिर्फ सुरक्षित हैं बल्कि प्रभावशाली भी साबित हो सकती है। आइए जानते हैं पुरुषों में बालों के झड़ने के कारण और प्राकृतिक तरीके से उनके उपचार के बारे में।

गंजापन क्या है?

गंजापन ,एक ऐसी स्थिति है जब सिर के बाल कम हो जाते हैं या पूरी तरह से गिर जाते हैं। यह समस्या ज्यादातर पुरुषों में होती है, लेकिन कभी-कभी महिलाओं को भी परेशान कर सकती है। गंजापन के पीछे कई वजहें हो सकती हैं, जैसे कि पारिवारिक इतिहास, उम्र के साथ होने वाले बदलाव, हार्मोन्स में उतार-चढ़ाव, किसी बीमारी या दवाओं का असर, या फिर पोषण की कमी।

अगर आप या आपके किसी जानने वाले को यह समस्या है, तो परेशान न हों। गंजापन का इलाज मुमकिन है। आजकल बहुत से उपचार उपलब्ध हैं जैसे कि दवाइयां, बाल प्रत्यारोपण की सर्जरी, और प्राकृतिक उपाय। इसके अलावा, गंजापन केवल बाहरी रूप पर असर नहीं डालता, बल्कि कभी-कभी यह व्यक्ति की मनोदशा और आत्मविश्वास पर भी फर्क डाल सकता है। इसलिए, इसे समझना और सही तरीके से इलाज करवाना जरूरी है। याद रखिए, हर समस्या का हल होता है, और गंजापन भी उनमें से एक है।

गंजापन किस विटामिन की कमी से होता है?

गंजापन आमतौर पर कई कारणों से हो सकता है, लेकिन कुछ विशेष विटामिनों की कमी से इसका खतरा बढ़ सकता है। मुख्यतः, निम्न विटामिनों की कमी से बालों का झड़ना और गंजापन हो सकता है:

1. विटामिन D: यह विटामिन बालों की ग्रोथ और रिपेयर में मदद करता है। विटामिन D की कमी से बालों का विकास धीमा हो सकता है और गंजापन हो सकता है।

2. विटामिन B कॉम्प्लेक्स (विशेषकर बायोटिन B7 और नियासिन B3): ये विटामिन बालों को मजबूती प्रदान करते हैं और उनके स्वास्थ्य में सुधार करते हैं। इनकी कमी से बाल पतले और कमजोर हो सकते हैं, जिससे गंजापन हो सकता है।

3.विटामिन E: यह विटामिन खोपड़ी की स्वास्थ्य और रक्त संचार को बेहतर बनाता है। विटामिन E की कमी से बालों की ग्रोथ प्रभावित हो सकती है और गंजापन हो सकता है।

इन विटामिनों की पर्याप्त मात्रा सुनिश्चित करने के लिए संतुलित आहार और यदि जरूरी हो तो सप्लीमेंट्स लेना महत्वपूर्ण होता है। हालांकि, गंजापन के अन्य कारण भी हो सकते हैं जैसे आनुवंशिकता, हार्मोनल असंतुलन, और कुछ बीमारियाँ। इसलिए, गंजेपन की समस्या होने पर चिकित्सीय सलाह लेना सबसे अच्छा होता है।

पुरुषों में बाल झड़ने के कारण

बाल झड़ना एक आम समस्या है जिससे कई पुरुष प्रभावित होते हैं, और इसके कई कारण हो सकते हैं।

आनुवंशिकी (genetics) कारण

पुरुष में गंजापन का मुख्य कारण अक्सर विरासत में मिले गुण होते हैं। अगर आपके परिवार में किसी को बाल गिरने की समस्या है, तो आपमें भी इसकी संभावना होती है। इसका मुख्य कारण DHT (‘डाइहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन) नाम का हार्मोन है। DHT हार्मोन की वजह से बालों के छोटे छिद्र सिकुड़ जाते हैं, जिससे बाल पतले होते हैं और धीरे-धीरे बालों की बढ़ोतरी कम हो जाती है या रुक जाती है। इससे पुरुषों में बाल कम हो जाते हैं और सिर की खोपड़ी (scalp)दिखने लगती है।

हार्मोनल बदलाव 

थायराइड ग्रंथि हमारे गले में होती है और यह हमारे शरीर के हार्मोन्स को नियंत्रित करती है। जब यह ठीक से काम नहीं करती, तो हार्मोन्स में असंतुलन हो जाता है। इस असंतुलन के कारण कभी हार्मोन्स का स्तर बहुत कम हो जाता है, तो कभी बहुत ज्यादा। इसका प्रभाव हमारे शरीर पर विभिन्न तरीकों से होता है, जैसे कि बाल झड़ना।

इसी तरह, जब हम ज्यादा तनाव में होते हैं, तो हमारे शरीर के हार्मोनल संतुलन में बदलाव आता है। तनाव के कारण भी हार्मोनल असंतुलन होता है, जिससे बाल झड़ने की समस्या हो सकती है। इस प्रकार, थायराइड की समस्या और तनाव, दोनों ही हमारे शरीर के हार्मोनल संतुलन को प्रभावित करते हैं और बाल झड़ने का कारण बन सकते हैं।

पोषण की कमी

हमारे शरीर में अगर जरूरी पोषक तत्वों की कमी होती है, तो इसका सीधा असर हमारे बालों की सेहत पर पड़ता है। बालों के लिए कुछ विशेष पोषक तत्व बहुत जरूरी होते हैं, जैसे कि आयरन, जिंक, और विटामिन D। ये तत्व बालों को मजबूती प्रदान करते हैं और उन्हें झड़ने से रोकते हैं। 

संतुलित आहार लेना इसमें मददगार होता है। एक संतुलित डाइट में मैक्रोन्यूट्रिएंट्स (जैसे कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, और फैट्स) और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स (जैसे विटामिन्स और मिनरल्स) दोनों की सही मात्रा होनी चाहिए। जब आप अपने आहार में इन पोषक तत्वों का ध्यान रखते हैं, तो आपके बाल स्वस्थ और मजबूत बने रहते हैं। इसलिए, सही आहार लेना बालों की सेहत के लिए बहुत जरूरी है।

धूम्रपान और अल्कोहल

 सिगरेट पीने और ज्यादा शराब पीने से बालों की सेहत पर बुरा असर पड़ता है। धूम्रपान से बालों की जड़ों तक खून का प्रवाह कम हो जाता है, जिससे बालों को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता। इसी तरह, अधिक अल्कोहल सेवन से शरीर में जरूरी विटामिन और मिनरल्स की कमी हो सकती है, जो बालों के स्वास्थ्य के लिए अहम हैं। इसलिए, धूम्रपान और अल्कोहल का अत्यधिक सेवन बाल झड़ने का एक कारण हो सकता है।

रासायनिक उपचार और स्टाइलिंग टूल्स

आजकल, बालों को स्टाइल देने के लिए विभिन्न प्रकार के रासायनिक उत्पादों (products) और गर्म उपकरणों का उपयोग बढ़ गया है। स्ट्रेटनर्स, कर्लिंग आयरन, हेयर ड्रायर्स  उपकरण बालों पर ज्यादा गर्मी पहुंचाते हैं, जिससे बाल सूखे (Dry Hair)और कमजोर हो सकते हैं। इसके अलावा, हार्श केमिकल्स से बने शैम्पू ,तेल, हेयर कलर, ब्लीच, और सीरम भी बालों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

पुरुषों में बाल झड़ने के लक्षण

आइए समझते हैं कि पुरुषों में बाल झड़ने की शुरुआती अवस्था में दिखने वाले कुछ सामान्य लक्षण क्या हैं और इसका आरंभ किस प्रकार के पैटर्न से होता है।

Bald stages

खोपड़ी पर बालों का पतला होना सबसे आम लक्षणों में से एक है। यह परिवर्तन अक्सर धीरे-धीरे होता है, जिससे शुरुआत में इसे पहचान पाना मुश्किल हो सकता है। लेकिन यदि समय पर ध्यान दिया जाए, तो आप इन परिवर्तनों को नोटिस कर सकते हैं।

विशेष पैटर्न में बालों का झड़ना

जब सिर के ऊपरी या मध्य भाग से बाल झड़ना शुरू होता है, या फिर सिर के आगे के हिस्से से बाल गिरने लगते हैं, और इसके अलावा सिर के किनारों से भी बाल गिरने लगते हैं, तो ये सभी गंजेपन के लक्षण माने जा सकते हैं। ये विभिन्न तरीकों से बालों का गिरना गंजेपन की ओर इशारा करता है।

माथे की तरफ से पीछे हटती हेयरलाइन

माथे के पास की हेयरलाइन का पीछे हटना, अक्सर पुरुषों में गंजेपन के शुरुआती संकेतों में से एक होता है। इससे “M” आकार की पैटर्न बनती है, जिसे आम भाषा में “विधुर की चोटी” कहा जाता है।

गोलाकार या धब्बेदार गंजापन

कुछ पुरुषों में बालों के गोलाकार या धब्बेदार रूप से गिरने की समस्या होती है, जिसे ‘एलोपेशिया एरेटा’ कहते हैं। यह स्थिति अचानक शुरू हो सकती है, इसलिए इसके लक्षण दिखते ही डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी होता है।

पुरुषों में बाल झड़ने से रोकने के उपाय | गंजापन कैसे दूर करें

पुरुषों में बाल झड़ने को रोकने के लिए कुछ घरेलू उपाय हैं, जो सरल और प्रभावी होते हैं:

पर्याप्त और गहरी नींद

सोते समय, हमारा शरीर दो खास तरह के हार्मोन निकालता है। पहला है मेलाटोनिन, जो नींद को अच्छा बनाता है और बालों को तेजी से बढ़ने में मदद करता है। दूसरा है ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन, जो हमारे शरीर के हर हिस्से की मरम्मत (heel) करता है, बालों की जड़ों को भी। इसलिए, जब हम अच्छी नींद लेते हैं, तो हमारे बाल भी स्वस्थ रहते हैं।

नेचुरल प्रोडक्ट्स का उपयोग

केमिकल वाले प्रोडक्ट्स कम इस्तेमाल करने से बाल अच्छे रहते हैं। इसके बदले में, नेचुरल और हल्के उत्पादों का चुनाव करें जिनमें नुकसानदायक केमिकल नहीं होते। ऐसा करने से बालों की चमक और मजबूती बनी रहती है और बाल झड़ने कम होते हैं।नेचुरल प्रोडक्ट्स का उपयोग आजकल बहुत बढ़ गया है। ये प्राकृतिक उत्पाद रसायनों से मुक्त होते हैं और हमारी सेहत और पर्यावरण दोनों के लिए अच्छे माने जाते हैं। नेचुरल प्रोडक्ट्स में जड़ी-बूटियों, फलों, फूलों और अन्य प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त सामग्री होती है। इनका इस्तेमाल स्किनकेयर, हेयरकेयर, खान-पान और स्वास्थ्य संबंधी उत्पादों में होता है। 

योग और ध्यान

योग और ध्यान का नियमित अभ्यास बालों के झड़ने को कम करने में काफी मददगार होता है। ये दोनों ही तनाव को कम करते हैं, जो कि बाल झड़ने का एक प्रमुख कारण होता है। तनाव में कमी से तेलोजेन एफ्लुवियम जैसी समस्याएं भी कम होती हैं। इसके अलावा, योग के कुछ आसन जैसे कि सिर्शासन और अधोमुख श्वानासन खोपड़ी तक रक्त का प्रवाह बढ़ाते हैं, जिससे बालों की जड़ों तक अधिक पोषण और ऑक्सीजन पहुंचता है, और बाल मजबूत बनते हैं।

योग और ध्यान हार्मोनल संतुलन भी बनाए रखते हैं, जो बालों के झड़ने के लिए एक और कारण हो सकता है। इसके अतिरिक्त, योग से शरीर का डिटॉक्सीफिकेशन होता है, जो बालों की सेहत में सुधार लाता है। इस तरह, योग और ध्यान के नियमित अभ्यास से शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ बालों के झड़ने में भी कमी आती है।

पुरुषों में बाल झड़ने की समस्या के लिए घरेलू उपचार

गंजापन के लिए नारियल तेल

नारियल तेल में लॉरिक एसिड और ट्राइग्लिसराइड्स होते हैं, जो बालों के प्रोटीन को सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। यह बालों को मजबूत बनाता है और बालों के झड़ने की समस्या को कम कर सकता है। नारियल तेल खोपड़ी की नमी को बनाए रखने और रूसी से राहत देने में भी सहायक है, जो बालों के गिरने के कारणों में से एक हो सकती है।

नारियल तेल का नियमित उपयोग बालों की जड़ों को पोषण देने और बालों की वृद्धि को बढ़ावा देने में मदद करता है। इसे सीधे खोपड़ी पर लगाकर मालिश करना और कुछ समय बाद धो लेना बालों के लिए लाभकारी होता है।

बालों के लिए आंवला

आंवला, जो विटामिन C से भरपूर होता है, बालों की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। जब आंवले का पाउडर या उसका रस बालों पर लगाया जाता है, तो यह बालों की जड़ों को मजबूत और काला बनाता है। आंवला बालों के झड़ने को रोकने, बालों की जड़ों को पोषण देने और बालों के स्वास्थ्य को बढ़ाने में मदद करता है। इसे बालों में तेल के रूप में लगाया जा सकता है, या फिर आंवला पाउडर को पानी या दही के साथ मिलाकर हेयर पैक के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। आंवला बालों की प्राकृतिक चमक को बढ़ाता है और सफेद बालों की समस्या को भी नियंत्रित कर सकता है। इसके अलावा, यह खोपड़ी की समस्याओं जैसे रूसी और खुजली को दूर करने में भी सहायक है। नियमित रूप से आंवला का इस्तेमाल बालों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।

मेथी दाना को बालों मे लगाये

मेथी दाना बालों के लिए एक उत्कृष्ट उपचार है। इसे इस्तेमाल करने के लिए, सबसे पहले मेथी के दानों को रात भर पानी में भिगो देना चाहिए। फिर इन भीगे हुए दानों को पीसकर एक स्मूथ पेस्ट तैयार करें। इस पेस्ट को अपने सिर की खोपड़ी और बालों पर अच्छी तरह से लगाएं, यह सुनिश्चित करते हुए कि यह समान रूप से फैला हो। इसे कम से कम 20 से 30 मिनट तक या अधिक समय तक बालों पर रखने के बाद, ठंडे पानी और हल्के शैम्पू से धो लें। मेथी बालों को मजबूत बनाती है, उनके झड़ने को कम करती है, और खोपड़ी की सेहत में सुधार करती है, साथ ही बालों को नरम और चमकदार भी बनाती है।

प्याज से गंजापन दूर करे

प्याज का रस बालों के लिए एक प्राकृतिक और शक्तिशाली उपचार है। प्याज में सल्फर की उच्च मात्रा होती है, जो बालों के विकास के लिए आवश्यक होता है और बालों के गिरने की समस्या को कम करता है। प्याज का रस लगाने से बालों के रोम छिद्र खुलते हैं, जिससे बालों की जड़ों तक ज्यादा ऑक्सीजन और पोषण पहुंचता है। 

ग्रीन टी बालों के लिए

ग्रीन टी बालों के लिए काफी लाभकारी होती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स की प्रचुर मात्रा होती है, जो बालों के स्वास्थ्य को बढ़ाते हैं। ग्रीन टी में मौजूद पोलीफेनॉल्स बालों की जड़ों को मजबूती देते हैं और बालों के झड़ने की समस्या को कम करते हैं। इसके अलावा, ग्रीन टी खोपड़ी के स्वास्थ्य को भी सुधारती है, रूसी और खुजली जैसी समस्याओं से राहत दिलाती है। ग्रीन टी का उपयोग बाल धोने के लिए या बालों की चाय के रूप में किया जा सकता है, जो बालों को प्राकृतिक चमक और मजबूती प्रदान करता है।

फिटकरी से गंजेपन का इलाज

फिटकरी का इस्तेमाल बालों की देखभाल और गंजेपन से निजात पाने के लिए एक पुराना और पारंपरिक तरीका है। फिटकरी के पाउडर को बालों के कंडीशनर में मिलाकर लगाने से बालों को अच्छी तरह पोषण मिलता है। फिटकरी बालों को धोने में भी काम आती है। इससे सिर की त्वचा के संक्रमण कम हो सकते हैं और सिर की त्वचा की सफाई भी होती है। इससे सिर की त्वचा के छिद्र साफ होते हैं, जिससे बालों को अच्छा पोषण मिलता है और उनकी बढ़ोतरी हो सकती है।

यह याद रखें कि फिटकरी का अत्यधिक इस्तेमाल त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है।

निष्कर्ष

गंजेपन को प्राकृतिक उपायों का इस्तेमाल करके भी कम किया जा सकता है। इन उपायों में थोड़ा समय तो लगता है, लेकिन इनसे मिलने वाले परिणाम सुरक्षित और सकारात्मक होते हैं। इसके लिए आपको धैर्य बनाए रखना होगा और अपनी दिनचर्या में कुछ साधारण परिवर्तन करने होंगे। जैसे कि एक संतुलित और पौष्टिक आहार अपनाना, तनाव से दूर रहना, सुबह की सैर या व्यायाम करना, जो न केवल शरीर को स्वस्थ रखते हैं, बल्कि बालों के लिए भी लाभदायक होते हैं। ये उपाय आपके गंजेपन की समस्या को कम करने में मदद करेंगे और साथ ही आपके समग्र स्वास्थ्य में भी सुधार लाएंगे।

FAQs

बाल दोबारा उगने में कितना समय लगता है?

लगभग तीन से छह महीनों के अंदर बाल वापस उगने शुरू हो जाते हैं। हालांकि, सटीक समय अवधि व्यक्ति की शारीरिक स्थिति, उनके बालों के प्राकृतिक वृद्धि चक्र, और उपचार की प्रभावशीलता पर निर्भर करती है।

कौन सा फल गंजेपन को रोकता है?

कुछ फल गंजेपन को रोकने में विशेष रूप से लाभकारी होते हैं। जैसे, संतरे में विटामिन C की प्रचुर मात्रा होती है, जो एक मजबूत एंटीऑक्सिडेंट है और यह बालों को बनाने वाले प्रोटीन कोलेजन के निर्माण में मदद करता है। सेब में पाया जाने वाला बायोटिन (विटामिन B7) बालों की वृद्धि के लिए अहम होता है और इसकी कमी से बाल पतले हो सकते हैं और झड़ सकते हैं। स्ट्रॉबेरी भी विटामिन C का एक बढ़िया स्रोत है और यह बालों को मजबूत और स्वस्थ बनाने में सहायक है। एवोकाडो में मौजूद विटामिन E स्कैल्प की सेहत में सुधार करता है और बालों की जड़ों को पोषित करता है। वहीं, केले में पोटैशियम, बायोटिन, और विटामिन C होते हैं, जो बालों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं।

बाल झड़ने की आयुर्वेदिक दवा क्या है?

आयुर्वेद में बाल झड़ने के उपचार के लिए कई प्राकृतिक उपायों का वर्णन है। इनमें से एक है भृंगराज (Eclipta alba), जिसे अक्सर ‘बालों का राजा’ कहा जाता है। भृंगराज के तेल से सिर की मालिश करने से बालों के झड़ने में कमी और उनकी वृद्धि में सहायता मिलती है। आंवला (Indian Gooseberry) जो विटामिन C से भरपूर होता है, बालों को मजबूत बनाने और उनके झड़ने को रोकने में कारगर है। नीम की पत्तियाँ और तेल खोपड़ी की समस्याओं का उपचार करते हैं और बाल झड़ने को कम करते हैं। रीठा और शिकाकाई बालों को प्राकृतिक रूप से धोने और पोषण प्रदान करने वाली जड़ी-बूटियाँ हैं। वहीं, ब्राह्मी (Bacopa monnieri) बालों की जड़ों को पोषित करती है और उनके झड़ने को कम करती है।

पुरुष किस उम्र में गंजे होने लगते हैं?

पुरुषों में गंजापन आमतौर पर अलग-अलग उम्र में शुरू होता है, जो उनकी वंशानुगत (आनुवांशिकी) स्थिति, हार्मोनल स्तर, और अन्य स्वास्थ्य संबंधी कारकों पर निर्भर करता है। आमतौर पर, यह समस्या 20 से 60 वर्ष की उम्र के बीच के पुरुषों में देखी जाती है।

कौन सा दोष बाल गिरने का कारण बनता है?

आयुर्वेद के अनुसार, बाल गिरने का मुख्य कारण ‘पित्त’ दोष का असंतुलन माना जाता है। पित्त दोष का संबंध शरीर में अग्नि या पाचन शक्ति से होता है। जब यह दोष असंतुलित होता है, तो यह शरीर में विभिन्न समस्याएँ उत्पन्न कर सकता है, जिसमें बालों का गिरना भी शामिल है। इसके अलावा, ‘वात’ और ‘कफ’ दोषों का असंतुलन भी बालों के गिरने का कारण बन सकता है, लेकिन आमतौर पर पित्त दोष को ही इसके लिए प्रमुख माना जाता है।

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