खाना पचाने के घरेलू उपाय!

Digestion

भोजन हमारे स्वस्थ रहने का एक महत्वपूर्ण जरिया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भोजन करना जितना जरूरी होता है, उतना ही जरूरी उसका सही तरीके से पचना भी होता है? क्योंकि खाना जब अच्छे से पचता है, तभी हमारे शरीर को उसका पूरा लाभ मिलता है। यह बात विज्ञान भी मानता है और हमारे बड़े-बुजुर्ग भी यही कहते थे कि सूरज डूबने से पहले खाना खा लो, क्योंकि तब जठराग्नि तेज रहती है और खाना अच्छे से पचता है।

लेकिन क्या आपको पता है कि आपकी रसोई में ही मौजूद कुछ चीजें आपके पाचन में चमत्कारिक रूप से मदद कर सकती हैं? आज हम उन्हीं घरेलू उपायों की खोज करेंगे जो सदियों से हमारे बुजुर्गों के अनुभव का हिस्सा रहे हैं और आधुनिक विज्ञान भी उनकी पुष्टि करता है।

तो चलिए, जानते हैं खाना पचाने के दस सरल और प्रभावी घरेलू उपाय  !

अपच | Indigestion

Indigestion

यदि खाने के बाद आपको लगता है कि आपका पेट हमेशा फूला रहता है, तो यह एक संकेत हो सकता है कि आपका पाचन तंत्र सही ढंग से काम नहीं कर रहा है और भोजन ठीक प्रकार से पच नहीं पा रहा है। अपच के अन्य नाम अपसेट स्टमक (upset stomach), डिस्पेप्सिया,बदहजमी या इंडाइजेशन (indigestion) भी हैं। अपच की समस्या में पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द, भारीपन या जलन महसूस हो सकती है। 

खाना हजम ना होने के कारण  पेट में गैस, दर्द, सूजन, मतली , एसिडिटी, दस्त या हार्टबर्न जैसी समस्याओं का सामना कर ना पड़ सकता है यह समस्या अक्सर खाने के तुरंत बाद उत्पन्न होती है और कभी-कभी कुछ घंटों तक रह सकती है। अपच की समस्या से निपटने के लिए सही खान-पान और जीवनशैली में बदलाव करना महत्वपूर्ण होता है।

खाना पचाने के घरेलू उपाय – 10 | Indigestion home remedies

आइये जानते है किन घरेलू उपाय को आजमाने से पेट के स्वास्थ्य को ठीक किया जा सकता है।

1) गरम पानी का जादू

hot water

जब भी हम खाना खाते हैं, उसके लगभग 30 मिनट बाद आधा गिलास गर्म पानी पीने की आदत डालना चाहिए। इससे हमारे शरीर का मेटाबोलिज्म बढ़ता है, जिसके कारण खाना जल्दी और अच्छे से पचता है। यह गर्म पानी हमारे पाचन तंत्र को आराम देने के साथ-साथ पेट में बनने वाले एसिड (stomach acid) को संतुलित करने में भी मदद करता है। जब पेट में एसिड की मात्रा संतुलित होती है, तो पाचन प्रक्रिया और भी सहज और आरामदायक हो जाती है।

इसके अलावा, आपको एक दिन में कम से कम 8 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है,क्यूकी पर्याप्त पानी न केवल आपके पाचन तंत्र को मजबूत करता है, बल्कि पेट में जलन, बदहजमी, कब्ज और अन्य पेट से जुड़ी समस्याओं में भी राहत देता है। रोजाना पर्याप्त पानी पीने से शरीर से विषैले पदार्थ (toxin) भी बाहर निकलते हैं, जिससे पेट स्वस्थ रहता है। इसलिए, खुद को हाइड्रेटेड रखना और नियमित रूप से पानी पीना बहुत जरूरी है।

 2) अमृत है नींबू का रस

Lemon

पेट की खराबी या अपच में नींबू का रस एक अमृत की तरह काम करता है। नींबू में मौजूद साइट्रिक एसिड पाचन में मदद करता है और यह पेट को साफ करने में भी सहायक है। इससे न सिर्फ मेटाबॉलिज्म तेज होगा, बल्कि यह आपके शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में भी मदद करेगा। नींबू का रस पेट में गैस और सूजन कम करने के साथ-साथ अम्लता (acidity) को भी नियंत्रित करता है।

अगर आपको पेट में खराबी या अपच की शिकायत है, तो एक गिलास गुनगुने पानी में आधे नींबू का रस निचोड़ें और इसे सुबह खाली पेट पिएं या फिर खाने में मिला कर भी खा सकते हैं।

3) जीरा पानी फायदेमंद 

Cumin

घरेलू इलाज के रूप में जीरा पानी अपच में काफी फायदेमंद होता है। क्योंकि जीरे में मौजूद पोषक तत्व जैसे आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, और विटामिन B कॉम्प्लेक्स पाचन तंत्र को सुधारने और बेहतर बनाने में मदद करते हैं। जीरे में एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटी-स्पास्मोडिक गुण भी होते हैं, जो पेट में ऐंठन और गैस को कम करते हैं।

जीरा पानी बनाने के लिए, एक चम्मच जीरे को एक गिलास पानी में डालकर उबालें। इसे छानकर ठंडा कर लें और इसे दिन में दो बार पीएं, खासकर खाना खाने के बाद। इस प्रकार, जीरा पानी आपके पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का एक सरल और प्रभावी उपाय है।

4) एलोवेरा जूस भी है कारगर

Aloe Vera

एलोवेरा जूस में एंटी-इंफ्लेमेटरी और लैक्सेटिव गुण होते हैं, जो पाचन क्रिया को सुधारने और आंतों को साफ करने में सहायक होते हैं। यह जूस पेट में अम्लता, गैस और अपच जैसी समस्याओं को कम करता है। रोजाना एलोवेरा जूस का सेवन करने से पेट साफ रहता है और पाचन तंत्र मजबूत होता है। इसका नियमित सेवन आपके पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। एक गिलास गुनगुना पानी लें इसमें 1-2 चम्मच एलोवेरा जूस डालें।इस पानी को सुबह खाली पेट पी लें। 

5) एंटीबायोटिक हल्दी से उपचार

हल्दी, जिसे अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है, अपच में बहुत लाभकारी होती है। हल्दी में करक्यूमिन नामक एक सक्रिय यौगिक होता है, जो इसे एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण प्रदान करता है। ये गुण पाचन को सुधारने और पेट की सूजन व गैस को कम करने में मदद करते हैं।

एक गिलास गर्म दूध में लगभग आधा चम्मच हल्दी पाउडर मिलाया जाता है। इसे रात में सोने से पहले पीना अपच के उपचार में बहुत प्रभावी होता है।यदि आपको दूध से एलर्जी है हल्दी की चाय एक उत्तम विकल्प हो सकती है। इसके लिए, थोड़ी सी हल्दी को पानी में उबालें और फिर इसे चाय की तरह पिएं। इसके अलावा, सब्जियों, दालों, और विभिन्न प्रकार की करी में मिलाकर उपयोग करने से पेट की समस्या कम हो सकती है। 

 6) रामबाण है अजवायन

Ajwain

अजवाइन के बीजों में पाया जाने वाला थाइमोल यौगिक हमारे शरीर की पाचन शक्ति, यानी “जठराग्नि” को मजबूत करता है, जिससे भोजन का पाचन बेहतर होता है। वैज्ञानिक अनुसंधान (NCBI पर प्रकाशित) के अनुसार, अजवाइन में एंटीस्पास्मोडिक और कार्मिनेटिव गुण होते हैं, जो एसिडिटी और उससे जुड़ी समस्याओं में राहत प्रदान करते हैं। इसके अलावा, अजवाइन में मौजूद थाइमोल पेट दर्द, अम्लता, और अपच में आराम देने के लिए जाना जाता है।

7) चमत्कारी दालचीनी 

Daal chini

दालचीनी, जो कि एक औषधिये प्राचीन मसाला है, अपच में अत्यधिक लाभकारी होती है विशेष रूप से जब आप ज्यादा खाना खा लेते हैं। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण न केवल खाना पचाने में मदद करते हैं, बल्कि पेट फूलने, पेट की मरोड़, खट्टी डकार और गैस जलन जैसी समस्याओं में भी राहत पहुंचाते हैं। दालचीनी पाउडर को दही,  शहद ,स्मूदी या गर्म दूध में मिलाकर ले सकते है या आधा चम्मच दालचीनी को एक कप गर्म पानी में मिलाकर पीने से भी अपच की समस्या कम होती है।

8) लहसुन अपच का दुश्मन

Lahsun

लहसुन के एंटीबायोटिक गुण पेट संबंधी विभिन्न समस्याओं के इलाज में प्रभावी होते हैं अपच में तो बहुत फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें पाचन तंत्र को मजबूत करने और हाजमे को ठीक करने के गुण होते हैं। लहसुन में मौजूद सक्रिय तत्व पाचन एंजाइमों की गतिविधि को बढ़ाते हैं, जिससे खाना पचाने में भी मदद मिलती है। यह पेट के बैक्टीरियल संक्रमण को कम करता है और गैस्ट्रिक जूस के उत्पादन को बढ़ाकर डाइजेशन को सुधारता है।

आप रोज सुबह खाली पेट एक या दो कली कच्चे लहसुन का सेवन कर सकते हैं एक और तरीका है लहसुन की चाय बनाना। इसके लिए, कुछ कलियां लहसुन की पानी में उबालें और फिर इसे चाय की तरह पिएं या फिर आप अपने रोजाना के खाने में लहसुन का इस्तेमाल कर सकते है, जैसे सब्जियों, दालों, या सूप बनाते समय । 

9) सौंफ से बदहजमी को कहे अलविदा

Sauf

सौंफ, जो कि एक लोकप्रिय मसाला और पाचन में सहायक होता है,  सौंफ में एंटी-स्पास्मोडिक और कार्मिनेटिव गुण होते हैं जो पेट में गैस, सूजन और अपच की समस्याओं में राहत प्रदान करते हैं। इसमें अनेक एसेंशियल ऑयल्स होते हैं जो पाचन क्रिया को सुधारने में मदद करते हैं।

मेरे घर में जब भी मेरे बच्चों को बदहजमी या पेट दर्द होता है, तो मैं सौंफ का पानी देती हूँ, जिससे उनका डाइजेशन (digestion) बिल्कुल सही हो जाता है और सौंफ का स्वाद भी मीठा सा होता है, जिससे वो आसानी से पी लेते हैं।

आप एक चम्मच सौंफ को एक कप पानी में उबालकर सौंफ का पानी तैयार कर सकते हैं। इसके अलावा, भोजन के बाद कुछ सौंफ के बीज चबाकर खाना भी एक उत्तम पाचन सहायक उपाय है।सौंफ के बीज चबाने से न केवल पाचन में सुधार होता है, बल्कि यह मुंह की दुर्गंध को भी दूर करता है।

10) तुलसी के पत्ते लाभदायक

Tulsi

वैज्ञानिक शोधों के दौरान पता चला है कि तुलसी में हेपेटोप्रोटेक्टिव (लिवर को सुरक्षित रखने वाले) गुण होते हैं, जो न केवल लिवर की सुरक्षा करते हैं बल्कि अपच में भी उपयोगी हो सकते हैं। तुलसी के पत्ते पाचन संबंधी समस्याओं के लिए एक प्राकृतिक उपचार माने जाते हैं। इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जो पेट की सूजन और अपच को कम करने में मदद करते हैं।

तुलसी के पत्‍तों को या तो पानी के साथ निगलें या काढ़ा या चाय के रूप में लें तुलसी के पत्ते चबाकर नहीं खाने चाहिए दांतों की सेहत के लिए अच्‍छा नहीं होता।

हेल्थ टिप्स | Tips in hindi

 खाना पचाने के लिए घरेलू उपचार (home remedies for indigestion) के साथ-साथ कुछ जीवनशैली (life style) संबंधी बातों का ध्यान रखना भी महत्वपूर्ण है। इनमें शामिल हैं:

  • भोजन अच्छी तरह चबाकर खाएं: भोजन को अच्छी तरह चबाने से पाचन तंत्र पर बोझ कम होता है।
  • नींद पूरी लें: अच्छी और पर्याप्त नींद लेने से शरीर और पाचन तंत्र सही तरीके से काम करते हैं।
  • स्ट्रेस से दूर रहें: तनाव पाचन पर नकारात्मक असर डाल सकता है, इसलिए तनाव से दूर रहना चाहिए।
  • खाने का सही तरीका:भोजन को खड़े होकर और जल्दी-जल्दी नहीं खाना चाहिए क्योंकि इससे अपच की समस्या हो सकती है।
  • तरल पदार्थ शामिल करें: अपने खाने में छाछ, सूप आदि तरल पदार्थों को शामिल करने से पाचन में सहायता मिलती है।
  • खाने के बाद टहलें: भोजन के बाद 10-15 मिनट की वॉक पाचन में मदद करती है।
  • भोजन के 30 मिनट बाद ही पानी पिएं: खाने के तुरंत बाद पानी पीने से बचें, इससे पाचन क्रिया प्रभावित होती है।

इन सरल लेकिन प्रभावी जीवनशैली संबंधी उपायों को अपनाकर आप अपच और पेट संबंधी अन्य समस्याओं को कम कर सकते हैं।

निष्कर्ष

बदहजमी से राहत पाने के घरेलू उपाय केवल 10 नहीं हैं, इसके अलावा भी हींग, आंवला, दही, मेथी, लौंग, पपीता और भी कई खाद्य पदार्थ हैं जो फायदा पहुंचा सकते हैं, आप इन्हें अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। ये न केवल आपकी पाचन क्रिया को सुधारेंगे, बल्कि आपको स्वस्थ और खुश भी रखेंगे, क्योंकि पेट ही सभी बीमारियों का जड़ होता है।

इस लेख में जिन घरेलू उपायों के बारे में बताया गया है, वे आमतौर पर सुरक्षित हैं, लेकिन कोई विशेष स्वास्थ्य स्थिति जैसे प्रेगनेंसी, सर्जरी या किसी खाद्य पदार्थ से एलर्जी हो तो सावधानी बरतें। यदि आपके पेट की बदहजमी में इन उपायों को अपनाने के बाद भी फ़ायदा नहीं होता है, तो डॉक्टर के पास जाकर संपर्क करें।

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