आम खाने के वो सीक्रेट फायदे जो आप नहीं जानते!
आम फलों का राजा है, देखो कितना ताजा है,
रंग है इसका पीला-पीला, स्वाद इसका खूब रसीला। इस खूबसूरत राइम के साथ, आप समझ ही गए होंगे कि आज हम जिस विशेष फल की चर्चा करने जा रहे हैं, वह है आम।
आम को फलों का राजा कहा जाता है, और यह उपाधि इसे केवल इसकी मिठास और खुशबू के कारण ही नहीं मिली है। आम के अनगिनत स्वास्थ्यवर्धक गुण इसे विशेष बनाते हैं और इसकी व्यापक लोकप्रियता का आधार हैं।
इसके अतिरिक्त, आम की पत्तियां और लकड़ी भी कई प्रकार से उपयोगी होती हैं और हमारी सांस्कृतिक व धार्मिक प्रथाओं में इनका गहरा महत्व है। इस लेख के माध्यम से, हम आम खाने के फायदे के साथ-साथ इसके सामाजिक और धार्मिक महत्व को विस्तार से समझाएंगे। साथ ही, हम कुछ ऐसी रोचक और गुप्त बातों का भी उल्लेख करेंगे जो आम से जुड़ी हुई हैं लेकिन शायद अधिकतर लोग उनसे अनजान होते हैं।
आम | Mango in hindi
आम, जिसे भारत में फलों का राजा कहा जाता है, अपने नाम से भले ही ‘आम’ प्रतीत होता है, लेकिन इसके गुण वास्तव में बहुत ही खास हैं। हम सभी जानते हैं कि आम को कच्चे और पके दोनों रूपों में खाया जा सकता है। जब आम कच्चा होता है, तो इसका रंग हरा होता है और इसे कही कही ‘कैरी’ भी कहा जाता है। पकने के बाद, आम पीले रंग का हो जाता है, हालांकि कुछ वैरायटी के आम पकने के बाद भी हरे रंग के होते हैं।
आम एक ऐसा फल है जिसका मीठा और रसीला स्वाद बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को पसंद आता है। कच्चे और पके आम से कई तरह के व्यंजन बनाए जा सकते हैं।
आम का वैज्ञानिक और अन्य भाषा में नाम | Scientific name of mango
आम, जिसका वैज्ञानिक नाम Mangifera indica है, इसकी तासीर गरम मानी जाती है। विभिन्न भाषाओं में आम के नाम निम्नलिखित हैं:
आम को इंग्लिश में Mango कहा जाता है।
आम को संस्कृत में आम्र कहा जाता है।
आम को तमिल में மாங்காய் (Māṅkāy) कहा जाता है।
आम को मराठी में आंबा कहा जाता है।
आम को बंगला में আম (Ām) कहा जाता है।
ये नाम आम को विभिन्न प्रदेशों और भाषाओं में उसकी पहचान देते हैं और इसकी विश्वव्यापी लोकप्रियता को दर्शाते हैं।
आम को फलों का राजा क्यों कहा जाता है | Why mango is called king of fruits
आम को फलों का राजा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इसकी मिठास, मनमोहक खुशबू, और खूबसूरत रंग इसे बाकी फलों से अलग बनाते हैं। आम की कई किस्में होती हैं जो विभिन्न स्वादों में मिलती हैं। यह फल औषधिये रूप में सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
आम में क्या क्या पाया जाता है | Mango nutrition
आम में मौजूद है विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व (प्रति 100 ग्राम आम):
पोषक तत्व | मात्रा / प्रतिशत |
---|---|
कैलोरी | 60 कैलोरी |
प्रोटीन | 0.82 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 15 ग्राम |
फैट | 0.38 ग्राम |
फाइबर | 1.6 ग्राम |
विटामिन C | 36.4 मिलीग्राम |
विटामिन A | 1082 IU (इंटरनेशनल यूनिट्स) |
कैल्शियम | 11 मिलीग्राम |
आयरन | 0.16 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम | विशिष्ट मात्रा नहीं दी गई |
पोटैशियम | 168 मिलीग्राम |
विटामिन E | 0.90 मिलीग्राम |
विटामिन K | 4.2 माइक्रोग्राम |
फोलेट | 43 माइक्रोग्राम |
थियामिन | 0.028 मिलीग्राम |
राइबोफ्लेविन | 0.038 मिलीग्राम |
नियासिन | 0.669 मिलीग्राम |
विटामिन B6 | 0.119 मिलीग्राम |
पैन्टोथेनिक एसिड | 0.160 मिलीग्राम |
फॉस्फोरस | 14 मिलीग्राम |
जिंक | 0.09 मिलीग्राम |
सेलेनियम | 0.6 माइक्रोग्राम |
आम के प्रकार | Types of mango
भारत में आम की कई प्रसिद्ध किस्में हैं, जिनमें से प्रत्येक की अपनी अनूठी विशेषताएं हैं। यहाँ कुछ प्रमुख किस्मों के नाम दिए गए हैं:
1) अल्फोंसो (Alphonso ) – इसे ‘हापूस’ के नाम से भी जाना जाता है और यह महाराष्ट्र की सबसे प्रसिद्ध किस्म है। इसका स्वाद बहुत मीठा होता है और यह अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी काफी लोकप्रिय है।
2) दशहरी (Dasheri) – यह उत्तर प्रदेश से आती है और इसकी मिठास और हरे रंग की वजह से यह विशेष रूप से प्रिय है।
3) लंगड़ा (Langra) – बनारस के आसपास के क्षेत्रों में इसकी उत्पत्ति हुई। यह हरे रंग का होता है और इसका स्वाद खट्टा-मीठा होता है।
4) चौसा (Chausa) – यह बिहार और उत्तर प्रदेश में लोकप्रिय है, और इसे अपने मधुर स्वाद और रसीलेपन के लिए सराहा जाता है।
5) केसर (Kesar) – गुजरात से आने वाली यह किस्म अपने उत्कृष्ट स्वाद और सुगंध के कारण प्रसिद्ध है। इसका नाम इसके गहरे केसरी रंग के कारण पड़ा है।
6) बादामी (Badami) – यह कर्नाटक की प्रसिद्ध किस्म है, जिसे कभी-कभी ‘कर्नाटक का अल्फोंसो’ भी कहा जाता है। इसका स्वाद अल्फोंसो से मिलता-जुलता है।
7) तोतापुरी (Totapuri) – यह दक्षिण भारत में अधिक प्रचलित है और इसकी खासियत इसका पीला-हरा रंग और बीज के पास तोते की चोंच जैसा आकार होता है। इसका स्वाद थोड़ा खट्टा होता है।
8) नीलम (Neelam) – यह आम आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में उगाया जाता है और मॉनसून के दौरान उपलब्ध होता है। यह अपनी मिठास और बढ़िया खुशबू के लिए जाना जाता है।
9) राजापुरी (Rajapuri) – यह किस्म महाराष्ट्र में उगाई जाती है और इसे इसके बड़े आकार और प्रचुर मात्रा में रस के लिए पसंद किया जाता है।
10)सफेदा (Safeda) – बंगनपल्ली की तरह, सफेदा भी बड़े आकार का होता है और इसका मांस सफेद रंग का होता है। यह भी आंध्र प्रदेश में उगाया जाता है।
इसके अलावा भारत में उगायी जाने वाली आम की किस्मों में फज़ली, बम्बई ग्रीन, बम्बई, बैंगन पल्ली,गुलाब खास, हिम सागर, केशर, किशन भोग, मलगोवा, सुर्वन रेखा, वनराज, जरदालू हैं। नई किस्मों में, मल्लिका, आम्रपाली, रत्ना, अर्का अरुण, अर्मा पुनीत तथा अर्का अनमोल -51 प्रमुख प्रजातियाँ हैं।
आम का पेड़ | Mango tree
आम का पेड़ काफी ऊँचा और विस्तृत होता है, इसकी ऊंचाई 30 से 90 फुट तक हो सकती है। इसकी छाल कठोर और भूरे या काले रंग की होती है और पेड़ की लकड़ी मजबूत तथा टिकाऊ होती है। आम के पेड़ की पत्तियाँ लंबी, सीधी और पतली होती हैं, जिनकी लंबाई 5 से 16 इंच तक और चौड़ाई 1 से 3 इंच तक होती है। ये पत्तियाँ चमकदार और गहरे हरे रंग की होती हैं, कभी-कभी नई पत्तियों के उगने पर गुलाबी या पीले रंग की भी हो सकती हैं।
आम का पेड़ गर्मी के मौसम में फूलों से लद जाता है। इसके फूल छोटे, सफेद और सुगंधित होते हैं, जो कि बड़े समूहों में खिलते हैं। ये फूल बाद में विभिन्न आकार और स्वादों वाले फलों में परिवर्तित होते हैं। आम का फल अपनी रसीली मांसलता के लिए जाना जाता है, जिसका रंग पकने पर हरा, पीला, या नारंगी हो सकता है।
आम के पेड़ की आयु भी काफी लम्बी होती है, और यह बहुत सालों तक फल दे सकता है। इसकी लंबी आयु और फलों की भरपूर पैदावार के कारण आम का पेड़ कृषि योग्य भूमि के लिए एक मूल्यवान संसाधन माना जाता है।
आम का फल ही नहीं, बल्कि इसके पत्ते और गुठली भी अनेक प्रकार से उपयोगी होते हैं। पत्ते आयुर्वेदिक औषधि और पूजा के काम आते हैं, जबकि गुठली से ज्वेलरी और सौंदर्य प्रसाधन बनाये जाते हैं। साथ ही, गुठली (mango seed) को मिट्टी में लगाने पर नया आम का पेड़ उग सकता है।
आम खाने के फायदे | Mango benefits in hindi
क्या आप जानते हैं आम खाने के कई फायदे(aam khane ke fayde) हैं क्योंकि आम में पाए जाने वाले पोषक तत्व न केवल हमारी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं बल्कि सुंदरता को भी बढ़ाते हैं। आइए जानते हैं आम खाने के फायदों के बारे में।
1) पाचन में सुधार:
यदि आप भी सुबह-सुबह कब्ज से परेशान रहते हैं तो ऐसे में आम खाने के बड़े फायदे हैं। क्योंकि आम फाइबर से भरपूर होता है जिससे पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। साथ ही गैस, एसिडिटी अपचन जैसी समस्या को दूर करने में फायदे मिलते हैं।
2) रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाये:
आम खाने से हमारा इम्यून सिस्टम स्टॉन्ग होता है क्योंकि आम में विटामिन C, विटामिन A और अन्य एंटीऑक्सिडेंट्स जैसे पोषक तत्व पाए जाते । ये शरीर को कई प्रकार के संक्रमणों और बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं। नेचुरल तरीके से इम्युनिटी बढ़ाने का आम एक अच्छा उपाय साबित हो सकता है।
3) आम के सेवन से ब्लड प्रेशर कंट्रोल:
फलों का राजा आम सेहत और दिल दोनों के लिए बहुत लाभकारी है क्योंकि इसमें पोटैशियम और मैग्नीशियम पाए जाते हैं। पोटैशियम रक्तवाहिनियों में तनाव को कम करता है और हृदय गति को संतुलित रखता है, जिससे ब्लड प्रेशर स्थिर रहता है।
वहीं, मैग्नीशियम हृदय की क्रियाविधि को बेहतर बनाने में मदद करता है और रक्तदाब को नियंत्रित करने में अपना योगदान देता है।
4) त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद:
आप विश्वास नहीं करेंगे कि आपकी सुंदरता को बढ़ाने में गजब के फायदे पहुंचा सकता है आम। क्योकि आम विटामिन सी पाने का भी सोर्स है जो कोलेजन के निर्माण में अत्यंत सहायक होता है। कोलेजन एक महत्वपूर्ण प्रोटीन है जो हमारी त्वचा को मुलायम और युवा दिखने में मदद करता है।
इसके अलावा, आम के सेवन से न सिर्फ त्वचा बल्कि हमारे बालों की सेहत में भी सुधार होता है। यह बालों को स्वस्थ बनाकर उन्हें मजबूती प्रदान करता है। इस प्रकार, आम का नियमित सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार से लाभकारी सिद्ध होता है।
5) पीरियड में आम खाने के फायदे:
आम में मौजूद विटामिन C और अन्य खनिज पदार्थ शरीर को आवश्यक पोषण प्रदान करते हैं और थकान को कम करने में मदद करते हैं। आम में पाए जाने वाले फाइबर पाचन को सुधारते हैं और मूड स्विंग्स को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं।
इसके अलावा, आम का सेवन मासिक धर्म के दौरान होने वाली क्रैम्पिंग को कम करने में भी फायदेमंद हो सकता है। आम खाने से आपको दर्द से राहत मिलने में मदद मिलती है, जिससे उस समय की असुविधा कम होती है।
6) आम खाना आंखों के लिए लाभकारी:
आम में विटामिन ए की बहुत सारी मात्रा होती है, जो हमारी आँखों की रोशनी को बेहतर बनाती है और रात में ठीक से न देख पाने की समस्या से बचाती है। साथ ही, आम में बीटा कैरोटीन भी होता है, जो हमारे शरीर में विटामिन A में बदल जाता है।
ये दोनों तत्व मिलकर आँखों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं और कई बार नियमित सेवन से चश्मे का पावर भी कम हो जाता है। इसलिए, आम का नियमित सेवन आपकी आँखों के लिए फायदेमंद माना जाता है।
7) कैंसर से बचाव:
आम में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट्स, जैसे कि मैंगीफेरिन, इसोक्वेरसिट्रिन, क्वेरसिटिन, फिसेटिन, और गैलिक एसिड, कैंसर से बचाव में सहायक माने जाते हैं। ये तत्व मुक्त कणों से लड़कर शरीर की कोशिकाओं की रक्षा करते हैं और ट्यूमर के विकास को रोकने में मदद कर सकते हैं।
आम का सेवन करने से शरीर में ये एंटीऑक्सिडेंट्स बढ़ते हैं, जो कैंसर के खिलाफ एक सुरक्षा कवच का काम करते हैं और लंबी अवधि में शरीर की सुरक्षा को मजबूत बनाते हैं।
8) वेट लॉस में मददगार:
आम खाने के बाद भूख कम लगती है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है। इसका मुख्य कारण है कि आम में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराती है। इससे आप अनावश्यक स्नैकिंग से बच जाते हैं और कैलोरी का सेवन कम होता है।
साथ ही आम की गुठली में मौजूद रेशे अतिरिक्त वसा को कम करने में मदद करते हैं। ये रेशे पाचन क्रिया को सुधारते हैं और मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देते हैं, जिससे वजन नियंत्रण में सहायता मिलती है।
9) प्रेगनेंसी में आम खाने के फायदे:
प्रेगनेंसी के दौरान आम खाने से महिलाओं को कई लाभ (benefits of eating mangoes in pregnancy) होते हैं। आम में मौजूद विटामिन C और विटामिन A गर्भवती महिला की और उसके शिशु की इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं। इसमें पाए जाने वाले फोलेट से भ्रूण के स्वस्थ विकास में मदद मिलती है और विटामिन A शिशु की आंखों की स्वास्थ्य में सहायक होता है।
आम में फाइबर की उचित मात्रा भी होती है जो कब्ज की समस्या से राहत दिलाती है, जो गर्भावस्था के दौरान आम होती है। अगर आपको आम से एलर्जी या कोई समस्या है तो डॉक्टर से सलाह लेकर खाएं।
10) मेमोरी बढ़ाए :
आम का सेवन स्मृति यानी मेमोरी को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। आम में मौजूद विटामिन B6 और अन्य अवयव मस्तिष्क की कोशिकाओं को स्वस्थ बनाने और नर्वस सिस्टम को सही ढंग से काम करने में मदद करते हैं।
इसके अलावा, आम में पाया जाने वाला ग्लूटामिन एसिड दिमाग को तेज बनाने और स्मरण शक्ति को बढ़ाने में सहायक होता है। इसलिए, आम खाना स्मृति विकास के लिए एक उत्कृष्ट विकल्प हो सकता है।
अब जानिए गर्मियों के मौसम कच्चा आम खाने के फायदों के बारे में | Raw mango benefits in summer
आपने देखा होगा आम गर्मी में ही आता है, गर्मी के असर को कम करने के लिए यह काफी असरदार माना जाता है। आइए जानें गर्मियों में आम खाने स्वास्थ्य लाभ(health benefits of eating mango)-
लू और गर्मी से राहत: कच्चा आम खाने से शरीर को ठंडक मिलती है। इसका सेवन गर्मी के प्रभाव को कम करने में मदद करता है और लू लगने से बचाता है।
पेट के लिए फायदेमंद: कच्चे आम में फाइबर होता है। इसके सेवन से गर्मियों में अक्सर होने वाली पाचन समस्याओं जैसे कि एसिडिटी और कब्ज से राहत मिलती है।
डिहाइड्रेशन से बचाव: गर्मियों में शरीर को अधिक मात्रा में तरल पदार्थों की आवश्यकता होती है। कच्चा आम इसमें भी सहायक होता है क्योंकि यह शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है।
ऊर्जा का स्रोत: गर्मियों में अक्सर थकान और कमजोरी महसूस होती है। कच्चा आम ऊर्जा प्रदान करता है क्योंकि इसमें शुगर का स्वरूप ऐसा होता है जो जल्दी ऊर्जा में परिवर्तित हो जाता है।
त्वचा के लिए लाभकारी: गर्मियों में त्वचा पर सूर्य की तीव्र किरणों का असर होता है। कच्चे आम में विटामिन C और एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो त्वचा को सुरक्षित रखने और स्वस्थ बनाने में मदद करते हैं।
आम कैसे खाएं | How to eat mango
आम खाने के कई तरीके हैं जो इसके स्वाद और पोषण का पूरा आनंद लेने में मदद करते हैं। यहाँ कुछ सरल और प्रचलित तरीके दिए गए हैं:
1) आम को सादा खाएं: आम (mango fruit) को धो लें, छीलें और फिर उसे टुकड़ों में काट लें। इसे ऐसे ही खा सकते हैं।
2) आम का रस बनाएं: आम को छीलकर और गूदा निकाल कर एक जूसर या ब्लेंडर में डालें। थोड़ा पानी और चीनी (स्वादानुसार) मिलाकर ताजा आम का रस (mango juice) तैयार कर सकते हैं।
3) आम की चटनी बनाएं: कच्चे आम को छीलकर, काटकर और पकाकर विभिन्न मसालों के साथ मिलाकर चटनी बना सकते हैं।
4) आम का सलाद: आम को काट कर, ताज़े पत्ते, खीरा, टमाटर और नींबू के रस के साथ मिलाकर एक स्वादिष्ट सलाद बना सकते हैं।
5) आम की लस्सी या स्मूदी: आम का गूदा(mango pulp), दही, चीनी और बर्फ मिलाकर ठंडी और मलाईदार लस्सी (mango lassi) या स्मूदी तैयार कर सकते हैं।
6) आम का आचार: कच्चे आम को छोटे टुकड़ों में काटकर, मसालों और तेल में पकाकर आचार(mango pickle) बना सकते हैं।
7) आम की बर्फी या हलवा: आम का गूदा लेकर उसे चीनी और दूध के साथ मिलाकर गाढ़ा होने तक पकाएं। फिर इसे ठंडा करके मनचाहे आकार में काट लें और बर्फी या हलवे के रूप में सर्व करें।
8) आम की आइसक्रीम: आम का गूदा, क्रीम, दूध और चीनी को अच्छी तरह मिलाकर फ्रीजर में जमने दें। होममेड आम की आइसक्रीम गर्मियों के लिए एक परफेक्ट ट्रीट है।
9) आम का पना: कच्चे आम (raw mango) को भून कर या उबाल कर उसका गूदा निकाल लें। इसे पानी, जीरा पाउडर, काला नमक और चीनी के साथ मिलाएं और ठंडा करके पिएं। यह पेय पाचन के लिए अच्छा है और गर्मी से राहत देता है।
10) आम जैम: आम का जैम भी एक लोकप्रिय और स्वादिष्ट विकल्प है जिसे आप घर पर आसानी से बना सकते हैं।पके आम का गूदा, चीनी, और नींबू का रस मिलाएं और मध्यम आंच पर पकाएं। जब मिश्रण गाढ़ा होकर चमचे से गिरने पर जैम की तरह टपके, इसे उतार कर स्वच्छ जार में भरें।
11) अमचूर पाउडर : आम को सुखाकर उससे अमचूर पाउडर बनाया जाता है। यह पाउडर खाने में खट्टापन लाने के लिए उपयोगी होता है और विभिन्न व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने के काम आता है।
आम से बनने वाली चीजें | Mango products
बाजार में आम से बनी चीजें जैसे कि कोल्ड ड्रिंक, आम पापड़, आइसक्रीम, कैंडी और बहुत कुछ खूब बिकती हैं। लेकिन हम आपको सलाह देंगे कि इन चीजों की जगह आप ताजा आम और घर पर बनी चीजें ही खाएं क्योंकि बाहर की चीजों में शुगर और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं जो नुकसानदायक हो सकते हैं।
आम से बने सौंदर्य उत्पाद भी होते है। आम की गुठली से निकलने वाले तेल का उपयोग विभिन्न प्रकार के सौंदर्य प्रसाधनों में किया जाता है। इस तेल में मॉइस्चराइजिंग गुण होते हैं, जो त्वचा को नर्म और मुलायम बनाने में मदद करते हैं। आम के अर्क से बने फेस मास्क, क्रीम, लोशन, और बॉडी बटर भी बाजार में उपलब्ध हैं, जो त्वचा को पोषण देते हैं और उसे स्वस्थ बनाए रखते हैं। इन्हें उपयोग करने से पहले पैच टेस्ट जरूर करें।
आम कब खाना चाहिए | When to eat mango
वास्तव में, आम एक ऐसा फल है जिसे कभी भी खाया जा सकता है, लेकिन इसे खाने के फायदे समय के अनुसार अलग-अलग हो सकते हैं जैसे कि:
सुबह खाली पेट आम खाने के फायदे
सुबह खाली पेट आम खाने से शरीर को तुरंत ऊर्जा मिलती है क्योंकि आम में प्राकृतिक शर्करा होती है, जो ऊर्जा का त्वरित स्रोत है। इससे पाचन क्रिया में सुधार होता है साथ ही,इम्यून सिस्टम को मजबूती प्रदान करते हैं, जिससे शरीर विभिन्न रोगों से लड़ने की क्षमता प्राप्त करता है।
रात में आम खाने के फायदे
रात में आम खाने से नींद अच्छी आती है, डाइजेस्टिव सिस्टम को भी आराम मिलता है साथ ही, आम के एंटीऑक्सिडेंट गुण रात भर शरीर की मरम्मत और पुनर्निर्माण में मदद करते हैं, जिससे त्वचा स्वस्थ रहती है और शरीर की आंतरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
निजी अनुभव
हम जब भी आम खाते हैं, उसे 1-2 घंटे पहले पानी में भिगोकर रखते हैं ताकि उसकी स्किन पर लगी धूल-मिट्टी और प्रिजर्वेटिव्स निकल जाएं। साथ ही, इस प्रक्रिया से आम की तासीर भी कम हो जाती है।
आम का महत्व | Importance of mango
धार्मिक महत्व: आम को हिन्दू धर्म में बेहद पवित्र फल माना जाता है। इसका उपयोग विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों और पूजाओं में होता है। विशेष रूप से, नवरात्रि में कलश स्थापना के समय आम के पत्तों (mango leaf) का उपयोग किया जाता है जहाँ ये पत्ते कलश के ऊपर सजाए जाते हैं।
वट सावित्री पूजा करते समय आम के पत्तों की माला भी बनाई जाती है। दिवाली के दौरान, आम के पत्तों को घर के प्रवेश द्वार पर तोरण के रूप में सजाया जाता है, जिससे घर में सुख और समृद्धि आने की प्रार्थना की जाती है।
सांस्कृतिक महत्व: आम भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा है। गुड़ी पड़वा के दौरान महाराष्ट्र में आमरस और पूरन पोली बनाने की परंपरा है, जो इस त्योहार की विशेषता है। इसके अलावा, बंगाल में बंगाली नव वर्ष यानी पोइला बैशाख के दौरान आम का पना बनाया जाता है जो कि गर्मियों के मौसम में ठंडक प्रदान करता है।
इसी तरह, आम का उपयोग दक्षिण भारत में विवाह समारोहों में भी किया जाता है, जहाँ नवविवाहित जोड़े को आम के पत्तों से बने माला पहनाई जाती है। ये परंपराएँ आम के महत्व को और बढ़ाती हैं और इसे भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाती हैं।
साहित्यिक महत्व: आम का जिक्र भारतीय साहित्य में कई जगहों पर हुआ है, चाहे वह कविता हो, उपन्यास हो या कहानियाँ। इसके ऊपर कुछ कहावतें भी बनी हैं जो इसकी लोकप्रियता और महत्व को दर्शाती हैं, जैसे ‘आम खाओ पेड़ मत गिनो’ और ‘आम के आम गुठलियों के दाम’। महाकवि कालिदास के संस्कृत नाटक ‘शाकुन्तलम’ में आम का उल्लेख मिलता है, जहाँ इसे प्रेम का प्रतीक बताया गया है।
कुछ दिलचस्प तथ्य
1) आम का इतिहास लगभग 4000 साल पुराना है और इसकी उत्पत्ति भारत में हुई थी। ‘द एनसाइक्लोपीडिया ऑफ फ्रूट्स & नट्स’ द्वारा जे. जानिक और R.E. पॉल के अनुसार, आम को पहली बार उत्तरी-पूर्वी भारत, बांग्लादेश और म्यांमार में उगाया गया था।
2) भारत में आम की 1000 से अधिक किस्में हैं, जिनमें से प्रत्येक का अपना अनूठा स्वाद और खासियत होती है। ‘इंडियन मैंगो: वेरायटीज़, प्रोडक्शन एंड यूज़’ नामक पुस्तक में इन किस्मों का विस्तृत विवरण मिलता है।
3) आयुर्वेद में आम को विशेष स्थान प्राप्त है। ‘आयुर्वेदिक फार्माकोपिया ऑफ इंडिया’ के अनुसार, आम के पत्ते मधुमेह के रोगियों के लिए ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं।
4) ‘ट्रॉपिकल फ्रूट्स एंड फ्रुट ट्री मैनेजमेंट’ द्वारा गैरी जे. हॉफमैन ने विस्तार से बताया है कि कैसे विशेष तापमान और जलवायु की स्थितियों में आम की खेती की जाती है, जिससे उनकी क्वालिटी और उत्पादन पर असर पड़ता है।
5) गौतम बुद्घ को भी आम काफी पसंद थे। वैशाली की नगरवधू ‘आम्रपाली’ से वे आम के बाग में ही मिले थे।
6) साल 1968 में, पाकिस्तानी विदेश मंत्री पीरजादा ने चीन को 50 पेटियां आम की उपहार स्वरूप दी, जिससे दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और राजनीतिक संबंध मजबूत हों। उस समय तक चीन के लोग आम के स्वाद से अनजान थे।
आम को राष्ट्रीय फल कब घोषित किया गया | Why mango is our national fruit
वर्ष 1950 में आम को भारत के राष्ट्रीय फल के रूप में अपनाया गया। आम (मैंगिफेरा इंडिका), जिसे प्यार से फलों का राजा कहा जाता है, भारत का राष्ट्रीय फल है।
आम खाने के नुकसान | Side effects of mango
आम खाने के कई फायदे (health benefits of mango)होते हैं, लेकिन कुछ स्थितियों में इसके कुछ नुकसान (aam khane ke nuksaan) भी हो सकते हैं। आम खाते समय जिन्हें ध्यान रखना चाहिए जैसे:
आम खाने के कई फायदे होते हैं, लेकिन कुछ स्थितियों में इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। यहाँ आम खाने के कुछ संभावित नुकसान दिए गए हैं:
1) चीनी की मात्रा: आम में उच्च मात्रा में नैचुरल शुगर होती है, जिससे डायबिटीज के रोगियों को इसका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए। अत्यधिक शुगर सेवन से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।
2) एलर्जी: कुछ लोगों को आम में पाए जाने वाले यौगिक उरुषियोल से एलर्जी हो सकती है, जो आमतौर पर आम की त्वचा में होता है। इससे खुजली और दाने हो सकते हैं।
3) कैलोरी सामग्री: आम कैलोरी में उच्च होते हैं, इसलिए जो लोग वजन नियंत्रण पर हैं उन्हें इसका सेवन सोच-समझकर करना चाहिए।
4) पाचन समस्याएँ: अधिक मात्रा में आम खाने से पेट में फूलन और अपच की समस्या हो सकती है।
5) कीटनाशकों का प्रभाव: बाजार में मिलने वाले आमों पर कीटनाशकों का छिड़काव किया जाता है, जिसके कारण अगर उचित तरीके से न धोया जाए तो ये रसायन शरीर के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
निष्कर्ष
शायद ही कोई हो जिसे आम का स्वाद पसंद न हो। इस ब्लॉग के माध्यम से हमने आम के 10 फायदे (aam ke fayde) और आम से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी दी है। आम पन्ना एक औषधि की तरह काम करता है। अगर आपको दोपहर में घर से बाहर निकलना है तो एक गिलास आम का पना पीकर निकलिए। अभी तो आम का मौसम चल ही रहा है, आप भी कई तरह के आम खाएं और अपने परिवार को गर्मी से बचाएं।
FAQs
आम की तासीर गर्म मानी जाती है।
पके आम के कई फायदे( ripe mango health benefits) है जैसे -पका आम (ripe mango) विटामिन C, A और फाइबर से भरपूर होता है जो इम्यूनिटी बढ़ाता है, आंखों की रोशनी सुधारता है, और पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। यह त्वचा को भी निखारता है और हृदय को स्वस्थ रखता है।
डायबिटीज में आम का अचार संभलकर खाना चाहिए क्योंकि इसमें चीनी और नमक की मात्रा अधिक हो सकती है। डायबिटिक पेशेंट्स को ऐसे अचार खाने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
आम खाने के तुरंत बाद पानी पीने से बचें क्योंकि यह पेट में फुलावट या अपच का कारण बन सकता है। आम के साथ दही या ठंडी चीजें खाने से भी परहेज करें क्योंकि यह खांसी या सर्दी की समस्या उत्पन्न कर सकती हैं।
आम का पेड़ घर में लगाना शुभ माना जाता है क्योंकि यह वास्तु शास्त्र में समृद्धि और धन का प्रतीक है। इसे लगाने से पॉजिटिव ऊर्जा बढ़ती है और यह सुख-समृद्धि लाता है।
बारहमासी आम के पेड़ आपको नर्सरी या कृषि विशेषज्ञों के पास मिल सकते हैं। इन पेड़ों की खासियत यह है कि ये साल भर फल देते हैं। आप इन्हें ऑनलाइन पौधों की दुकानों से भी खरीद सकते हैं।
कच्चे आम (green mango) को पकाने के लिए उन्हें अखबार में लपेटकर या भूसे में रखकर कुछ दिनों के लिए गर्म जगह पर रखें। यह प्रक्रिया आम को स्वाभाविक रूप से पकने में मदद करती है।
आम को फ्रिज में रखना तभी उचित है जब वे पूरी तरह से पक जाएं। पके हुए आम को फ्रिज में रखने से वे कुछ दिनों तक ताजा रहते हैं। कच्चे आम को फ्रिज में न रखें क्योंकि इससे वे ठीक से नहीं पकेंगे।
आम में बौर आने का समय आमतौर पर वसंत ऋतु के दौरान होता है, जो भारत में फरवरी से अप्रैल के महीने तक रहता है। इस समय आम के पेड़ों पर फूल आते हैं जो बाद में फलों में परिवर्तित होते हैं।
आम खाने के तुरंत बाद दूध नहीं पीना चाहिए, क्योंकि आम की तासीर गर्म होती है और दूध ठंडा होता है। इससे पाचन सम्बंधी समस्याएँ हो सकती हैं।
दही और आम एक साथ खाने से प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन C और अन्य आवश्यक मिनरल्स मिलते हैं। यह संयोजन पाचन को बेहतर बना सकता है और इम्यूनिटी को मजबूत कर सकता है।
आम का पेड़ लगाने के लिए पहले अच्छी क्वालिटी की आम की गुठली चुनें। गुठली को साफ करके थोड़ी देर सुखाएं और फिर मिट्टी में गाड़ दें। सुनिश्चित करें कि पौधे को पर्याप्त सूरज की रोशनी और पानी मिले।
आम खाने से पुरुषों को कई फायदे होते हैं। यह विटामिन A और C से भरपूर होता है, जो त्वचा और आंखों की सेहत में सुधार करता है। आम में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स प्रोस्टेट स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाते हैं। आम के सेवन से पुरुषों के सीमन की क्वालिटी भी बेहतर होती है।