शिलाजीत किस मौसम में और किसको खाना चाहिए?

Shilajit

इस लेख में, हम न सिर्फ यह उजागर करेंगे कि शिलाजीत का सेवन किस मौसम में करना चाहिए, बल्कि यह भी बताएंगे कि क्यों कुछ विशेष मौसम इसके सेवन के लिए अधिक उपयुक्त होते हैं।

शिलाजीत क्या है | Shilajit

शिलाजीत की तासीर गरम होती है और यह एक अनोखा तथा शक्तिशाली प्राकृतिक पदार्थ है जो हिमालयी क्षेत्र में पाया जाता है। इसका गाढ़ा, चिपचिपा स्वरूप और काला रंग इसे विशेष बनाता है। शिलाजीत में मौजूद खनिज और जड़ी-बूटियों औषधीय गुणों से भरपूर होने के कारण, यह हमारे स्वास्थ्य को अनेक प्रकार से लाभ पहुंचाता है। शिलाजीत का सेवन चूर्ण या कैप्सूल के रूप में किया जा सकता है, और यह प्राचीन समय से ही विभिन्न रोगों के इलाज के लिए प्रयोग किया जा रहा है।

कई लोगों का मानना है कि शिलाजीत के कच्चे रूप में ये शुद्ध होता है पर इस से जुड़ी सच्चाई कुछ ओर ही है असल में कच्चे शिलाजीत का सेवन करने पर इसमें मौजूद हानिकारक और जहरीले पदार्थ भी पेट में चले जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए उचित नहीं है। शुद्ध शिलाजीत को पहाड़ी चट्टानों से प्राप्त किया जाता है और इसे सेवन के लिए उपयोग करने से पहले शुद्धिकरण की प्रक्रिया से गुजारा जाना चाहिए। इस प्रकार, शिलाजीत का सही और सुरक्षित उपयोग सुनिश्चित करने के लिए इसके शुद्ध रूप का ही सेवन किया जाना चाहिए।

शिलाजीत के फायदे और नुकसान | Benefits of shilajit 

शिलाजीत एक नेचुरल हर्ब है जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है, लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं अगर इसका सेवन सही तरीके से न किया जाए।

फायदे की बात करें तो, शिलाजीत शरीर की ऊर्जा बढ़ाता है, थकान कम करता है, और इम्युनिटी (प्रतिरक्षा प्रणाली) मजबूत करता है। यह मानसिक स्वास्थ्य को भी सुधारता है, तनाव को कम करता है और याददाश्त बढ़ाता है। यौन स्वास्थ्य में सुधार और बेहतर हड्डी की मजबूती भी इसके महत्वपूर्ण लाभ हैं।

हालांकि, शिलाजीत के नुकसान भी हो सकते हैं। जैसे कि, अगर कोई व्यक्ति अधिक मात्रा में शिलाजीत का सेवन कर ले तो उसे पाचन संबंधी  समस्याएं , सिरदर्द, या एलर्जी की शिकायत हो सकती है। खासकर, जिन लोगों को दिल से संबंधित बीमारियाँ हैं या जो लोग अन्य दवाइयाँ ले रहे हैं, उन्हें शिलाजीत का सेवन और खुराक डॉक्टर से सलाह लेकर लेनी चाहिए।

शिलाजीत किस मौसम में खाना चाहिए | How to eat in winter and summer in hindi

शिलाजीत हिमालय में पाई जाने वाली एक अद्भुत औषधि है जिसे हर मौसम में खाया जा सकता है – चाहे सर्दी हो या गर्मी। लेकिन,  हर मौसम में इसे लेने का सही तरीका अलग होता है, ताकि यह हमें नुकसान न पहुंचाए और हम इसके अधिकतम लाभ उठा सकें।

शिलाजीत का सेवन कैसे सर्दियों में 

Winters

शिलाजीत की तासीर गर्म होती है जिससे यह शरीर को गर्म रखने में बहुत मदद करती है।  इसका उपयोग सर्दियों में करने के लिए कुछ सिम्पल टिप्स हैं।

शिलाजीत का सेवन सर्दियों में करने के लिए निम्नलिखित कुछ सरल टिप्स हैं:

1) शिलाजीत को गर्म पानी के साथ लें: खासकर सर्दियों में दो-तीन ग्राम शिलाजीत को एक गिलास गर्म पानी में घोलकर पिया जाए तो यह शरीर को दिनभर एक्टिव रखने में मदद कर सकता है।

2) दूध के साथ मिलाकर पिएं: गर्म दूध में शिलाजीत मिलाकर पीने से न केवल शरीर गर्म रहता है, बल्कि यह संयोजन ताकत भी बढ़ाता है। इसके लिए आप एक कप गर्म दूध में शिलाजीत का आधा चम्मच मिला सकते हैं।

3) सुबह के समय में सेवन करें: पोषक तत्त्व से भरपूर शिलाजीत का नियमित सेवन सुबह के समय करना चाहिए, ताकि पूरे दिन शरीर में एनर्जी और गर्म महसूस करे।

4) उचित मात्रा में सेवन करें: शिलाजीत की उचित मात्रा का सेवन महत्वपूर्ण है, इसलिए ध्यान रखें कि यह केवल डॉक्टर या आयुर्वेदिक विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार ही किया जाए या पैक पर लिखी मात्रा का पालन करें।

गर्मियों में शिलाजीत का सेवन

Summers

शिलाजीत के बारे में कुछ लोगों को गलतफहमी होती है कि इसका सेवन गर्मियों में नहीं करना चाहिए क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है, लेकिन लोग शिलाजीत गर्मियों में भी ले सकते हैं। शिलाजीत का प्रयोग करते समय पानी की मात्रा को बढ़ाना चाहिए ताकि इसकी गरम तासीर नुकसान नहीं पहुंचाए।

1) सही मात्रा में सेवन करें: गर्मियों में शरीर पर शिलाजीत का प्रभाव अलग हो सकता है। इसलिए, इसकी सही मात्रा का सेवन महत्वपूर्ण है। आमतौर पर, रोजाना 300 से 500 मिलीग्राम के बीच सेवन की सलाह दी जाती है।

2) सुबह के समय सेवन करें: शिलाजीत का सेवन सुबह के समय खाली पेट पर करना सबसे अच्छा होता है। इससे दिन भर के लिए ऊर्जा का स्तर बढ़ता है।

3) ठंडे दूध के साथ सेवन करें: अगर आपको शिलाजीत के सेवन से गर्मी महसूस होती है, तो आप इसे ठंडे दूध के साथ मिलाकर सेवन कर सकते हैं। दूध शरीर को ठंडक प्रदान करेगा।

4) संतुलित आहार का पालन करें: शिलाजीत का सेवन करते समय संतुलित और पौष्टिक आहार लेना जरूरी है। गर्मियों में ताजे फल और सब्जियों का सेवन अधिक करें।

5) आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्श लें: किसी भी प्रकार के सप्लीमेंट्स का सेवन करने से पहले आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्श लेना उचित होता है। विशेष रूप से, अगर आपको कोई स्वास्थ्य सम्बंधी समस्या है तो यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।

निष्कर्ष

अंततः, शिलाजीत का उपयोग किसी भी मौसम में किया जा सकता है, लेकिन इसके सेवन की विधि और मात्रा मौसम के अनुसार भिन्न हो सकती है। गर्मियों में, इसे कम मात्रा में और ठंडे दूध के साथ लेना बेहतर होता है ताकि शरीर में अतिरिक्त गर्मी का संचार न हो। सर्दियों में, इसके सेवन से शरीर को गर्मी और ऊर्जा मिलती है, इसलिए इसे सीधे या गर्म पानी के साथ लेना अधिक लाभदायक हो सकता है।

महत्वपूर्ण यह है कि शिलाजीत का सेवन आपके स्वास्थ्य की स्थिति, उम्र और जीवनशैली के अनुकूल होना चाहिए। इसका अधिक सेवन या गलत तरीके से सेवन स्वास्थ्य सम्बंधी समस्याओं का कारण बन सकता है। इसलिए, शिलाजीत का सेवन करने से पहले एक योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें। उनकी गाइडेंस में शिलाजीत का सेवन आपके स्वास्थ्य को अनेक लाभ पहुंचा सकता है।

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