कैमोमाइल चाय के 10 चौंकाने वाले फायदे!

Chamomile tea

आपने अक्सर देखा होगा कि लोग जागने के लिए चाय या कॉफी का सहारा लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसी भी चाय है जो न सिर्फ आपको शांत करती है, बल्कि गहरी और सुकून भरी नींद भी देती है?

आज के दौर में, नींद न आना एक गंभीर समस्या बनती जा रही है। हम चाहें भी तो सो नहीं पाते, और जो सोते हैं, वो भी पूरी तरह से तरोताजा महसूस नहीं कर पाते। इसका असर हमारे पूरे दिन पर पड़ता है, जिससे हम थके-हारे और सुस्त महसूस करते हैं।

आज हम जिस खास चाय के बारे में बात करेंगे, उसका नाम है कैमोमाइल चाय। यह कोई साधारण चाय नहीं है; इसे पीकर आप न सिर्फ अपनी नींद को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि अपने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को भी सुधार सकते हैं। आइए, जानते हैं कि कैसे यह अद्भुत चाय आपके जीवन को बदल सकती है। 

कैमोमाइल चाय | Chamomile tea in hindi

कैमोमाइल (Chamomile) एक सुगंधित और सुंदर फूलों वाला पौधा है, जिसका वैज्ञानिक नाम Matricaria chamomilla है। यह मुख्य रूप से यूरोप, एशिया और उत्तर अमेरिका में पाया जाता है। कैमोमाइल के फूल सफेद पंखुड़ियों और पीले केंद्र वाले होते हैं, जो देखने में डेज़ी के फूल जैसे लगते हैं। इसकी ऊंचाई 15 से 60 सेंटीमीटर तक होती है, और इसके फूलों का व्यास लगभग 2.5 सेंटीमीटर होता है।

कैमोमाइल के दो प्रमुख प्रकार हैं: जर्मन कैमोमाइल और रोमन कैमोमाइल। जर्मन कैमोमाइल के फूल बड़े और उभरे हुए होते हैं, जबकि रोमन कैमोमाइल के फूल छोटे और चौड़ी पंखुड़ियों वाले होते हैं। जर्मन कैमोमाइल का पौधा ऊंचा होता है और इसका उपयोग मुख्य रूप से चाय बनाने के लिए किया जाता है, जबकि रोमन कैमोमाइल औषधीय और अरोमाथेरेपी में प्रयोग होता है। यह पौधा गर्मियों में खिलता है और अक्सर खुले मैदानों, बगीचों और जंगलों में पाया जाता है।

कैमोमाइल चाय के फायदे | Chamomile tea benefits

कैमोमाइल चाय के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जो इसे एक लोकप्रिय हर्बल पेय बनाते हैं। यहां इसके कुछ प्रमुख फायदे बताए गए हैं:

1) अच्छी नींद 

कैमोमाइल चाय का सेवन नींद को बेहतर बनाने में सहायक होता है। इसमें एपिजेनिन नामक एक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो मस्तिष्क में उन रिसेप्टर्स से जुड़कर नींद को बढ़ावा देता है और अनिद्रा को कम करता है  जिससे व्यक्ति अगली सुबह तरोताजा और ऊर्जावान महसूस करता है। यही कारण है कि कैमोमाइल चाय को प्राकृतिक नींद लाने वाले उपायों में से एक माना जाता है।

2) तनाव और चिंता में राहत

मस्तिष्क में GABA (गामा-एमिनोब्यूट्रिक एसिड) नाम का एक केमिकल होता है, जो मुख्य रूप से मस्तिष्क की उत्तेजना (stimulation) को नियंत्रित करता है। GABA मस्तिष्क को शांत करने और चिंता को कम करने में मदद करता है, जिससे मन को शांति और आराम मिलता है।  

3) पाचन में सुधार

कैमोमाइल चाय पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में इसलिए प्रभावी है क्योंकि इसमें प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-स्पास्मोडिक गुण होते हैं, जो पेट की मांसपेशियों की ऐंठन को कम करते हैं।

जब आप कैमोमाइल चाय का सेवन करते हैं, तो यह पेट और आंतों की मांसपेशियों को आराम देती है, जिससे ऐंठन और गैस की समस्याओं में राहत मिलती है। इसके एंटी-स्पास्मोडिक गुण भोजन के पाचन को सुगम बनाते हैं, जिससे अपच की परेशानी से राहत मिलती है।

4) पीरियड्स में फायदेमंद

कैमोमाइल चाय महिलाओं के लिए मासिक धर्म के दौरान दर्द और ऐंठन को कम करने में फायदेमंद हो सकती है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इन तकलीफों को शांत करने में मदद करते हैं, जिससे मासिक धर्म के दौरान होने वाली असुविधा को कम किया जा सकता है।

5) कण्ट्रोल डायबिटीज

कैमोमाइल टी पीने से खून में शुगर (चीनी) को कम करने में मदद मिल सकती है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण अग्न्याशय की कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं। अग्न्याशय का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है क्योंकि यह इंसुलिन नामक हार्मोन का उत्पादन करता है, जो रक्त से चीनी को कोशिकाओं में पहुंचाता है।

एक अध्ययन में देखा गया कि जिन लोगों ने चार हफ्तों तक दिन में दो बार कैमोमाइल चाय पी, उनका शुगर लेवल और किडनी की सेहत बेहतर हो गई।

हालांकि, कैमोमाइल चाय दवाओं की जगह नहीं ले सकती, लेकिन इसे शुगर की बीमारी में दवाओं के साथ मिलाकर पीने से फायदा हो सकता है।

6) दिल के लिए लाभकारी 

कैमोमाइल चाय में फ्लेवोन्स नामक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। शोध के अनुसार, ये फ्लेवोन्स एलडीएल, जिसे “खराब” कोलेस्ट्रॉल भी कहा जाता है, को कम करने में मदद कर सकते हैं। इससे दिल की सेहत में सुधार हो सकता है।

7) कुछ प्रकार के कैंसर से बचाव 

कैमोमाइल चाय में ऐसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से लड़ने में मदद कर सकते हैं। इसमें एपिजेनिन नामक एक खास तत्व पाया जाता है, जो कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोक सकता है।

शोध में यह पाया गया है कि कैमोमाइल चाय के नियमित सेवन से शरीर में कैंसर के कुछ प्रकारों, जैसे कि स्तन, त्वचा, और पाचन तंत्र के कैंसर का खतरा कम हो सकता है। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि कैमोमाइल चाय कैंसर का इलाज नहीं है, लेकिन इसे एक सहायक उपाय के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

यदि कोई व्यक्ति कैंसर का इलाज करा रहा है, तो कैमोमाइल चाय का सेवन डॉक्टर की सलाह से ही करना चाहिए, क्योंकि हर किसी की सेहत की स्थिति अलग हो सकती है।

8) फ्लू से राहत 

फ्लू जैसे लक्षण, जैसे कि वायरल बुखार, सर्दी और खांसी, साल भर आम होते हैं। अगर आपको इनसे पीड़ित होने का खतरा है, तो कैमोमाइल चाय इन लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है।

कैमोमाइल में फ्लेवोन नामक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर में मुक्त कणों से होने वाले नुकसान को रोकते हैं। यह आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करके सर्दी और फ्लू के लक्षणों से बचाने में भी मदद करता है।

केवल पीने के अलावा, कुछ रिपोर्टों के अनुसार, कैमोमाइल चाय को गर्म पानी में भिगोकर उससे उठने वाली भाप को सांस के जरिए अंदर लेने से बंद नाक को खोलने में मदद मिलती है, जिससे आप आसानी से सांस ले सकते हैं।

9) कैमोमाइल चाय त्वचा के लिए लाभ

कैमोमाइल चाय त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद होती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो त्वचा की सूजन और जलन को कम करने में मदद करते हैं। कैमोमाइल चाय के नियमित सेवन से त्वचा में नमी बनी रहती है, जिससे वह अधिक मुलायम और स्वस्थ दिखती है।

इसके अलावा, यह चाय फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान को भी कम करती है, जिससे उम्र बढ़ने के लक्षण, जैसे झुर्रियां और बारीक रेखाएं, धीमे पड़ जाते हैं। त्वचा की रंगत में सुधार लाने और उसे साफ और चमकदार बनाने के लिए कैमोमाइल चाय का सेवन और इसका बाहरी उपयोग दोनों ही प्रभावी हो सकते हैं।

10) आर्थराइटिस का दर्द दूर करने में मददगार 

कैमोमाइल चाय आर्थराइटिस जैसी सूजन और दर्द से जुड़ी समस्याओं में राहत देने में सहायक हो सकती है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण जोड़ों की सूजन को कम करने में मदद करते हैं, जिससे आर्थराइटिस के कारण होने वाले दर्द और अकड़न में राहत मिल सकती है।

नियमित रूप से कैमोमाइल चाय का सेवन आर्थराइटिस से ग्रस्त लोगों के लिए एक प्राकृतिक उपाय हो सकता है, जो जोड़ों की गतिशीलता में सुधार करने और दर्द को कम करने में मदद करता है। 

कैमोमाइल चाय कैसे बनाएं | How to make chamomile tea

कैमोमाइल चाय बनाना बेहद आसान है। एक कप पानी को उबालें और उसमें 1-2 चम्मच सूखे कैमोमाइल फूल या 1 कैमोमाइल टी बैग डालें। इसके बाद, इसे 5-10 मिनट के लिए ढककर रख दें ताकि कैमोमाइल के सभी पोषक तत्व पानी में अच्छी तरह मिल सकें।

 फिर चाय को छान लें और इसका आनंद लें। अगर आप चाहें, तो इसमें शहद या नींबू का रस मिलाकर इसका स्वाद और बढ़ा सकते हैं। कैमोमाइल चाय पीने का सबसे अच्छा समय सोने से पहले होता है, जिससे आपकी नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है। इसके अलावा, आप इसे खाने के बाद पाचन में सुधार के लिए या तनावपूर्ण समय में मन को शांत करने के लिए भी पी सकते हैं।

कैमोमाइल चाय कहां मिलती है | Where to get chamomile tea

कैमोमाइल चाय आसानी से उपलब्ध है और आप इसे कई जगहों से खरीद सकते हैं। इसे आप सुपरमार्केट, किराना स्टोर, या स्वास्थ्य और हर्बल उत्पादों की दुकानों में पा सकते हैं।

इसके अलावा, कैमोमाइल चाय ऑनलाइन प्लेटफार्मों जैसे Amazon, Flipkart, और अन्य ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर भी उपलब्ध है। ये चाय सूखे कैमोमाइल फूलों, टी बैग्स, या पाउडर के रूप में मिल सकती है। आप अपने स्थानीय हर्बल स्टोर से भी कैमोमाइल चाय प्राप्त कर सकते हैं, जहाँ आपको शुद्ध और ऑर्गेनिक विकल्प मिल सकते हैं।

कैमोमाइल चाय price

कैमोमाइल चाय की कीमत विभिन्न ब्रांड्स, गुणवत्ता और पैकेजिंग के आधार पर अलग-अलग हो सकती है। आमतौर पर, कैमोमाइल टी बैग्स की एक पैकेट की कीमत ₹150 से ₹500 के बीच हो सकती है, जिसमें 20 से 50 टी बैग्स होते हैं। अगर आप सूखे कैमोमाइल फूल खरीदना चाहते हैं, तो इसकी कीमत ₹300 से ₹800 प्रति 100 ग्राम के बीच हो सकती है, जो उसकी शुद्धता और ऑर्गेनिक होने पर निर्भर करता है। 

कैमोमाइल चाय के साइड इफेक्ट | Chamomile tea side effects

हालांकि कैमोमाइल चाय आमतौर पर सुरक्षित मानी जाती है, लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, खासकर यदि इसका अत्यधिक सेवन किया जाए। जिन लोगों को डेज़ी परिवार के पौधों, जैसे रैगवीड या क्राइसेंथेमम से एलर्जी होती है, उन्हें कैमोमाइल से भी एलर्जी हो सकती है, जिससे त्वचा पर रैशेज़ या साँस लेने में कठिनाई हो सकती है।

गर्भवती महिलाओं को भी इसे सावधानी से सेवन करना चाहिए, क्योंकि यह गर्भाशय के संकुचन को बढ़ा सकता है। इसके अलावा, अगर आप कोई रक्त पतला करने वाली दवा ले रहे हैं, तो कैमोमाइल चाय का सेवन आपके लिए सुरक्षित नहीं हो सकता। इसलिए, इसे अपने आहार में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है।

FAQs

क्या रोजाना कैमोमाइल चाय पीना ठीक है?

हाँ, रोजाना कैमोमाइल चाय पीना आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है और यह आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। यह नींद को बेहतर बनाता है, तनाव को कम करने मदद करती है, और पाचन में सुधार करता है। हालांकि, अगर आपको किसी प्रकार की एलर्जी या स्वास्थ्य समस्या है, तो डॉक्टर से सलाह लेना बेहतर होगा।

कैमोमाइल का हिंदी नाम क्या है?

कैमोमाइल का हिंदी में कोई विशिष्ट नाम नहीं है, लेकिन इसे आमतौर पर “बबूने का फूल” या “बबूने की चाय” कहा जा सकता है।

कैमोमाइल भारत में पाया जाता है?

हां, कैमोमाइल भारत में भी उगाया जाता है, खासकर हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और कश्मीर जैसे ठंडे इलाकों में। इसे औषधीय और हर्बल उत्पादों के लिए उगाया जाता है।

कैमोमाइल किस महीने खिलता है?

कैमोमाइल का पौधा गर्मियों के दौरान खिलता है, आमतौर पर मई से सितंबर के बीच। इसके फूल सुगंधित होते हैं और इनका उपयोग हर्बल चाय और अन्य औषधीय उत्पादों में किया जाता है।

कैमोमाइल तेल क्या है?

कैमोमाइल तेल एक आवश्यक तेल है, जो कैमोमाइल के फूलों से निकाला जाता है। इसे सुगंध चिकित्सा (aromatherapy), त्वचा की देखभाल, और विभिन्न औषधीय उद्देश्यों के लिए उपयोग किया जाता है। यह तेल शांतिदायक और सूजनरोधी गुणों के लिए जाना जाता है।

कैमोमाइल कब लगाया जाता है?

कैमोमाइल के बीजों को आमतौर पर वसंत के मौसम (फरवरी-मार्च) में बोया जाता है, जब ठंड का मौसम खत्म हो जाता है। यह पौधा ठंडे मौसम में अच्छी तरह से बढ़ता है और गर्मियों में फूलता है।

कैमोमाइल को चिंता के लिए काम करने में कितना समय लगता है?

कैमोमाइल चाय पीने के बाद चिंता के लक्षणों में सुधार महसूस होने में आमतौर पर 15-30 मिनट का समय लग सकता है। इसके शांतिदायक गुण मन को शांत करने में मदद करते हैं, जिससे तनाव और चिंता कम हो सकती है।

कैमोमाइल एक मूत्रवर्धक है?

कैमोमाइल हल्का मूत्रवर्धक (diuretic) प्रभाव रखता है, जिसका मतलब है कि यह मूत्र के उत्पादन को बढ़ा सकता है। हालांकि, यह प्रभाव बहुत ही हल्का होता है और इसे मुख्य रूप से मूत्रवर्धक के रूप में नहीं जाना जाता।

कैमोमाइल एक दवा है?

कैमोमाइल एक हर्बल औषधि है, जिसका उपयोग सदियों से विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में किया जाता रहा है। इसे मुख्य रूप से हर्बल चाय, तेल, और सप्लीमेंट्स के रूप में उपयोग किया जाता है, लेकिन इसे औपचारिक दवा नहीं माना जाता है।

क्या कैमोमाइल जहरीला होता है?

कैमोमाइल आमतौर पर सुरक्षित होता है और इसका सेवन किसी भी तरह से जहरीला नहीं माना जाता। हालांकि, कुछ लोगों को इससे एलर्जी हो सकती है, खासकर यदि उन्हें डेज़ी परिवार के पौधों से एलर्जी है। इसलिए, यदि आपको कैमोमाइल से एलर्जी का संदेह हो, तो इसे सावधानी से सेवन करें।

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