क्या है ऑर्गेनिक फूड ? जानिए इसकी पहचान कैसे करे?

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आजकल, बहुत से लोग स्वास्थ्य और पर्यावरणीय जागरूकता के चलते अधिक से अधिक जैविक भोजन की ओर रुख कर रहे हैं। ऑर्गेनिक फूड में क्या खास है जो इसे हमारे दैनिक आहार का एक अनिवार्य हिस्सा बना रही है? क्या वाकई में यह हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, या इसके पीछे कुछ ऐसे नुकसान भी छिपे हैं जिनसे हम अनजान हैं?

क्या जैविक खेती के प्रति बढ़ता रुझान वास्तव में उम्मीद की नई किरण है या फिर यह महज एक गुजरता हुआ चलन है? चलिए इस विषय पर एक नज़र डालते हैं और जानते हैं कि आखिर क्यों ऑर्गैनिक फूड (organic foods)  आज के समय में इतना महत्वपूर्ण बन गया है। 

ऑर्गेनिक फूड क्या होता है | What is organic food

आज जब हम बाजार की ओर रुख करते हैं तो अक्सर हमें खाद्य पदार्थों पर ‘ऑर्गेनिक’ शब्द लिखा दिखाई देता है। परन्तु ऑर्गेनिक तत्व क्या है, यह एक महत्वपूर्ण प्रश्न है।

खाद्य सुरक्षा और मानव स्वास्थ्य को मुख्य प्राथमिकता देते हुए,जैविक कृषि  ऐसे खेती तरीकों को अपनाती है जो सिंथेटिक रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों और जीएमओ (जेनेटिकली मोडिफाइड ऑर्गेनिज्म्स) से मुक्त होते हैं।

जब हम पूरी तरह से ऑर्गेनिक का मतलब समझने की कोशिश करते हैं, तो हमें पता चलता है कि इसका अर्थ है वो उत्पाद जो शुद्ध जैविक तरीके से खेती और प्रक्रियाओं के जरिए बनाए जाते हैं। इन्हें ‘जैविक उत्पाद’ कहा जाता है और ये विशेष जैविक प्रमाणन संस्थाओं द्वारा चेक किए जाते हैं और प्रमाणित किए जाते हैं।

मुख्य तौर पर, ऑर्गेनिक से क्या होता है यह एक आम सवाल है जिसका जवाब है स्वास्थ्य लाभ। ये उत्पाद पर्यावरण के लिए अच्छे होते हैं और मिट्टी की गुणवत्ता और उपजाऊपन को भी बेहतर बनाते हैं। लोगों को भरोसा होता है कि जो वे खा रहे हैं वह साफ और नैतिक रूप से उगाया गया है।

  • ऑर्गेनिक खेती में कोई सिंथेटिक रसायन या कीटनाशकों का प्रयोग नहीं होता।
  • जैविक उत्पाद प्राकृतिक उर्वरकों और पारंपरिक तकनीकों का उपयोग करके उगाए जाते हैं।
  • 100% ऑर्गेनिक उत्पादन प्रक्रियाओं में किसी भी प्रकार के जेनेटिकली मोडिफाइड इंग्रेडिएंट्स का इस्तेमाल नहीं होता।
  • जैविक मार्क और प्रमाणपत्र इस बात की गारंटी देते हैं कि खाद्य उत्पाद सख्त जैविक मानदंडों का पालन करते हैं।

ऑर्गेनिक फूड के फायदे | Benefits of organic food in hindi

आज के स्वास्थ्य-सजग युग में, जैविक खाद्य पदार्थों का महत्व निरंतर बढ़ रहा है। इसके पीछे विभिन्न कारण हैं, जिनमें से प्रमुख हैं – पोषण युक्त आहार की उपलब्धता, कीटनाशकों से मुक्ति और दीर्घकालिक स्वास्थ्य लाभ।

पोषण संबंधी फायदे

ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों में पोषण का स्तर अधिक होता है, क्योंकि वे प्राकृतिक तरीकों से उगाए जाते हैं। जब हम ऑर्गेनिक फूड की बात करते हैं, तो हमारा मतलब ऐसे खाने से है जो किसी भी केमिकल खाद या कीटनाशकों के बिना उगाया जाता है।

ऐसा माना जाता है कि ऑर्गेनिक फूड्स में पोषक तत्वों की मात्रा ज्यादा होती है। उदाहरण के लिए, फलों और सब्जियों में विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सिडेंट्स जैसे पोषक तत्व ज्यादा मिलते हैं। इसके अलावा, ऑर्गेनिक दूध में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स अधिक होते हैं, जो हमारे दिल के लिए अच्छे होते हैं। इस तरह के खाने से हमें वो जरूरी पोषण मिलता है जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है, और इससे हमारी समग्र सेहत में सुधार होता है।

कीटनाशकों से मुक्ति का महत्व

जब हम कीटनाशकों का इस्तेमाल करके उगाई हुई चीजों को खाते हैं, तो वो केमिकल हमारे शरीर में जा सकते हैं जो कई प्रकार की बीमारियां हो सकती हैं। इनमें एलर्जी, हार्मोनल असंतुलन और यहां तक कि कुछ प्रकार के कैंसर भी शामिल हैं। दूसरी ओर, जब हम कीटनाशकों से मुक्त खाना खाते हैं, तो हम अपने शरीर को इन हानिकारक केमिकल्स से बचा सकते हैं।

इसके अलावा, कीटनाशकों का उपयोग पर्यावरण पर भी बुरा असर डालता है। ये केमिकल मिट्टी, पानी और हवा को प्रदूषित करते हैं, जिससे जैव विविधता को नुकसान पहुंचता है। इसलिए, कीटनाशकों से मुक्त खाना न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, बल्कि यह हमारे ग्रह के लिए भी बेहतर है। कीटनाशकों से मुक्त खेती से हम मिट्टी की उर्वरता को बनाए रख सकते हैं और पानी के स्रोतों को साफ रख सकते हैं, जिससे एक स्वस्थ पर्यावरण की रक्षा होती है।

दीर्घकालिक स्वास्थ्य लाभ

ऑर्गेनिक भोजन के सेवन से हम विभिन्न बीमारियों जैसे कि हृदय रोग, मधुमेह, और कुछ प्रकार के कैंसर से बचाव कर सकते हैं। इसके अलावा, एक स्वस्थ जीवनशैली अच्छी नींद, उच्च ऊर्जा के स्तर, और बेहतर मनोदशा को भी प्रोत्साहित करती है।

सही खान-पान का चयन करके, हम पर्यावरण की रक्षा में भी योगदान देते हैं। जैविक खेती से मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है, पानी के स्रोत स्वच्छ रहते हैं, और जैव विविधता को संरक्षित किया जाता है। इस प्रकार, लंबी अवधि में हमारा स्वास्थ्य और हमारे ग्रह का स्वास्थ्य दोनों सुधरता है, जिससे हमें और हमारी आने वाली पीढ़ियों को लाभ होता है।

कार्बनिक खेती का महत्व

कार्बनिक खेती का मतलब है कीटनाशकों, रासायनिक खादों और जेनेटिकली मॉडिफाइड ऑर्गेनिज़म्स (GMO) के बिना फसलों की खेती करना। इससे हमें मिलने वाला खाना न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए बेहतर होता है, बल्कि इससे पर्यावरण की रक्षा भी होती है।

कार्बनिक खेती से मिट्टी की उर्वरता लंबे समय तक बनी रहती है, क्योंकि इसमें प्राकृतिक तरीके से मिट्टी को पोषण दिया जाता है। इससे मिट्टी का स्वास्थ्य बेहतर होता है, और वह जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों का सामना भी बेहतर तरीके से कर सकती है। पर्यावरण के लिए भी कार्बनिक खेती अच्छी है, क्योंकि यह जल संरक्षण को बढ़ावा देती है, पानी और हवा को रासायनिक प्रदूषण से मुक्त रखती है, और जैव विविधता को संरक्षित करती है।

इसके अलावा, कार्बनिक खेती स्थानीय खेतिहर समुदायों के लिए भी लाभदायक होती है क्योंकि इससे उन्हें बेहतर मूल्य मिलता है और रासायनिक खादों और कीटनाशकों पर निर्भरता कम होती है। उपभोक्ताओं को भी शुद्ध और स्वस्थ खाना मिलता है, जिससे उनका स्वास्थ्य बेहतर बना रहता है। इस तरह, कार्बनिक खेती हम सभी के लिए एक सुस्थिर और स्वस्थ भविष्य की दिशा में एक कदम है।

जल संरक्षण और जैव विविधता 

जल संरक्षण और जैव विविधता की सुरक्षा और संरक्षण हमारे लिए और आने वाली पीढ़ियों के लिए अत्यंत जरूरी है। जल संरक्षण का अर्थ है पानी के संसाधनों का बुद्धिमानी से उपयोग करना और उसे बर्बाद होने से बचाना। यह हमें सूखे और पानी की कमी जैसी समस्याओं से लड़ने में मदद करता है और पानी की उपलब्धता को बढ़ाता है। 

दूसरी ओर, जैव विविधता का तात्पर्य विभिन्न प्रकार के जीवन रूपों से है जो हमारे चारों ओर पाए जाते हैं। यह विविधता हमारे पर्यावरण को स्थिर और स्वस्थ रखती है, पारिस्थितिकी तंत्र की सेवाओं को बनाए रखती है, और प्राकृतिक संसाधनों के सतत् उपयोग में सहायक होती है। जैव विविधता की सुरक्षा से हमें खाद्य सुरक्षा, दवाइयों के लिए कच्चे माल, और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से निपटने में मदद मिलती है।

जल संरक्षण और जैव विविधता का संरक्षण हमें प्रकृति के साथ अपने रिश्ते को नए सिरे से समझने और उसे बेहतर बनाने का मौका देता है। ये हमें सिखाते हैं कि कैसे हम प्रकृति के साथ मिलकर, उसका सम्मान करते हुए जी सकते हैं। इसलिए, पानी बचाने और जीवों की विविधता को संजोने के लिए कदम उठाना सिर्फ आज के लिए ही नहीं, बल्कि हमारे आने वाले कल के लिए भी बहुत जरूरी है।

ऑर्गेनिक फूड क्या है और इनकी पहचान कैसे करे?

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ऑर्गेनिक फूड की पहचान करना अक्सर थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन यह सुझावों की मदद से आप इसे आसानी से पहचान सकते हैं: 

1) प्रमाणन लेबल की जांच करें: ऑर्गेनिक उत्पादों पर आमतौर पर एक प्रमाणन लेबल होता है जो यह दर्शाता है कि उत्पाद संबंधित प्राधिकरण द्वारा प्रमाणित ऑर्गेनिक है। भारत में, इसे ‘इंडिया ऑर्गेनिक’, ‘USDA Organic’, ‘EU Organic’ आदि के रूप में पहचाना जा सकता है।

2) उत्पाद कोड की जांच करें: पैकेज्ड फूड्स पर एक बारकोड और एक उत्पाद कोड होता है। ऑर्गेनिक उत्पादों के लिए यह कोड आमतौर पर ‘9’ से शुरू होता है।

3) सामग्री की सूची की जांच करें: पैकेज पर सामग्री की सूची देखें। ऑर्गेनिक उत्पादों में कृत्रिम रंग, स्वाद, या संरक्षक नहीं होते।

4) कीमत: आमतौर पर, ऑर्गेनिक उत्पाद नॉन-ऑर्गेनिक उत्पादों की तुलना में महंगे होते हैं क्योंकि उनकी खेती और प्रोडक्शन प्रक्रिया अधिक समय लेने वाली और श्रमसाध्य होती है।

5) खरीदने की जगह: ऑर्गेनिक उत्पादों को खरीदने के लिए विश्वसनीय स्टोर्स या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स का चयन करें जो विशेष रूप से ऑर्गेनिक उत्पादों को बेचते हैं।

6) स्थानीय बाजारों का समर्थन करें: स्थानीय किसान बाजारों में जाएं और किसानों से सीधे खरीदार करें। स्थानीय किसान अक्सर अपने उत्पादों के बारे में बहुत जानकारी रखते हैं और आपको बता सकते हैं कि उनके उत्पाद वास्तव में ऑर्गेनिक हैं या नहीं। यह आपको उन उत्पादों की गुणवत्ता और उनके उत्पादन के तरीकों के बारे में सीधी जानकारी प्राप्त करने का एक बेहतरीन मौका देता है।

7) विविधता पर ध्यान दें: ऑर्गेनिक उत्पादों में अक्सर अधिक विविधता होती है, खासकर फलों और सब्जियों में। इसलिए, अगर आपको बाजार में कुछ अनोखे वेरिएंट्स दिखाई देते हैं, तो संभावना है कि वे ऑर्गेनिक हों।

8) सीजनल खरीदारी: ऑर्गेनिक उत्पादों को उनके सीजन में खरीदना भी एक अच्छा विचार है। सीजनल उत्पादों का मतलब है कि वे प्राकृतिक रूप से उगाए गए हैं और इसमें कीटनाशकों का उपयोग कम होता है।

9) जागरूकता और शिक्षा: ऑर्गेनिक खेती और उत्पादों के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करें। कई संगठन और वेबसाइट्स हैं जो ऑर्गेनिक उत्पादों के बारे में जानकारी प्रदान करते हैं। इस जानकारी के साथ, आप बेहतर निर्णय ले सकते हैं और असली ऑर्गेनिक उत्पादों की पहचान कर सकते हैं।

10) अपनी इंद्रियों पर विश्वास करें: ऑर्गेनिक फूड अक्सर अधिक स्वादिष्ट और ताजा होता है। फलों और सब्जियों का रंग, गंध और स्वाद देखें। ऑर्गेनिक उत्पादों में आमतौर पर एक विशिष्ट और प्राकृतिक स्वाद होता है।

इन तरीकों को अपनाकर, आप न केवल अपने और अपने परिवार के लिए शुद्ध और स्वस्थ खाना चुन सकते हैं, बल्कि पर्यावरण की रक्षा में भी करें।

ऑर्गेनिक खेती कैसे होती है?

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जैविक खेती में इस्तेमाल होने वाले ऑर्गेनिक घटक बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। ऑर्गेनिक घटक का मतलब है वे प्राकृतिक सामग्री जिनमें रसायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का इस्तेमाल नहीं होता या बहुत कम होता है। ये सामग्री खेती को स्वास्थ्यपूर्ण और टिकाऊ बनाने के लिए उपयोग में लाई जाती हैं। इनमें जैविक खाद, नीम की खली, गोबर की खाद जैसे प्राकृतिक पदार्थ आते हैं, जो सीधे प्राकृतिक स्रोतों से प्राप्त किए जाते हैं।

फल और सब्जियों को ऑर्गेनिक तरीके बिना किसी  सिंथेटिक पेस्टीसाइड के द्वारा उगाया जाता है। उन्हें उगाने का तरीका पूरी तरह से प्राकृतिक होता है। हालांकि एक अध्ययन के मुताबिक ऑर्गेनिक सब्जियां से आपको अधिक विटामिन या मिनरल नहीं मिलते हैं। 

ऑर्गेनिक फूड में क्या खास है? – उपभोक्ता दृष्टिकोण

वर्तमान समय में उपभोक्ताओं का रुझान ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों की ओर अधिक बढ़ रहा है। इसके पीछे कई स्वास्थ्य और पर्यावरणीय कारण हैं; साथ ही, जागरूकता का स्तर भी उन्नत हो रहा है। आइए इस हिस्से में हम उपभोक्ता दृष्टिकोण से ऑर्गेनिक फूड की विशेषताओं और उनके बाजार में प्रचलन को समझें।

ऑर्गेनिक फूड के बाजार और प्रवृत्ति

भारत सहित विश्वभर में ऑर्गेनिक फूड के बाजार में निरंतर विकास हो रहा है। उपभोक्ता दृष्टिकोण से इसके कई कारण हैं जैसे कि स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती सजगता, बीमारियों से बचाव, और बढ़ती जीवनशैली संबंधी जानकारी। उपभोक्ताओं की इन आकांक्षाओं के चलते, ऑर्गेनिक फूड मार्केट एक उर्वर क्षेत्र के रूप में उभर रहा है।

स्थानीय और ताजा ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों की मांग

अधिकांश उपभोक्ता ताजगी और शुद्धता के लिए स्थानीय ऑर्गेनिक उत्पादों की ओर अग्रसर होते हैं। इस बात का कारण है कि स्थानीय उत्पादों के उत्पादन में ताजगी और पौष्टिकता की गारंटी होती है। साथ ही, इससे स्थानीय किसानों और छोटे व्यापारियों को भी प्रोत्साहन मिलता है, जो कि एक स्थायी और समतापूर्ण अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है।

इस प्रकार, उपभोक्ता अधिक ‘जैविक’ और ‘स्थानीय’ के मिश्रण वाले उत्पादों की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जिससे ऑर्गेनिक फूड मार्केट में एक सक्रिय और सजीव वातावरण बन रहा है।

ऑर्गेनिक फूड के मूल्य और उपलब्धता पर चर्चा

आजकल, ऑर्गेनिक फूड की कीमतें और उनकी उपलब्धता हमेशा खरीदारों के दिमाग में एक बड़ा सवाल बनी रहती हैं। चूंकि ऑर्गेनिक खेती को ज्यादा समय और संसाधनों की जरूरत होती है, इसका परिणाम इन उत्पादों की कीमतों पर पड़ता है।

इसके अलावा, ऑर्गेनिक उत्पादों की उपलब्धता भी इनके दामों को प्रभावित करती है। परंतु, बढ़ती मांग के चलते, अब बाजार में ऐसे जैविक खाद्य पदार्थ भी आने लगे हैं जिन्हें मध्यम वर्गीय ग्राहक भी आसानी से खरीद सकते हैं और अपने खाने में शामिल कर सकते हैं।

ऑर्गेनिक उत्पादों के सेवन से त्वचा पर प्रभाव

आज का स्वास्थ्य जागरूक समाज ना केवल शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दे रहा है बल्कि त्वचा के लिए भी स्वच्छ एवं प्राकृतिक पोषण की मांग कर रहा है। त्वचा के लिए ऑर्गेनिक फूड और ऑर्गेनिक उत्पाद, जो प्राकृतिक तत्वों से भरपूर होते हैं, न केवल आंतरिक स्वास्थ्य में सुधार करते हैं बल्कि त्वचा की सुंदरता और चमक को भी बढ़ाते हैं।

त्वचा के लिए ऑर्गेनिक आहार का महत्व

जैविक आहार जो अविष्कृत, रासायनिक मुक्त और प्राकृतिक तरीके से उगाए जाते हैं, वे त्वचा की गुणवत्ता में वृद्धि करते हैं। ये खाद्य पदार्थ विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सिडेंट्स और अन्य पोषक तत्वों के अच्छे स्रोत होते हैं, जो त्वचा को रिपेयर करने, उम्र के प्रभावों को धीमा करने और एक स्वस्थ आभा प्रदान करने में सहायक होते हैं।

प्राकृतिक तत्वों से युक्त उत्पाद

ऑर्गेनिक स्किनकेयर उत्पादों में प्राकृतिक तत्व जैसे नीम, एलो वेरा, हल्दी आदि शामिल होते हैं जो त्वचा की गहराई में जाकर इसकी साफ-सफाई, पोषण और नवीकरण करते हैं। बाजार में उपलब्ध इन प्राकृतिक उत्पादों का चयन करते समय लेबल्स की जानकारी और सामग्री की प्रमाणिकता की जाँच अनिवार्य है।

  • प्राकृतिक मॉइस्चराइज़र
  • ऑर्गेनिक सनस्क्रीन
  • जैविक चेहरे का मास्क

इन उत्पादों को नियमित इस्तेमाल करने से त्वचा में सुधार आता है और यह चमकदार तथा स्वस्थ दिखाई देती है। निष्कर्षत: ऑर्गेनिक फूड का सेवन और प्राकृतिक उत्पादों का इस्तेमाल त्वचा के लिए अमृत की तरह है, जो इसके सौंदर्य एवं स्वास्थ्य को लंबी अवधि तक बनाए रखता है।

निष्कर्ष

इस लेख के माध्यम से हमने जैविक भोजन का महत्व समझा तथा इसके स्वास्थ्य और पर्यावरणीय लाभों पर प्रकाश डाला। उपभोक्ता निर्णय के केंद्र में ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थों का स्वाद तथा सेहत संबंधी गुण हैं, जो उन्हें परंपरागत खाद्य सामग्री की तुलना में एक बेहतर विकल्प बनाते हैं।

वैश्विक स्तर पर देखें तो कई देश जैसे कि भारत, चीन, और संयुक्त राज्य अमेरिका जैविक उत्पाद पैदा करने के लिए प्रसिद्ध हैं। ये देश न केवल अपने देशवासियों के लिए, बल्कि वैश्विक बाजार के लिए भी जैविक उत्पादों की आपूर्ति करते हैं।

अंततः, आपके आहार में जैविक खाद्य पदार्थों का समावेश करना एक वैयक्तिक निर्णय है जिसे उत्पादों की उपलब्धता, आर्थिक स्थिति, और स्वास्थ्य लक्ष्यों के आधार पर लिया जाना चाहिए। हमारा यह लेख उस निर्णय की दिशा में एक सहायक संसाधन के रूप में कार्य करने का प्रयास करता है।

FAQs

ऑर्गेनिक फूड में क्या खास  है?

ऑर्गेनिक फूड, या जैविक उत्पाद, का उत्पादन प्राकृतिक तरीकों से किया जाता है, जिसमें कृत्रिम कीटनाशकों, सिंथेटिक उर्वरकों और जेनेटिकली मॉडिफाइड ऑर्गेनिज्मों (GMO) का इस्तेमाल नहीं होता। ये पौष्टिक, पर्यावरण के अनुकूल होते हैं और स्थानीय समुदायों को सहारा देने में भी योगदान देते हैं।

ऑर्गेनिक तत्व क्या है?

ऑर्गेनिक तत्व वे प्राकृतिक सामग्री हैं जिनका उपयोग जैविक खेती में होता है। ये बिना किसी केमिकल या सिंथेटिक अवयवों के पौधों की वृद्धि और उत्पादन में सहायता करते हैं।

जैविक भोजन बेहतर क्यों है?

जैविक भोजन पोषक तत्वों से भरपूर होता है, क्योंकि यह कीटनाशकों और कृत्रिम केमिकल्स से मुक्त होता है, जो लंबी अवधि में स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं।

100% ऑर्गेनिक क्या है?

100% ऑर्गेनिक सील उन उत्पादों पर लगाया जाता है जिनका उत्पादन पूर्णतया जैविक तरीकों से हुआ हो, जिसमें कोई भी गैर-ऑर्गेनिक सामग्री का उपयोग नहीं हुआ हो।

ऑर्गेनिक सब्जियां क्या होती हैं?

ऑर्गेनिक सब्जियाँ वे सब्जियाँ हैं, जिनकी खेती में रासायनिक खाद, कीटनाशकों, या जेनेटिकली इंजीनियरिंग तकनीकों का उपयोग नहीं किया गया होता। इनकी खेती सुरक्षित और प्राकृतिक जैविक पद्धतियों से होती है।

जैविक भोजन पर कौन से लेबल दिखाई देते हैं?

जैविक भोजन पर आमतौर पर “100% ऑर्गेनिक”, “ऑर्गेनिक”, या “मेड विथ ऑर्गेनिक” जैसे लेबल दिखाई देते हैं। इन लेबल्स का मतलब है कि उत्पादों का उत्पादन निश्चित प्रमाणित जैविक मानकों का पालन करते हुए किया गया है।

क्या ऑर्गेनिक खाना खाना बेहतर है?

हां, कई शोधकर्ताओं और आहार विशेषज्ञों के अनुसार, ऑर्गेनिक खाद्य पदार्थ खाना बेहतर होता है क्योंकि वे पोषण तत्वों में समृद्ध होते हैं और शरीर में हानिकारक रासायनिक अवशेषों का संचय कम होता है। इस प्रकार आर्गेनिक फ़ूड हमारी हेल्थ को कई फायदे (health benefits of eating organic food) देता है।

कौन सा देश सबसे ज्यादा जैविक उत्पाद पैदा करता है?

ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा जैविक उत्पादों की खेती होती है, उसके बाद अर्जेंटीना और चीन का स्थान आता है। यूरोप और उत्तर अमरीका भी जैविक उत्पादों में अग्रणी हैं।

क्या ऑर्गेनिक फूड आपकी त्वचा के लिए बेहतर है?

जी हां, ऑर्गेनिक फूड त्वचा के लिए बेहतर माना जाता है क्योंकि वह प्राकृतिक स्रोतों से पोषण देता है और कीटनाशकों के बिना उगाया जाता है जो त्वचा के रोगों को कम कर सकता है। ऑर्गेनिक आहार के नियमित सेवन से त्वचा अधिक स्वस्थ और चमकती हुई नजर आती है।

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