किशमिश के 19 अद्भुत स्वास्थ्य लाभ | Kismis Khane ke Fayde

किशमिश के फायदे सिर्फ इसके मीठे स्वाद तक ही सीमित नहीं हैं। यह छोटा सा ड्राई फ्रूट अपने अनगिनत स्वास्थ्य लाभों के साथ हमारे भोजन  का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। किशमिश एक ऐसा ड्राई फ्रूट है जिसका नाम सुनते ही हमें खट्टे मीठे स्वाद का अहसास होता है। हालांकि, किशमिश को सूखा तो खाया जा सकता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भिगोकर खाने से उसके फायदे दोगुने होते हैं? आइए इस लेख में हम आगे जानते हैं किशमिश को सूखा और भिगोकर खाने के फायदे।

किशमिश क्या है? | Raisins meaning in Hindi

किशमिश छोटी गोल आकार की होती है लाल, काला, हरा और सुनहरा रंग इसे विशेष बनाते हैं। इसकी सूखी हुई झुर्रियों वाली त्वचा इसे और भी आकर्षक बनाती है। किशमिश का टेक्सचर (texture) बहुत हल्का और मुलायम होता है।

भारत में किशमिश को विभिन्न नामों से जाना जाता है:

  • हिन्दी (raisin in Hindi): किशमिश (Kishmish)
  • तेलुगु (raisin in Telugu): ఎండుద్రాక్ష (Endudraksha)
  • तमिल (raisin in Tamil): உலர் திராட்சை (Ular Thiratchai)
  • मलयालम (raisin in Malayalam): ഉണക്ക മുന്തിരി (Unakka Munthiri)
  • कन्नड (raisin in Kannada): ಒಣದ್ರಾಕ್ಷಿ (Onadrakshi)
  • गुजराती (raisin in Gujarati): લાલ દ્રાક્ષ (Lal Draksh)
  • मराठी (raisin in Marathi): मनुका (Manuka)
  • बंगाली (raisin in Bengali): কিসমিস (Kismis)
  • पंजाबी (raisin in Punjabi): ਕਿਸਮਿਸ (Kismis)

किशमिश की खेती कहां होती है?

किशमिश दुनिया भर में उपलब्ध होती है। इसकी मुख्य उत्पादन स्थल हैं उत्तरी अमेरिका, तुर्की, अफ्रीका, चीन, इरान और अफगानिस्तान। हालांकि भारत भी एक प्रमुख किशमिश उत्पादक देश है जहां किशमिश का उत्पादन राजस्थान, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और पंजाब जैसे राज्यों में होता है।

महाराष्ट्र भारत में किशमिश के उत्पादन में अग्रणी है। महाराष्ट्र का नासिक ज़िला अंगूर की खेती के लिए काफी महसूर है। और इसी लिए किसमिश की सबसे ज़्यादा उत्पादन भी नासिक में ही होता है।

किशमिश कैसे बनती है? | What fruit do raisins come from?

किशमिश का पेड़ नहीं होता, किशमिश एक प्रकार का सूखा मेवा होता है जो अंगूर को धूप और हवा में सुखाकर तैयार किया जाता है।  अंगूर के सूखने के बाद इसका रंग और स्वाद दोनों बदल जाते हैं जिसे हम किशमिश कहते हैं। किशमिश बनाने की प्रक्रिया इस प्रकार है:

  • अंगूर का चयन: सबसे पहले, उचित प्रकार के अंगूरों का चयन किया जाता है, जो ताजा और पके हुए होने चाहिए।
  • सुखाने की प्रक्रिया: इन अंगूरों को फिर धूप में सुखाया जाता है। इस दौरान अंगूर का पानी सूख जाता है, जिससे वे सिकुड़कर किशमिश का रूप ले लेते हैं।
  • प्राकृतिक या कृत्रिम सुखाना (artificial drying) : अंगूर को या तो प्राकृतिक रूप से धूप में या फिर मशीनों की मदद से सुखाया जा सकता है।
  • सफाई और गुणवत्ता निर्धारण: सुखाने के बाद किशमिश को साफ किया जाता है और उनकी गुणवत्ता और आकार के हिसाब से वर्गीकरण किया जाता है।
  • पैकिंग और बाजार में बेचना: अंत में, किशमिश को पैक करके बाजार में बेचने के लिए भेजा जाता है।

इस प्रक्रिया के जरिए अंगूर को किशमिश में बदला जाता है।

किशमिश के पोषण मूल्य का चार्ट | Raisins nutrition chart

खाद्यांशमात्रा प्रति 100 ग्राम
कैलोरीलगभग 299 कैलोरी
प्रोटीन3.39 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट79.18 ग्राम
शक्कर59.19 ग्राम
वसा0.46 ग्राम
फाइबर3.7 ग्राम
आयरन1.88 मिलीग्राम
कैल्शियम36 मिलीग्राम
मैग्नीशियम32 मिलीग्राम
पोटेशियम749 मिलीग्राम

किशमिश कितने प्रकार की होती है? | Types of Raisins

1) काली किशमिश | Black Raisins

काली किशमिश काले अंगूरों को सुखाकर तैयार की जाती है और यह सबसे ज्यादा उपयोग में आने वाली किशमिश है। इसका स्वाद खट्टा-मीठा होता है। इसमें फाइटोन्यूट्रिएंट्स (Phytonutrients), विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे पोषक तत्व होते हैं।

काली किशमिश के फायदे: black raisins benefits: काली किशमिश एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है और यह पाचन क्रिया में सुधार करती है। यह रक्तचाप को संतुलित करने और एनीमिया से बचाव में सहायक है।

काली किशमिश के नुकसान: side effects of black raisins : काली किशमिश का ज्यादा सेवन पेट में गैस, ब्लोटिंग और कब्ज का कारण बन सकता है। इसके अलावा, यह एलर्जी की प्रतिक्रिया भी उत्पन्न कर सकती है जैसे कि खुजली या चकत्ते।

2) हरी किशमिश | Green raisins

हरी किशमिश रसदार और मुलायम होती है और इसकी बनावट पतली और लम्बी होती है। यह किशमिश एक बहुत अच्छा स्रोत है जो शरीर को पोषण प्रदान करता है। इसमें प्रोटीन, आयरन और फाइबर जैसे पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा पाई जाती है। किशमिश में एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण भी होते हैं।

हरी किशमिश के फायदे: green raisins benefits : हरी किशमिश विटामिन C और K का अच्छा स्रोत है। यह हड्डियों को मजबूत करती है और त्वचा की सेहत में सुधार लाती है। इसके अलावा, यह दांतों और मसूड़ों के लिए भी फायदेमंद है।

हरी किशमिश के नुकसान: side effects of green raisins: हरी किशमिश में चीनी की मात्रा अधिक होती है, जिससे डायबिटीज के रोगियों को समस्या हो सकती है। अत्यधिक सेवन से दांतों में सड़न और वजन बढ़ने की संभावना भी बढ़ जाती है।

3) लाल किशमिश | Red raisins

लाल किशमिश का स्वाद बहुत ही स्वादिष्ट माना जाता है और यह लाल अंगूरों से बनती है। इसका आकार मोटा होता है। इसमें प्रोटीन, आयरन और फाइबर जैसे पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा पाई जाती है। इसके साथ ही, लाल किशमिश में विटामिन बी6, कैल्शियम, पोटैशियम और कॉपर जैसे पोषक तत्व भी होते हैं।

लाल किशमिश के फायदे: red raisins benefits: लाल किशमिश ह्रदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है और यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करती है। इसमें मौजूद आयरन से खून की कमी दूर होती है और यह शरीर के इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करती है।

लाल किशमिश के नुकसान: side effects of  red raisins: लाल किशमिश में सल्फाइट्स हो सकते हैं, जो कुछ लोगों में एलर्जिक प्रतिक्रिया जैसे सांस लेने में कठिनाई और स्किन रैशेज को ट्रिगर कर सकते हैं। इसलिए जिन्हें सल्फाइट्स से एलर्जी है, उन्हें इसका सेवन सावधानी से करना चाहिए।

4) सुल्ताना (गोल्डन) किशमिश | Sultana (Golden) Raisins

सुल्ताना किशमिश का नाम तुर्की के हरे अंगूर के नाम पर रखा गया है, इसे थॉम्पसन बीज रहित अंगूर से तैयार किया जाता है। यह किशमिश दूसरे किशमिशों की तुलना में छोटा होता है। इसे सुल्ताना अंगूर (बीज रहित हरे गोल अंगूर) को सुखाकर बनाया जाता है। इसका आकार आमतौर पर छोटा होता है और स्वाद मीठा होता है।

सुनहरी किशमिश के फायदे: golden raisins benefits: सुनहरी किशमिश एनर्जी का बेहतरीन स्रोत है और यह शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है। इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन में मदद करती है।

सुनहरी किशमिश के नुकसान: side effects of golden raisins : सुनहरी किशमिश में उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल में तेजी से वृद्धि हो सकती है। यह मधुमेह रोगियों के लिए हानिकारक हो सकता है।

मुनक्का और किशमिश में अंतर 

मुनक्का अंगूर का सूखा रूप होता है लेकिन यह किशमिश से बड़ा होता है, लगभग बादाम के बराबर। इसकी एक महत्वपूर्ण विशेषता है कि इसमें बीज होते हैं। इसका स्वाद मीठा और रंग गहरा भूरा होता है।

मुनक्का में फाइबर, जिंक, फॉस्फोरस, आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम और पोटेशियम अधिक मात्रा में पाए जाते हैं।

100 ग्राम मुनक्का में लगभग 26 ग्राम सोडियम, 79 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 4.5 ग्राम फाइबर, 3.3 ग्राम प्रोटीन, 62 एमजी कैल्शियम और 1.8 एमजी आयरन पाए जाते हैं।

आइए मुनक्का और किशमिश के बीच के अंतर को एक साधारण भाषा में समझते हैं।

विशेषतामुनक्काकिशमिश
प्रकारये एक प्रकार का सूखा हुआ अंगूर होता है, जिसमें बीज होते हैं।ये भी एक प्रकार का सूखा हुआ अंगूर होता है लेकिन इसमें बीज नहीं होते।
आकारमुनक्का आमतौर पर किशमिश की तुलना में बड़ा और मोटा होता है।किशमिश छोटी और पतली होती है।
रंगमुनक्का का रंग आमतौर पर हल्का पीला से भूरा होता है।किशमिश का रंग गहरा भूरा से काला होता है।
उपयोगमुनक्का का उपयोग अक्सर औषधीय प्रयोजनों के लिए किया जाता है, जैसे कि पाचन में सहायता करना, खून की कमी दूर करना आदि।किशमिश का उपयोग मिठाई, केक, और अन्य खाने की चीजों में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है।

यह तालिका मुनक्का और किशमिश के बीच के मुख्य अंतरों को समझाने में मदद करती है। दोनों ही सूखे अंगूर होते हैं लेकिन उनके आकार, रंग, और उपयोग में भिन्नता होती है।

किशमिश खाने के फायदे | Kismis Khane Ke Fayde

किशमिश सेहत के लिए फायदेमंद होती है और इसका सेवन भिगोकर करने से कमाल के फायदे दिखते हैं।

1) खून की कमी दूर करती है किशमिश | May cure anemia

किशमिश आपको एनीमिया (शरीर में खून कमी) से बचाने में मदद कर सकती है। इसमें अधिक मात्रा में आयरन होता है जो रेड सेल के निर्माण में मदद करता है। जब आप किशमिश को पानी में भिगोकर रखते हैं, तो इससे नाइट्रिक ऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे शरीर में ब्लड फ्लो अच्छा होता है। किशमिश में विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स, थायमिन, रिबोफ्लेविन,फोलिक एसिड और विटामिन बी-6 शामिल होते हैं जो हेमोग्लोबिन का उत्पादन बढ़ाते हैं।

2) करे कोलेस्ट्रॉल कम | Reduces cholesterol

किशमिश में  फाइबर,विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं, जो हृदय संबंधी बीमारियों जैसे हार्ट अटैक, स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं। इसके अलावा, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करता है, जो हार्ट स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। किशमिश में पोटैशियम होता है जो  ब्लड सर्कुलेशन को सुधारने में मदद करता है।

3) बनाये पाचन बेहतर | Improves digestion

हमने बताया कि किशमिश में फाइबर पाया जाता है जो पानी में भिगोकर रखने के बाद अधिक असरदार हो जाता है। किशमिश में विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट भी होते हैं जो अच्छे पाचन के लिए आवश्यक होते हैं। इसके अलावा, किशमिश आपके शरीर में पाचन एंजाइम्स को बढ़ाने में मदद करते हैं, जिससे भोजन को अधिक आसानी से पचाया जा सकता है और कब्ज से राहत मिलती है।

4) किशमिश एनर्जी के लिए | A Energy booster

किशमिश में कार्बोहाइड्रेट्स और शक्कर होते हैं जो शरीर को तुरंत ऊर्जा देते हैं। इसके अलावा, किशमिश के पानी में  विटामिन बी और मिनरल्स पाए जाते है जो  कमजोरी को दूर करने में मदद करता है जिससे शरीर को अधिक काम करने की एनर्जी मिलती है।

5) नसों को मजबूत करने में मदद करते हैं |  Good for nerves

किशमिश में पोटैशियम होता है जो नसों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। किशमिश खाने से नसों की मजबूती बढ़ती है और नसों में खून बढ़ाने वाली कोशिकाओं की मदद होती है जिससे आपको पर्याप्त ताकत मिलती है। इसके अलावा, विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट भी होते हैं जो नसों के स्वस्थ रहने में मदद करते हैं।

6) किशमिश इम्यून मजबूत करने के लिए |  For immune system

Giloy juice helps Strengthen immune system

दरअसल किशमिश में विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन बी6 और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो आपको सामान्य सर्दी-जुकाम, बुखार, इंफेक्शन जैसी बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं और आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं तथा बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद करता है।

7) डिटॉक्सिफिकेशन में मदद | Detoxification with raisins

किशमिश शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट शरीर के विभिन्न अंगों से विषैले पदार्थों को निकालते हैं जो शरीर के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इसके साथ ही शरीर के अंदर की ऊर्जा का स्तर बढ़ता है और  कई रोगों से बचाव में मदद मिलती है।भीगी हुई किशमिश और उसका पानी दोनों ही शरीर के अंदर की सफाई में सहायक होते हैं ।

अच्छे परिणाम के लिए : रात में किशमिश आधा कप (लगभग 120 ग्राम) पानी में भिगो दें और सुबह खाएं।

8) वजन बढ़ाने के लिए | For weight gain

वास्तव किशमिश वजन बढ़ाने के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। यह शरीर को कैलोरी, प्रोटीन, शुगर और कार्ब्स की अधिक मात्रा प्रदान करता है जो वजन बढ़ाने में मदद करते हैं। किशमिश में पोटैशियम भी होता है जो खाने के बाद शरीर में ऊर्जा के स्तर को बनाए रखता है।

अच्छे परिणाम के लिए : एक कप फुल-फैट दूध में रात भर किशमिश भिगो दें और अगले दिन सेवन करें। इससे किशमिश के पोषक तत्वों की मात्रा कई गुना  बढ़ जाती है।

9) शुगर में किशमिश  | For diabetes

Giloy to fight diabetes

डायबिटीज से पीड़ित लोग अक्सर किशमिश का सेवन करने से इनकार करते हैं, लेकिन वैज्ञानिकों के अनुसार किशमिश खाने से डायबिटीज जैसी बीमारियों से निपटने में मदद मिलती है। किशमिश में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट शरीर में इंसुलिन का स्तर नियंत्रित करता है और डाइट्री फाइबर शरीर में शुगर के स्तर को कम करता है।

एक अध्ययन में यह भी पाया गया है कि किशमिश में मौजूद रेजिनिक एसिड डायबिटीज से जुड़ी समस्याओं को कम करता है। हालांकि, सलाह दी जाती अधिक मात्रा में किशमिश का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करे ।

10) इंटेस्टाइन के लिए  | For intestines

हमने पहले ही बताया है कि किशमिश एक अच्छा फाइबर स्रोत होता है जो पेट संबंधी समस्याओं में  मदद करता है। इसके अलावा, किशमिश में टार्टरिक एसिड मौजूद होता है जो सूजन को कम करने और आंत (Intestine) के कार्य में सुधार करने में मददगार होता है। इससे आपकी आंत (Intestine) में बैक्टीरिया के संतुलन को नियंत्रित करने में भी सहायता मिलती है।

11) दांतों और मसूड़ों में फायदा  | For teeth and gums

किशमिश  मसूड़ों के दर्द और सूजन को कम करने में मददगार होती है।  इसके एंटीऑक्सीडेंट्स संक्रमण से लड़ने और बदबू को दूर करने में मदद करते हैं, जबकि ऑलिनोलिक एसिड दांतों की सड़न (केविटी)  से लड़ता है। इसके अलावा, विटामिन सी, फाइबर और कैल्शियम दांतों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। फाइटोकेमिकल्स मसूड़ों की समस्याओं से लड़ने और बोरॉन दांतों को सफेद करने में मदद करता है।

बिना दांत वाला व्यक्ति भी आसानी से भिगोया हुआ किशमिश खा सकता है।

12) बालों के लिए फायदेमंद | For hair

किशमिश में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट बालों की चमक को बनाए रखते हैं इसके अलावा, ऑमेगा-3 फैटी एसिड बालों के झड़ने को कम करते हैं और प्रोटीन और बायोटिन बालों को सुंदर बनाए रखते हैं। विटामिन ए, बी, और सी बालों की ग्रोथ बढ़ाते हैं और उन्हें मजबूत बनाते हैं। इसके साथ ही, किशमिश में मौजूद फाइबर रूसी दूर करने में मददगार होते हैं।

hair

13) त्वचा के लिए फायदेमंद | For skin

किशमिश में विटामिन ए, बी और एल्फा हाइड्रोक्सी एसिड होते हैं जो त्वचा को ग्लोइंग बनाते हैं और डेड स्किन को हटाते हैं।इसके अलावा, त्वचा के झाइयों को कम करने और दाग-धब्बों को हटाने में आयरन और विटामिन सी मददगार होते हैं। जबकि फाइबर त्वचा को नमी देती है जिससे वह चिकनी और सुंदर बनती है।

रेसवेरेट्रॉल और एंटीऑक्सिडेंट एक्सीलाक्टन एंजाइम त्वचा को उम्र के लक्षणों से बचाते हैं और संबंधित बीमारियों जैसे सूखापन, संक्रमण और सूजन को कम करते हैं। 

अध्ययन से पता चला है कि किशमिश त्वचा के लिए एक अच्छा टोनर होता है क्योंकि यह सूरज की किरणों से त्वचा को बचाता है, जो हमारे लिए नुकसानदायक होती है।

14) हड्डियों के लिए फायदेमंद  किशमिश  | Raisins Good for bones

अगर आप किशमिश खाते है तो हड्डियों की कुछ समस्याओं से छुटकारा मिलता है, जैसे दुबलापन, ओस्टियोपोरोजिस और बोन लॉस।इसमें कैल्शियम, विटामिन  के और विटामिन डी की अच्छी मात्रा होती है जो जोड़ों को आराम और हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।

इसके अलावा,इसमें मौजूद बोरॉन हड्डियों के निर्माण के लिए और पोटेशियम हड्डियों के रक्षण के लिए जरूरी होता है। किशमिश में मौजूद मैग्नीशियम हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ-साथ डेंटल प्रॉब्लम्स से बचाने में मदद करता है।इस प्रकार किशमिश दांतों और हड्डियोंदोनों के लिए फ़ायदे मंद है।

15) स्ट्रेस दूर करने में किशमिश का सेवन | Helps relieving stress

Stress

 किशमिश में एक विशेष प्रकार का एमिनो एसिड होता है जो सीरोटोनिन नामक महत्वपूर्ण हार्मोन को उत्पन्न करता है। इससे मूड स्विंग कम होते हैं और व्यक्ति का मन शांत होता है। किशमिश स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसी मानसिक बीमारियों से लड़ने में मदद करती है।

किशमिश आर्टिफिशियल शुगर और आकर्षक रसायन दोपामिन के उत्पादन को बढ़ाती हैं। दोपामिन एक neurotransmitter होता है जो आनंद एवं सुख का अहसास कराता है। किशमिश में पाए जाने वाले मेथाइन, ट्राईप्टोफान, बायोफ्लावोनॉयड्स आदि विशिष्ट तत्व मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।

16) किशमिश ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करे |  Controls blood pressure

भीगे हुए किशमिश के सेवन  ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में मदद करते हैं।किशमिश में पोटैशियम नामक मिनरल पाया जाता है, जो हमारे शरीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। नमक, जिसे सोडियम भी कहा जाता है, अधिक मात्रा में सेवन करने से ब्लड प्रेशर की बढ़ोतरी हो सकती है। पोटैशियम इस सोडियम के प्रभाव को कम करने में मदद करता है, जिससे ब्लड प्रेशर का स्तर सामान्य रह सकता है।

किशमिश में आयरन होता है, जिससे खून में ऑक्सीजन अच्छे से पहुँचता है आयरन की कमी से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है, क्योंकि दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है शरीर में ऑक्सीजन पहुँचाने के लिए।

17) पुरुषों के लिए लाभ | Benefits for men

जी हाँ, कुछ शोधों में बताया गया है कि किशमिश मर्दाना ताकत के लिए फायदेमंद होती है। किशमिश में मौजूद अर्जिनीन एमिनो एसिड शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का उत्पादन करता है, जिससे शुक्राणुओं को बढ़ाने में मदद मिलती है। इसके अलावा, एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन ए शरीर की कमजोर नसों को मजबूत करने में सहायता करता हैं जो मर्दाना ताकत के लिए उपयोगी होता है।

18) गर्भावस्था (प्रेगनेंसी) में किशमिश खाने के फायदे | During pregnancy 

Pregnancy

किशमिश एक ऐसी चीज है जो गर्भवती महिलाओं के लिए अत्यंत फायदेमंद होती है।किशमिश में मौजूद फाइबर कब्ज को कम करने में तथा फोलिक एसिड बच्चे के न्यूरोलॉजिकल डेवलपमेंट में मदद करता है। कैल्शियम और मैग्नीशियम भी बच्चे के बनने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

इसके अलावा, आयरन खून की कमी को दूर करता है और गर्भवती महिलाओं को एनर्जी प्रदान करता है।किशमिश में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो  बच्चे को हानिकारक रेडिकल्स से बचाने में मदद करते हैं।

19) महिलाओं के लिए लाभ | Benefits for female

  • मासिक धर्म के दौरान लाभ: किशमिश में आयरन की प्रचुर मात्रा होती है, जो मासिक धर्म के दौरान होने वाली आयरन की कमी को पूरा करती है। यह महिलाओं में एनीमिया से बचाव में मदद करता है, जो मासिक धर्म के चक्र के दौरान अक्सर हो सकता है।
  • प्रजनन स्वास्थ्य में सहायक: किशमिश में मौजूद विटामिन्स और मिनरल्स प्रजनन स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। इसके नियमित सेवन से हार्मोनल संतुलन बना रहता है, जो महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।

भीगा किशमिश खाने के फायदे | Benefits of Soaked Kismis

उपर दिए गए लेख में किशमिश के जो फायदे बताए गए हैं, वही भीगी हुई किशमिश के फायदे भी  हैं, पानी में भिगोने से केवल फायदे बढ़ जाते हैं। भिगोने की प्रक्रिया किशमिश के पोषक तत्वों को और अधिक सुलभ बनाती है, जिससे शरीर इन तत्वों को आसानी से अवशोषित कर सकता है।

दूध में किशमिश खाने के फायदे | Raisins with milk

  • पोषण से भरपूर: किशमिश में विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं, और जब इसे दूध के साथ मिलाया जाता है, तो यह एक पौष्टिक संयोजन बन जाता है।
  • ऊर्जा का स्रोत: दूध और किशमिश दोनों ही ऊर्जा से भरपूर होते हैं, जो शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करते हैं।
  • पाचन में सुधार: किशमिश फाइबर से भरपूर होती है, जो पाचन क्रिया को सुधारने में मदद करती है।
  • हड्डियों के लिए अच्छा: दूध कैल्शियम का अच्छा स्रोत है, और किशमिश में भी कुछ मिनरल्स होते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक होते हैं।
  • त्वचा के लिए फायदेमंद: यह संयोजन त्वचा को निखारने और स्वस्थ रखने में मदद करता है।
  • स्वस्थ नींद में सहायक: किशमिश और दूध का मिश्रण स्वस्थ नींद में सहायक हो सकता है।

दूध में किशमिश खाने के नुकसान

दूध में किशमिश खाने के कुछ संभावित नुकसान हो सकते हैं, हालांकि ये व्यक्ति की सेहत और उनकी जीवनशैली पर निर्भर करते हैं:

  • अत्यधिक कैलोरी: किशमिश उच्च कैलोरी वाला भोजन है। दूध के साथ इसे मिलाने से कुल कैलोरी मात्रा बढ़ जाती है, जिससे वजन बढ़ने का खतरा हो सकता है।
  • लैक्टोज सहनशीलता की कमी: जिन लोगों को लैक्टोज सहनशीलता की कमी है, उनके लिए दूध का सेवन पेट दर्द, दस्त और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है।
  • एलर्जी और पाचन समस्याएं: कुछ लोगों को किशमिश या दूध से एलर्जी हो सकती है। इसके अलावा, दूध और किशमिश का मिश्रण पाचन समस्याएं जैसे कि गैस और ब्लोटिंग पैदा कर सकता है।

सुबह खाली पेट काली किशमिश खाने के फायदे

  • टॉक्सिन्स से शुद्धिकरण (Detoxification) : किशमिश का पानी शरीर से टॉक्सिन्स निकालने में मदद करता है, जिससे आप अंदर से स्वच्छ और तरोताजा महसूस करते हैं।
  • वजन नियंत्रण में सहायक (Weight Management): यह पानी वजन कम करने में भी सहायक होता है, क्योंकि यह प्राकृतिक रूप से शरीर के मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है।
  • त्वचा के लिए लाभकारी (Healthy Skin): इस पानी का सेवन करने से आपकी त्वचा में निखार आता है, क्योंकि यह शरीर को हाइड्रेट करता है और त्वचा को स्वस्थ बनाता है।
  • लिवर को स्वस्थ रखने में मददगार (Good for Liver): किशमिश का पानी पीने से लिवर स्वस्थ रहता है और यह लिवर की कार्यक्षमता को भी बढ़ाता है।

काजू बादाम किशमिश एक साथ खाने के फायदे

काजू, बादाम, और किशमिश का संयोजन एक शक्तिशाली और स्वास्थ्यप्रद नट्स और ड्राई फ्रूट्स मिक्स है। ये तीनों मिलकर न केवल स्वादिष्ट स्नैक बनाते हैं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी कई लाभ प्रदान करते हैं।

  • पोषण से भरपूर: काजू, बादाम, और किशमिश विटामिन्स, मिनरल्स, फाइबर, और अच्छे फैट्स से भरपूर होते हैं। यह संयोजन आपको दिन भर के लिए जरूरी पोषण प्रदान करता है।
  • ऊर्जा का स्रोत: ये तीनों ऊर्जा से भरपूर होते हैं। सुबह में इन्हें खाने से दिनभर के लिए आपको ऊर्जा मिलती है।
  • दिल के लिए फायदेमंद: बादाम और काजू में अच्छे फैट्स होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।
  • मानसिक स्वास्थ्य में सुधार: इन ड्राई फ्रूट्स का सेवन मस्तिष्क के कार्यकलापों को बेहतर बनाता है, जिससे याददाश्त और एकाग्रता में सुधार होता है।
  • वजन प्रबंधन में सहायक: ये तीनों फाइबर से भरपूर होते हैं, जो आपको लंबे समय तक संतुष्ट रखते हैं, इसलिए वजन प्रबंधन में भी मदद करते हैं।
  • चमकदार त्वचा और बाल: काजू, बादाम, और किशमिश विटामिन ई और अन्य एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होते हैं, जो त्वचा और बालों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं।

किशमिश खाने का सही तरीका | Raisins uses

इस लेख के जरिए हमने  किशमिश के अद्भुत स्वास्थ्य लाभ (amazing health benefits of kismish or raisins) जाने  हैं, लेकिन इसका उपयोग कैसे कर सकते हैं इसके लिए आगे पढ़ना आवश्यक है।

  • सीधे किशमिश (Dried) को खाने से पहले उन्हें पानी में भिगो दें ताकि वे सॉफ्ट अधिक गुणवान हो जाएं।
  • किशमिश को दूध में भीगो दें और उसे शहद या शक्कर के साथ मिलाकर खाएं।
  • किशमिश को सलाद, पुलाव और दही में मिलाकर भी खाया जा सकता है।
  • किशमिश को ड्राई फ्रूट्स, नट्स और सीड्स के साथ मिलाकर स्नैक के रूप में खाया जा सकता है।
  • किशमिश को केक, ब्रेड और मफिन जैसी मिठाईयों में शामिल किया जा सकता है।

किशमिश का पानी पीने का तरीका और विधि | Raisins water

सामग्री: किशमिश – 2 चम्मच, पानी – 1 गिलास

विधि:

  • सबसे पहले किशमिश को अच्छी तरह से धो लें।
  • धोकर साफ किया हुआ किशमिश को भिगो दें एक गिलास पानी में पूरी रात।
  • सुबह उठकर इस भीगी हुई किशमिश का पानी पी लें। चाहें तो भिगोकर सॉफ्ट हुई किशमिश को खा भी सकते हैं।

1 दिन में कितनी किशमिश खाने चाहिए? | How many raisins you can eat per day

हमने लेख के शुरुआत में बताया था कि किशमिश को भिगोकर खाने से इसके लाभ दोगुने हो जाते हैं। यह बात Health Expert द्वारा भी बताई गई है कि किशमिश को पानी में भिगोकर रखने से इसमें  मौजूद न्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा बढ़ जाती है।

आप रोजाना 5 से 10 किशमिश को रातभर पानी में भिगोकर रख दें, रोज सुबह खाली पेट किशमिश का पानी पिएं और बाद में किशमिश खा लें।

 नोट: किशमिश को पानी में भिगोने से पहले उसे अच्छी तरह से एक बार धो लें ताकि उसकी गंदगी निकल जाए और सुबह आपको साफ पानी पीने को मिले।

किशमिश कब खाना चाहिए | When to eat raisins

वैसे तो किशमिश कभी भी खाई जा सकती है, लेकिन सुबह खाली पेट खाना सबसे उत्तम माना जाता है, और उसे भिगोकर खाना तो अति उत्तम होता है।

निष्कर्ष

किशमिश सेहत के लिए एक अमूल्य उपहार है, जिसमें अनेक गुण समाहित हैं। भिगोकर या सूखा, इसे सेवन करने से शरीर को विभिन्न पोषक तत्व मिलते हैं। यदि आप दिन-प्रतिदिन संतुलित मात्रा में किशमिश का सेवन करते हैं, तो यह आपके स्वास्थ्य में सुधार ला सकता है। लेकिन, सभी चीजों की तरह, इसे भी सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए और किसी भी स्वास्थ्य समस्या में डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। हमने अपनों के घरों में देखा है कि किशमिश कितनी पसंद की जाती है, खासकर बच्चे बहुत आनंद से खाते हैं।

FAQs

क्या किशमिश बच्चों के लिए ठीक है?

हाँ,बच्चों के लिए किशमिश फायदेमंद होती है। किशमिश में मौजूद फाइबर बच्चों को कब्ज से दूर रखता है और इसके अलावा विटामिन ए, बी6 और बी12 बच्चों को एनर्जी प्रदान करते हैं और उनके शारीरिक विकास में मददगार होते हैं। किशमिश खाने से बच्चों की याददाश्त बेहतर होती है।

किशमिश की तासीर गर्म होती है या ठंडी?

किशमिश गर्म होते हैं। जब किशमिश सूखाया जाता है, तो उसमें पानी की मात्रा कम हो जाती है और यह गर्म हो जाता है।गर्मियों में किशमिश खाने से पहले उन्हें पानी में भिगोना अच्छा होता है।

क्या कोलन कैंसर के लिए किशमिश अच्छा है?

कुछ शोधों के अनुसार, किशमिश में विटामिन सी, विटामिन ए और कैंसर को रोकने वाले फ्लावोनॉयड होते हैं, जो कैंसर सेलों के विकास को रोकने में मदद करते हैं। इसके अलावा किशमिश में मौजूद फाइबर भी कैंसर के खतरे को कम करता है क्योंकि यह शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालता है जो कैंसर के कारण विकसित हो सकते हैं। एनसीबीआई के एक शोध एक अनुसार,किशमिश के मेथनॉल एक्सट्रैक्ट में एंटीरेडिकल और कैंसर प्रिवेंटिव गुण होते हैं, जो कोलन कैंसर से बचाव में कुछ मदद कर सकते हैं। 

ध्यान दें किशमिश कैंसर का इलाज नहीं है, बल्कि कैंसर के खतरे को कम करने में मददगार हो सकती है

किशमिश कौन सी प्रकार की सबसे अच्छी होती है?

सुल्ताना, जिसे गोल्डन रेज़िन के नाम से भी जाना जाता है, स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छी किशमिश होती है। इसमें फाइबर, पोटेशियम, आयरन, फ्लेवोनॉयड्स और अन्य महत्वपूर्ण खनिज होते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छे होते हैं। स्वाद के अनुसार, लाल किशमिश सबसे स्वादिष्ट होती हैं। यह डायबिटिक लोगों के लिए बहुत उपयोगी होती है क्योंकि इसमें शुगर की मात्रा कम होती है।

क्या किशमिश नींद के लिए अच्छी है?

किशमिश अनिंद्रा(good for sleep) की समस्या को दूर करने में मददगार होती है। किशमिश में मेलेटोनिन नामक एक घटक होता है जो नींद लाने में मदद करता है।

1 किलो किशमिश का क्या मूल्य (price) है?

किशमिश का मूल्य विभिन्न कारणों से भिन्न हो सकता है, जैसे कि वर्तमान मार्केट की स्थिति, विभिन्न ब्रांडों की उपलब्धता और वितरण क्षेत्र आदि।आमतौर पर, भारत में किशमिश  की दर 200 से 400 रुपये प्रति किलो तक होती है।
ध्यान दें: लेकिन अगर आप ऑनलाइन ई-कॉमर्स वेबसाइट्स से किशमिश खरीदते हैं, तो आपको अच्छे डिस्काउंट के साथ किशमिश कम कीमत में  मिल सकते है।

सुबह खाली पेट किशमिश खाने के फायदे क्या होते हैं?

सुबह खाली पेट किशमिश खाने के कई फायदे हैं:
पाचन तंत्र को बेहतर बनाना: किशमिश में फाइबर होता है जो पाचन क्रिया को सुधारता है और कब्ज से राहत दिलाता है।
ऊर्जा का अच्छा स्रोत: किशमिश नैचुरल शुगर से भरपूर होती है, जो सुबह के समय शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है।

यूरिक एसिड में किशमिश खाना चाहिए?

किशमिश में प्राकृतिक शुगर और फ्रुक्टोज होता है, जिससे शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा में वृद्धि हो सकती है। अधिक मात्रा में किशमिश का सेवन यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ा सकता है।

किशमिश से वजन कैसे बढ़ाएं?

किशमिश में कैलोरी और पोषक तत्व होते हैं। दिन में 1-2 बार किशमिश का सेवन करें, दूध या पनीर के साथ मिलाकर खाएं, ताकि प्रोटीन और ऊर्जा में वृद्धि हो।

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