नाभि में लौंग का तेल लगाने के अविश्वसनीय लाभ!
क्या आप जानते हैं कि हमारे शरीर का एक छोटा सा हिस्सा, हमारी नाभि, जब उसमें तेल लगाया जाता है, तो ये हमें कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकता है? शायद आपने भी ये बात कहीं सुनी होगी, लेकिन क्या सच में हमारी नाभि इतनी शक्तिशाली होती है कि ये हमारे पूरे शरीर को स्वस्थ रख सकती है?
आइए, हम इस विषय पर गहराई से चर्चा करते हैं और जानते हैं कि नाभि में लौंग का तेल लगाने से हमें कौन-कौन से फायदे मिल सकते हैं।
नाभि में लौंग का तेल डालने से क्या होता है?
नाभि में तेल लगाने से हमारे शरीर को कई तरह के फायदे होते हैं। नाभि, हमारे शरीर का एक बहुत ही महत्वपूर्ण केंद्रीय बिंदु है, हमारे तंत्रिका तंत्र (Nervous system)से सीधे जुड़ी होती है और यह हमारे शरीर की ऊर्जा को संतुलित करने में भी मदद करती है। जब हम नाभि में लौंग का तेल लगाते हैं, तो इसके एंटीबैक्टीरियल और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण हमारे शरीर के अंदरूनी भागों तक पहुंचकर उन्हें स्वस्थ बनाते हैं। इस तेल से नाभि के माध्यम से हमारे शरीर के विभिन्न हिस्सों तक उचित पोषण और सुरक्षा मिलती है।
इसके अलावा, नाभि में तेल लगाने से शरीर की मालिश होती है, जो रक्त संचार को बढ़ाती है और शरीर को आराम देती है। यह प्रक्रिया न सिर्फ शारीरिक लाभ प्रदान करती है, बल्कि मानसिक तनाव को भी कम करने में मदद करती है। इस प्रकार, नाभि में नारियल तेल, बादाम का तेल या अरंडी का तेल भी लगाया जाता है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए एक सरल और प्रभावी उपाय साबित होता है।
लौंग में कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं?
पोषक तत्व | मात्रा प्रति 100 ग्राम |
विटामिन ए | 1262 माइक्रोग्राम |
विटामिन के | 0.3 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम | 60 मिलीग्राम |
कैल्शियम | 255 मिलीग्राम |
आयरन | 6.17 मिलीग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 2 ग्राम |
प्रोटीन | 0.6 ग्राम |
फैट | 0.3 ग्राम |
फाइबर | 0.6 ग्राम |
नाभि में लौंग का तेल लगाने के फायदे
1) आंखों की सूजन और लालिमा कम करे
लौंग का तेल, जिसमें यूजेनॉल (eugenol) नामक तत्व होता है, विशेष रूप से सूजन को कम करने में प्रभावी है। इस तेल के एंटीइन्फ्लेमेटरी यानी सूजनरोधी गुण, शरीर के विभिन्न हिस्सों में सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं। जब हम नाभि में लौंग का तेल लगाते हैं, तो इससे आंखों की सूजन, दर्द और लालिमा में कमी आती है।
यह खासकर सर्दी के मौसम में होने वाली आंखों की समस्याओं के लिए लाभकारी होता है, क्योंकि लौंग की तासीर गर्म होती है। इस गर्म तासीर के कारण, लौंग का तेल ठंड से उत्पन्न होने वाली आंखों की सूजन और दर्द को कम करने में मदद करता है, और इस तरह यह सर्दी के मौसम में आंखों की समस्याओं का प्रभावी उपचार प्रदान करता है।
2) दमा में फायदेमंद
लौंग के तेल में मौजूद एंटीबैक्टीरियल प्रोपर्टीज दमा और अन्य श्वसन समस्याओं के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। जब हम नाभि पर लौंग का तेल लगाते हैं, तो यह शरीर के अंदर जाकर संक्रमण और सूजन को कम करता है, जिससे सांस लेने की प्रक्रिया में बाधा कम होती है। इसके अलावा, लौंग का तेल बलगम को पतला करने में मदद करता है, जिससे यह आसानी से बाहर निकल जाता है। इसकी वजह से सर्दी और खांसी में भी राहत मिलती है।
3) जोड़ों के लिए लाभ
नाभि में लौंग का तेल लगाने से जोड़ों के लिए कई लाभ होते हैं। लौंग के तेल में फ्लेवोनोइड्स और फेनोलिक यौगिक पाए जाते हैं, जो जोड़ों के टिश्यू (ऊतकों) के दर्द और सूजन को कम करने में मददगार होते हैं। जब यह तेल नाभि पर लगाया जाता है, तो ये यौगिक शरीर के अंदरूनी हिस्सों तक पहुंचते हैं और जोड़ों के टिश्यू की सूजन व दर्द को कम करते हैं।
ये यौगिक जोड़ों के टिश्यू को मजबूत बनाने और उनकी मरम्मत में भी मदद करते हैं, जिससे अर्थराइटिस जैसी स्थितियों में राहत मिल सकती है। इसके अलावा, लौंग तेल जोड़ों के टिश्यू में रक्त संचार को बढ़ाती है, जिससे दर्द और सूजन में कमी आती है।
4) स्वस्थ त्वचा
लौंग के तेल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीइन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो त्वचा के लिए उपयोगी होते हैं। यह तेल जब नाभि पर लगाया जाता है, तो ये गुण शरीर के अंदरूनी भागों तक पहुंचकर त्वचा की समस्याओं जैसे मुंहासे, दाग-धब्बे, और अन्य त्वचा संक्रमणों को कम करते हैं।
लौंग का तेल त्वचा के पोर्स को साफ करने में भी मदद करता है, जिससे त्वचा स्वस्थ और साफ रहती है। इसके अलावा, इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जो त्वचा की उम्र बढ़ने के लक्षणों जैसे झुर्रियों और फाइन लाइन्स को कम करने में सहायक होते हैं। नाभि में लौंग का तेल लगाने से त्वचा में नमी बनी रहती है, जिससे यह मुलायम और चमकदार बनती है। इस प्रकार, नाभि में लौंग का तेल लगाना त्वचा के स्वास्थ्य और सौंदर्य के लिए एक प्राकृतिक और प्रभावी उपाय है।
5) पेट के लिए लाभदायक
नाभि पर लौंग का तेल लगाने से पेट की सेहत अच्छी रहती है। इस तेल में यूजेनॉल (eugenol) के अलावा, फ्लेवोनोइड्स, टैनिन्स और विटामिन K भी होते हैं जो पेट को ठीक से काम करने में मदद करते हैं। ये तत्व पाचन को मजबूती देते हैं और पेट में गैस, अपच या खाने का सही से न पचने जैसी समस्याओं को दूर करते हैं। एक शोध के अनुसार, एजेनोल पेट में दर्द जैसी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं में आराम देने में मदद कर सकता है।
नाभि में तेल लगाने का तरीका
विधि:(Method)
1) सफाई करें: पहले अपनी नाभि को साबुन और गर्म पानी से धोएं और सुखा लें।
2) नाभि में डालें: अपने अंगूठे को तेल में डिप करें और नाभि में तेल लगाये।
3) मालिश करें: नाभि को हल्के हाथ से मालिश करें।
4) सुखाएं: नाभि में तेल को थोड़ी देर या रात भर सूखने के लिए छोड़ दें।
सावधानियां
1) जांच करें: यह महत्वपूर्ण है कि आप लौंग के तेल को पहली बार इस्तेमाल करने से पहले अपनी कोहनी के अंदरूनी हिस्से या कान के पीछे थोड़ा सा लगाकर जांच लें। इस प्रक्रिया से यह पता चलता है कि आपकी त्वचा पर इस तेल से खुजली, एलर्जी या रंज (किसी प्रकार की जलन) की प्रतिक्रिया तो नहीं हो रही। यदि आपकी त्वचा पर कोई प्रतिक्रिया नहीं होती है, तो इसे सुरक्षित रूप से नाभि पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
2) सही तरीके से इस्तेमाल करें: नाभि में तेल लगाते समय, सुनिश्चित करें कि आपकी नाभि साफ है। तेल को हल्के हाथों से और सही मात्रा में लगाएं। अधिक मात्रा में तेल न लगाएं।
3) चिकित्सक से परामर्श: यदि आप गर्भवती हैं, तो लौंग का तेल इस्तेमाल करने से पहले अवश्य डॉक्टर से सलाह लें। गर्भावस्था में कुछ तेलों का उपयोग सुरक्षित नहीं हो सकता है।
निष्कर्ष
लौंग का तेल वास्तव में एक स्वास्थ्यवर्धक औषधि हो सकता है और यह शरीर के कई हिस्सों के लिए लाभदायक है। फिर भी, इसे इस्तेमाल करने से पहले सावधानी बरतना जरूरी है। खासकर जब इसे नाभि पर लगाने की बात आती है, तो पहले इसकी जांच कर लेनी चाहिए। इसकी जांच करने से यह सुनिश्चित हो जाता है कि इससे आपको कोई नुकसान या एलर्जीक प्रतिक्रिया तो नहीं हो रही है। इससे आप सुरक्षित रूप से इसका उपयोग कर सकते हैं।