घर पर मिनरल वाटर कैसे बनाएं?

Water

बढ़ते प्रदूषण के कारण पानी की शुद्धता पर सवाल उठना लाजमी है। अब जब बरसात का मौसम भी शुरू होने वाला है, तो साफ और शुद्ध पानी का मिलना और भी चुनौतीपूर्ण हो जाता है। ऐसे में हमें बाजार से महंगे मिनरल वाटर खरीदने पड़ते हैं।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप मिनरल वाटर को घर पर भी बना सकते हैं? इससे न केवल आपके पैसे बचेंगे बल्कि प्लास्टिक की बोतलों का कम उपयोग करके पर्यावरण की भी रक्षा होगी। आइए जानते हैं स्टेप बाय स्टेप घर पर मिनरल वाटर कैसे बनाएं।

मिनरल वाटर पीने के फायदे | Benefits of mineral water

मिनरल वाटर पीने से कई स्वास्थ्य लाभ (health benefits drinking mineral water) होते हैं। इसमें कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स होते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं और पाचन को सुधारते हैं।  रजोनिवृत्त महिलाओं में कैल्शियम-समृद्ध मिनरल वाटर पीने से हड्डियों की घनत्व बढ़ती है।

 मिनरल वाटर उच्च रक्तचाप को कम करने में भी मदद करता है क्योंकि इसमें मैग्नीशियम और कैल्शियम होता है। यह हृदय के लिए भी अच्छा है क्योंकि यह खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाता है।

मिनरल वाटर कब्ज को रोकने और ठीक करने में भी मदद करता है क्योंकि यह आंतों को आराम देता है और मल को नरम बनाता है। पर्याप्त पानी पीना पाचन में सुधार करता है और अंतड़ियां को स्वस्थ रखता है।

घर पर मिनरल वाटर कैसे बनाएं | Mineral water at home

नेचुरल मिनरल वाटर (natural mineral water) बनाने के लिए आपको केवल 6 स्टेप्स फॉलो करने की जरुरत है :

1) पानी फ़िल्टर करें:

सबसे पहले, नल के पानी को फ़िल्टर करें ताकि यह साफ़ और पीने योग्य हो जाए । पानी को फ़िल्टर करने का सबसे अच्छा तरीका रिवर्स ऑस्मोसिस (RO) फ़िल्टर है। यदि आपके पास RO फ़िल्टर नहीं है, तो आप सामान्य फ़िल्टर या पिचर फ़िल्टर का उपयोग कर सकते हैं, जो हानिकारक पदार्थों और अन्य अशुद्धियों को हटाता है। इसके अलावा, कार्बन फ़िल्टर भी एक अच्छा विकल्प है जो क्लोरीन, बदबू और अन्य अशुद्धियों को निकालता है।

2) बेकिंग सोडा डालें:

अब 1 लीटर फ़िल्टर किए हुए पानी में 1/4 छोटा चम्मच बेकिंग सोडा डालें। बेकिंग सोडा पानी में सोडियम जोड़ता है। सोडियम एक महत्वपूर्ण इलेक्ट्रोलाइट है जो शरीर में पानी और मिनरल्स के संतुलन को बनाए रखता है। यह पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करता है और एसिडिटी को कम करता है, जिससे पेट में जलन और अपच की समस्या नहीं होती।

3) एप्सम सॉल्ट डालें:

इसके बाद 1/4 छोटा चम्मच एप्सम सॉल्ट डालें। एप्सम सॉल्ट, जिसे मैग्नीशियम सल्फेट भी कहा जाता है, यह पानी में मैग्नीशियम जोड़ता है जो मिनरल हड्डियों और मांसपेशियों के लिए फायदेमंद होता है। एप्सम सॉल्ट पानी की शुद्धता को भी बढ़ाता है, क्योंकि यह बैक्टीरिया को मारता है और पानी को स्वच्छ बनाता है।

Organix Mantra Epsom Bath Salt की quality और texture बहुत ही अच्छा  है। आप इसे मिनरल वाटर के अलावा बाथ सॉल्ट और बॉडी स्क्रब की तरह भी यूज़ कर सकते हैं। यह बॉडी क्लींज़िंग और मसल्स पैन दूर दोनों अच्छे से करता है। आपकी सुविधा के लिए हम नीचे अमेज़न का लिंक दे रहे हैं, आप इसे चेक कर सकते हैं:

4) पोटैशियम बाइकार्बोनेट डालें:

यदि आप चाहें, तो लास्ट में 1/4 छोटा चम्मच पोटैशियम बाइकार्बोनेट डालें। पोटैशियम बाइकार्बोनेट पानी में पोटैशियम जोड़ता है। यह एक महत्वपूर्ण मिनरल है जो शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन को बनाए रखता है। साथ ही, यह बी पी कण्ट्रोल और हार्ट मसल्स स्टॉन्ग बनाने में भी मदद करता है। इसके सेवन से स्ट्रोक का जोखिम कम हो सकता है।

5) अच्छी तरह मिलाएं:

सभी सामग्री को पानी में अच्छी तरह मिलाएं। आप इस मिश्रण को अच्छी तरह से ब्लेंड करने के लिए एक सोडा सिफ़न का उपयोग कर सकते हैं। सोडा सिफ़न एक उपकरण (equipment) है जो कार्बोनेटेड पेय या स्पार्कलिंग पानी बनाने के लिए उपयोग होता है। इसमें एक कार्ट्रिज और हैंडल होता है। पानी को सोडा सिफ़न में डालें, हैंडल को दबाएं और पानी को पूरी तरह से मिश्रित (mix) होने दें।

6) स्टोर करें:

इस मिश्रण को एक साफ़, एयरटाइट कांच या स्टेनलेस स्टील की बोतल में स्टोर करें। सामान्य तापमान पर, यह पानी 2-3 दिनों तक ताज़ा रह सकता है और यदि आप इसे फ्रिज में रखते हैं तो यह अधिक समय तक ताज़ा रहेगा।

FAQs

मिनरल वाटर किसके लिए अच्छा है?

मिनरल वाटर में प्राकृतिक मिनरल्स होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होते हैं। यह हड्डियों को मजबूत करता है, पाचन को सुधारता है, और त्वचा को निखारता है। इसके अलावा, इसमें मैग्नीशियम और कैल्शियम जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स होते हैं जो हृदय स्वास्थ्य और मांसपेशियों के कार्य को भी समर्थन देते हैं।

क्या हम रोज मिनरल वाटर पी सकते हैं?

हां, आप रोज मिनरल वाटर पी सकते हैं। इसमें प्राकृतिक मिनरल्स होते हैं जो आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। हालांकि, इसे संतुलित मात्रा में ही पीना चाहिए ताकि शरीर में किसी भी प्रकार की मिनरल की अधिकता न हो।

मिनरल वाटर को हिंदी में क्या कहते हैं?

मिनरल वाटर को हिंदी में “खनिज जल” कहते हैं।

पानी में कौन सा मिनरल होता है?

पानी में मुख्यतः कैल्शियम, मैग्नीशियम, सोडियम, पोटैशियम, बाइकार्बोनेट, और सल्फेट जैसे मिनरल्स होते हैं।

मिनरल वाटर और साधारण पानी में क्या अंतर है?

मिनरल वाटर में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले मिनरल्स होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं, जबकि साधारण पानी में इन मिनरल्स की मात्रा कम होती है या वे अनुपस्थित हो सकते हैं। इसके अलावा, मिनरल वाटर का स्रोत प्राकृतिक होता है और इसे बोतलबंद किया जाता है।

मिनरल वाटर का मतलब क्या होता है?

मिनरल वाटर का मतलब होता है ऐसा पानी जिसमें प्राकृतिक मिनरल्स और ट्रेस तत्व मौजूद होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। यह पानी प्राकृतिक स्रोतों जैसे झरनों से प्राप्त होता है।

मिनरल वाटर में कौन सा केमिकल होता है?

मिनरल वाटर में कोई अतिरिक्त केमिकल नहीं डाला जाता। इसमें प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले मिनरल्स जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, सोडियम, पोटैशियम, बाइकार्बोनेट और सल्फेट होते हैं।

मिनरल वाटर का तापमान कितना होता है?

मिनरल पानी में कैल्शियम, मैग्नीशियम, और अन्य खनिज होते हैं जो इसके बॉयलिंग पॉइंट को प्रभावित करते हैं। ये खनिज पानी की भौतिक-रासायनिक गुणधर्मों को बदल सकते हैं, जिससे यह 100°C के बजाय 98°C पर उबल सकता है।

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