गोंद कतीरा: गर्मियों में आपका नेचुरल कूलिंग पार्टनर!

Gond

गर्मियों के मौसम में जहां हमें खूबसूरत सूर्योदय और सूर्यास्त का आनंद मिलता है, वहीं इस मौसम की तेज गर्मी और उमस भी हमें परेशान करती है। ऐसे में, गोंद कतीरा एक प्राकृतिक उपहार के रूप में सामने आता है, जो हमें इस गर्मी से राहत दिला सकता है।

इस ब्लॉग के माध्यम से, हम गोंद कतीरा के अनेक फायदों और इसे गर्मी के दिनों में किस प्रकार से उपयोग किया जा सकता है, इस पर विस्तार से बात करेंगे।

गोंद कतीरा | Gond katira in hindi

गोंद कतीरा, जिसे ट्रैगैकैंथ गम भी कहा जाता है, प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला एक प्रकार का गोंद है जो मुख्य रूप से मध्य पूर्व के क्षेत्रों में उगने वाली कांटेदार वनस्पतियों, विशेषकर ट्रैगैकैंथ जीनस के पौधों (gond katira tree) से प्राप्त होता है।

यह गोंद पौधे के तने और जड़ों से निकलने वाले चिपचिपे द्रव से बनता है, जो हवा में सूखने पर गाढ़ा और सख्त हो जाता है। इसे ‘कण्टल’ भी कहा जाता है, क्योंकि यह कांटेदार वनस्पतियों से आता है और यह एक गोंद का रूप है, इसलिए इसके नाम में ‘गोंद’ शब्द शामिल है।  

गोंद कतीरा की पहचान

गोंद कतीरा को पहचानना आसान है। यह आमतौर पर सफेद या हल्के पीले रंग का होता है। इसका टेक्सचर सूखने पर कठोर और बेहद चिपचिपा होता है। जब इसे पानी में भिगोया जाता है, तो यह फूल जाता है और एक जेली जैसी स्थिरता ले लेता है, जिसे खाने में उपयोग किया जा सकता है या विभिन्न पेयों में मिलाया जा सकता है।

गोंद कतीरा का उपयोग प्राचीन समय से खाद्य पदार्थों, दवाओं, और अन्य औद्योगिक अनुप्रयोगों में स्टेबलाइज़र और थिकनिंग एजेंट के रूप में होता आया है। गोंद कतीरा के उपयोग में इसकी शीतलता प्रदान करने की क्षमता मुख्य है, जो गर्मियों में बहुत ही फायदेमंद होती है। इसे अक्सर ठंडाई, लस्सी, या अन्य ठंडे पेयों में मिलाकर पीने से गर्मी से राहत मिलती है और कॉस्मेटिक उत्पादों में भी इसका इस्तेमाल होता है।

अन्य भाषा में नाम 

भाषागोंद कतीरा का नामउच्चारण
gond katira in englishTragacanth Gumट्रैगैकैन्थ गम
gond katira in hindiगोंद कतीरागोंद कतीरा
gond katira in marathiगोंधणगोंधण
gond katira in teluguనల్ల జీడి పిండిनल्ल जीडी पिंडी
gond katira in tamilபேருந்துச்சரக்குपेरुन्तुच्चरक्कु
gond katira in odiaଗୋନ୍ଦ କତିରାगोंद कतिरा
gond katira in bengaliগোন্দ কাটিরাगोंद काटिरा
gond katira in kannadaಗೊಂಡ್ ಕತ್ತಿರगोंड कत्तिर
gond katira in gujaratiગોંદ કતીરાगोंद कतीरा
gond katira in malayalamകൊന്ന പാല്‍कोन्ना पाल

इस तालिका में गोंद कतीरा के विभिन्न नाम शामिल हैं जो अलग-अलग भाषाओं में प्रचलित हैं।

गोंद कतीरा के पोषक तत्व | Gond katira nutrition

गोंद कतीरा का पोषण मूल्य निम्नलिखित चार्ट में दिया गया है:

पोषक तत्वमात्रा प्रति 100 ग्राम
कैलोरी290 किलोकैलोरी
कार्बोहाइड्रेट79 ग्राम
प्रोटीन1.9 ग्राम
वसा0.2 ग्राम
फाइबर1.2 ग्राम
कैल्शियम300 मिलीग्राम
मैग्नीशियम30 मिलीग्राम
फास्फोरस10 मिलीग्राम
पोटेशियम20 मिलीग्राम
सोडियम0 मिलीग्राम

यह चार्ट गोंद कतीरा के प्रमुख पोषक तत्वों की जानकारी प्रदान करता है। गोंद कतीरा मुख्य रूप से कार्बोहाइड्रेट से युक्त होता है और इसमें अच्छी मात्रा में कैल्शियम भी पाया जाता है।

गोंद और गोंद कतीरा में क्या अंतर होता है | Difference between Gond and Gond katira

क्या आप जानते हैं गोंद कतीरा और विभिन्न प्रकार के पेड़ निकलने वाली गोंद दोनों अलग अलग चीज़े है:

विशेषतागोंदगोंद कतीरा
स्रोतगोंद आमतौर पर विभिन्न प्रकार के पेड़ों से प्राप्त होता है जैसे कि बबूल, कीकर, और नीम।गोंद कतीरा विशेष रूप से ट्रैगैकैंथ पौधे से प्राप्त होता है, जो कि कांटेदार वनस्पति होती है।
उपयोगआमतौर पर खाद्य उत्पादों में गाढ़ा करने के लिए, दवाइयों में, और लोक चिकित्सा में इस्तेमाल होता है।खाद्य उत्पादों में जेल बनाने, स्वास्थ्य वर्धक गुणों के लिए, और कॉस्मेटिक उत्पादों में इस्तेमाल होता है।
गुणगोंद के गुण उसके स्रोत पर निर्भर करते हैं, लेकिन यह आमतौर पर गाढ़ा करने वाला और चिपचिपा होता है।गोंद कतीरा ठंडे पानी में घुलने पर जेली जैसा बन जाता है और इसमें शीतलन प्रभाव होता है।
विशेष गुणकुछ प्रकार के गोंद औषधीय गुण रखते हैं, जैसे कि घाव भरने में मदद करना।गोंद कतीरा में लैक्सेटिव गुण होते हैं और यह पेट के लिए लाभकारी होता है, साथ ही यह त्वचा के लिए मॉइस्चराइजर का काम करता है।
तासीरगोंद की तासीर उसके स्रोत के अनुसार भिन्न होती है, कुछ गर्म होती हैं तो कुछ ठंडी।गोंद कतीरा की तासीर ठंडी होती है, जो गर्मियों में शरीर को शीतलता प्रदान करती है।
दिखावटगोंद आमतौर पर सख्त और छोटे क्रिस्टल के रूप में होता है, रंग में पीला से भूरा हो सकता है।गोंद कतीरा आमतौर पर सफेद या हल्के पीले रंग का होता है, और पानी में भिगोने पर इसका आकार बढ़ जाता है।

गोंद कतीरा के फायदे | गोंद कतीरा खाने के फायदे | Gond katira benefits in hindi 

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कतीरा पेड़ से निकलने वाली गोंद को सुखाने के बाद बनता है। पोषण मूल्य की बात करें, तो यह कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉलिक एसिड और प्रोटीन से भरपूर है। कई बीमारियों में कतीरा काफी फायदेमंद होता है लेकिन गर्मी के मौसम में इस गोंद के फायदे अद्भुत हैं। आइये जाने gond katira ke fayde in hindi

1) गर्मियों में गोंद कतीरा बेहद फायदेमंद :

गर्मियों में गोंद कतीरा का उपयोग अत्यंत लाभकारी (benefits of gond katira in summer) होता है, यह शरीर में पानी की मात्रा को बनाए रखने में मदद करता है , इससे शरीर को ठंडक पहुंचाने मदद मिलती है और डिहाइड्रेशन नहीं होता। 

गोंद कतीरा तासीर में ठंडा होता है, जो गर्मियों में बढ़ती शरीर की गर्मी को कम करने में सहायक है। इसलिए यह लू लगने से बचाव करता है, हाथ-पैरों में जलन और मुंह के छालों को भी कम करता है। आप भी इस भीषण गर्मी के मौसम में गोंद कतीरा का इस्तेमाल कर सकते है जिससे आप और आपका परिवार सुरक्षित रहें।

2) गोंद कतीरे से इम्यून स्टॉन्ग करे: 

गोंद कतीरा आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में बेहद फायदेमंद है गोंद में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और फाइबर युक्त तत्व शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता को बढ़ाते हैं और शरीर को हानिकारक मुक्त कणों से लड़ने में सहायता करते हैं साथ ही यह कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने वाले ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से भी बचाते हैं। 

इस प्रक्रिया में, गोंद कतीरा न केवल इम्यून सिस्टम को सक्रिय करता है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि शरीर विभिन्न संक्रमणों, गले का टॉन्सिल  और बीमारियों से अधिक प्रभावी ढंग से लड़ सके।

3) गोंद कतीरा त्वचा के लिए लाभकारी:

अगर आप त्वचा से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या से परेशान हैं, तो आपको गोंद कतीरा का प्रयोग आजमाना चाहिए। यह जानकर आप चकित रह जाएंगे कि गोंद कतीरा त्वचा की समस्याओं को दूर करने में कितनी मदद करता है। इसके सेवन से न सिर्फ ड्राई स्किन की समस्या कम होती है, बल्कि मुहांसे, एक्जिमा, त्वचा की सूजन और जलन जैसी समस्याएँ भी कम होती हैं।

गोंद कतीरा में मौजूद हाइड्रेटिंग, एंटी-इन्फ्लेमेटरी, और लैक्सेटिव गुण इसे त्वचा के लिए एक उत्कृष्ट उपचार बनाते हैं।

 4) बवासीर में गोंद कतीरा के फायदे:

गोंद कतीरा का सेवन बवासीर में विशेष रूप से लाभकारी होता है क्योंकि इसमें उच्च मात्रा में फाइबर होता है। यह न केवल पाचन को बेहतर बनाता है बल्कि मल को नरम करने में मदद करता है, जिससे मल त्याग के दौरान दर्द और असुविधा कम होती है। 

इसके लैक्सेटिव गुण आंतों की गतिशीलता को सुधारते हैं, जिससे बवासीर की स्थिति में सूजन और जलन कम होती है। इस प्रकार, कब्ज और बवासीर से राहत पाने में इसका इस्तेमाल किया जाता है।

5) गोंद कतीरे का सेवन ऊर्जा बढ़ाए :

गोंद कतीरा शरीर के खून को सही ढंग से संचालित करने में मदद करता है, इसमें मौजूद प्रोटीन और फॉलिक एसिड से कमजोरी दूर होती है। गोंद कतीरा शरीर की ऊर्जा की बढ़ोतरी करता है, जिससे आप अधिक सक्रिय और तरोताजा महसूस करते हैं।

6) शुगर में गोंद कतीरा के फायदे:

गोंद कतीरा में मौजूद प्राकृतिक गुण रक्त शर्करा के स्तर को स्थिर रखने में मदद करते हैं, जिससे यह डायबिटीज़ के रोगियों के लिए बहुत लाभकारी होता है। इसके फाइबर समृद्ध सामग्री से पाचन प्रक्रिया धीमी हो जाती है, जिससे भोजन के बाद ग्लूकोज की रिलीज़ में समय लगता है और शुगर स्पाइक्स से बचाव होता है। इस तरह गोंद कतीरा मधुमेह या शुगर में भी फायदे मिलते  है।

7) गोंद कतीरा का सेवन हड्डियों के लिए: 

गोंद कतीरा में प्रोटीन और फॉलिक एसिड के साथ-साथ कैल्शियम और मैग्नीशियम भी पाया जाता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डी संबंधित बीमारियों के खतरे को कम करने में फायदेमंद होता है।

यह हड्डियों के घनत्व को बढ़ाने और उन्हें स्वस्थ रखने में सहायक होता है, जिससे चोट लगने की संभावना कम होती है और हड्डियाँ लंबे समय तक मजबूत रहती हैं। आप भी गोंद कतीरा के सेवन से अपनी हड्डियों को मजबूत कर सकते हैं।

8)  गोंद कतीरा के फायदे धातु रोग में:

गोंद कतीरा में पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है, जैसे कि विटामिन्स, मिनरल्स, फाइबर और अन्य महत्वपूर्ण तत्व जो समग्र स्वास्थ्य और विशेष रूप से यौन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में योगदान देते हैं। और सेक्स लाइफ से जुड़ी पुरुषों की समस्याओं (gond katira benefits for male) को भी कम करने में मदद करता है।

गोंद कतीरा का नियमित सेवन वीर्य की मात्रा और गुणवत्ता को सुधारने में मदद कर सकता है। इसके प्राकृतिक गुण शरीर की ताकत बढ़ाने और वीर्य की दृढ़ता को बढ़ाने में सहायक होते हैं, जिससे धातु रोग के लक्षणों में कमी आती है। 

9) मासिक धर्म और मेनोपॉज़ में लाभकारी

 हार्मोनल संतुलन में सहायक होने के साथ-साथ गोंद कतीरा मासिक धर्म और मेनोपॉज़ में भी लाभकारी होता है क्योंकि इसमें मौजूद प्राकृतिक तत्व हार्मोन के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। यह पेट की गड़बड़ी और मेनोपॉज़ के दौरान आम तौर पर होने वाली गर्मी की लहरों और मूड स्विंग्स को कम करने में सहायक होता है।

 इसके पोषक तत्वों में विटामिन, मिनरल्स, प्रोटीन और फाइबर शामिल हैं, जो महिलाओ की  (gond katira benefits for female )ओवरऑल हेल्थ और वेलबींग को सपोर्ट करते हैं।

गोंद कतीरा कैसे खाएं | How to use gond katira

कतीरा गोंद खाने और लगाने दोनों तरह से फायदेमंद होता है। गोंद कतीरा को निम्न तरीके से उपयोग कर सकते है:

  • शरबत में मिलाकर: 10 से 20 ग्राम गोंद कतीरा को रात को सोने पानी में भिगोकर रख दें और सुबह उसी पानी में मिश्री मिलाकर शर्बत बनाकर पिएं।
  • कतीरा गोंद, दूध और मिश्री: 10 ग्राम से 20 ग्राम गोंद कतीरा और मिश्री को साथ में पीस कर 2 चम्मच दूध में मिलाकर पीने से फायदा होता है।
  • गोंद कतीरा पेस्ट:  गोंद कतीरा का पेस्ट छालों पर कुछ मिनट तक लगाए रखने से दर्द और सूजन में बहुत आराम मिलता है। 
  • देसी डेजर्ट्स में: गोंद कतीरा पाउडर का इस्तेमाल फालूदा, कुल्फी और अन्य भारतीय मिठाईयों में किया जा सकता है। यह पाउडर आसानी से घुल जाता है, जिससे मिठाईयों को एक अनोखा स्वाद और बनावट मिलती है।
  • शहद / गुड़, दूध में गोंद कतीरा: एक चम्मच गोंद कतीरा रात भर एक गिलास पानी में भिगो दें। इसके बाद, एक गिलास दूध में शहद / गुड़ (थोड़ा) के साथ सेवन करें।
  • गोंद कतीरा पानी : 10 से 20 ग्राम कतीरा को पानी में घोलकर और चाहें तो थोड़ा नींबू या शहद मिलाकर पीना भी एक स्वास्थ्यवर्धक तरीका हो सकता है।
  • गोंद के लड्डू: कतीरा गोंद के लड्डू बनाए जा सकते हैं और इन्हें खाने से कमजोरी और माहवारी की गड़बड़ी में सुधार होता है। ये लड्डू पोषण से भरपूर होते हैं और महिलाओं की सेहत के लिए विशेष रूप से लाभकारी होते हैं।
  • लेप:  2 भाग कतीरा और 2 भाग नानख्वा को बारीक पीसकर धनिये के पत्तों के रस में मिलाकर प्रतिदिन गले पर लेप करने से गले की गांठ (टॉन्सिल ) में आराम मिलता है। 
  • फेस पैक : गोंद कतीरा को पानी में भिगोकर, पीस लें। इसमें गुलाब जल मिलाएं और पेस्ट बनाकर त्वचा पर लगाएं। 20  मिनट बाद धो लें।

गोंद कतीरा कब खाना चाहिए | Gond katira kab khana chahiye

गोंद कतीरा का सेवन सही समय पर करने से इसके स्वास्थ्य लाभ अधिकतम हो सकते हैं। यहां कुछ सुझाव दिए जा रहे हैं कि गोंद कतीरा कब खाना चाहिए:

  • सुबह के समय: गोंद कतीरा को सुबह में खाली पेट पर लेना सबसे अच्छा होता है। यह पाचन क्रिया को दुरुस्त करने में मदद करता है।
  • गर्मियों के दौरान: गर्मियों में गोंद कतीरा का सेवन दिन के किसी भी समय किया जा सकता है, खासकर दोपहर या शाम को, जब गर्मी अपने चरम पर हो। इससे शरीर को ठंडक मिलती है और हीट स्ट्रोक से बचाव होता है।
  • बीमारी के दौरान: अगर आपको डिहाइड्रेशन की समस्या हो या पेट संबंधी कोई विकार हो, तो गोंद कतीरा का सेवन करना चाहिए। इसे दिन में एक बार, विशेषकर दिन के पहले हाफ में लेना चाहिए।

गोंद कतीरा कितने दिन तक खाना चाहिए | Gond katira kitne din khana chahiye

गोंद कतीरा का सेवन कितने दिनों तक करना चाहिए, यह आपके स्वास्थ्य लक्ष्यों और शरीरिक जरूरतों पर निर्भर करता है। आमतौर पर, गोंद कतीरा का सेवन किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट्स से मुक्त होता है जब इसे संयम में और सही मात्रा में लिया जाता है। हालांकि, कुछ सामान्य सुझाव इस प्रकार हैं:

  • शॉर्ट टर्म यूसेज: अगर आप गोंद कतीरा का सेवन किसी विशेष समस्या जैसे कि डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक या पाचन समस्याओं के लिए कर रहे हैं, तो आप इसे १-२ सप्ताह तक ले सकते हैं।
  • लॉन्ग टर्म यूसेज: अगर आप गोंद कतीरा का सेवन अधिक सामान्य स्वास्थ्य लाभ, जैसे कि त्वचा की सुंदरता बढ़ाने या लंबे समय तक ऊर्जा स्तर में सुधार के लिए कर रहे हैं, तो इसे अधिक समय तक, कई महीनों तक भी ले सकते हैं।
  • आवश्यकतानुसार: कुछ लोग वर्ष के विशेष समय, जैसे कि गर्मियों में, गोंद कतीरा का सेवन करते हैं ताकि शरीर को ठंडा रखा जा सके।

गोंद कतीरा खाने के नुकसान | Gond katira side effects

गोंद कतीरा कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है, लेकिन इसका अत्यधिक सेवन कुछ नुकसान भी कर सकता है। यहां गोंद कतीरा खाने के कुछ संभावित नुकसान दिए गए हैं:

  • एलर्जिक प्रतिक्रिया: कुछ लोगों को गोंद कतीरा से एलर्जी हो सकती है। इसके सेवन से खुजली, चकत्ते, सांस की तकलीफ या अन्य एलर्जिक प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं।
  • दवाओं के साथ इंटरैक्शन: गोंद कतीरा कुछ दवाइयों के साथ प्रतिक्रिया कर सकता है, खासकर वे दवाइयां जो रक्तचाप और शुगर लेवल को प्रभावित करती हैं।
  • गर्भावस्था में जोखिम: गर्भावस्था के दौरान गोंद कतीरा का सेवन (gond katira in pregnancy) करना सुरक्षित नहीं हो सकता है क्योंकि इसके घटक गर्भवती महिला या भ्रूण पर अवांछित प्रभाव डाल सकते हैं। इसलिए गर्भावस्था में इसके सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
  • सांस की तकलीफें: गोंद कतीरा का सेवन करने से कुछ व्यक्तियों को सांस संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, खासकर जिन्हें इससे एलर्जी हो।

निष्कर्ष 

गोंद कतीरा के फायदे (gond katira health benefits  ) अनेक हैं और इसका सेवन गर्मियों में विशेष रूप से फायदेमंद होता है क्योंकि यह तेज गर्मी में शरीर को सुकून देता है। साथ ही, यह पाचन को सुधारने, त्वचा की स्वास्थ्य को बढ़ाने, और विभिन्न रोगों में लाभकारी होने के कारण एक उत्कृष्ट आहार सप्लीमेंट भी माना जाता है। लेकिन इसको खाने की सही मात्रा में और सही तरीके का ध्यान रखना चाहिए क्योंकि गोंद कतीरा का अत्यधिक उपयोग हानिकारक हो सकता है।

इसके अलावा, एलर्जी और स्वास्थ्य स्थिति की जाँच अवश्य कर लेनी चाहिए और यदि कोई स्वास्थ्य जोखिम हो तो चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए। अंततः, गोंद कतीरा आपकी दिनचर्या में एक स्वस्थ जोड़ बन सकता है, जो आपको एक संतुलित और स्वस्थ जीवनशैली की ओर ले जाए।

FAQ

क्या गोंद कतीरा से वजन बढ़ता है?

गोंद कतीरा से वजन बढ़ने की संभावना नहीं होती क्योंकि यह कैलोरी में कम होता है और इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है। यह पाचन को बेहतर बनाता है और भूख को नियंत्रित कर सकता है, जिससे यह वजन नियंत्रण में सहायक होता है। रोजाना , एक चम्मच कतीरा को रात भर पानी में भिगोएं, सुबह इसे खाली पेट खाएं।

कतीरा को इंग्लिश में क्या कहते हैं?

कतीरा को अंग्रेजी में “Tragacanth Gum” कहा जाता है। यह एक प्रकार का प्राकृतिक गम है जो ट्रैगैकैंथ श्रेणी के पौधों से प्राप्त होता है और खाने के सामान, दवाइयाँ, और विभिन्न उद्योगों में उपयोगी होता है।

खाली पेट गोंद कतीरा खाने से क्या होता है?

खाली पेट गोंद कतीरा खाने से पाचन सुधारने में मदद मिलती है। यह आंतों की सफाई में सहायक होता है और डिहाइड्रेशन से बचाव करता है। इससे पेट संबंधी कई समस्याएं जैसे कि कब्ज और एसिडिटी में राहत मिल सकती है।

गम बबूल और गोंद कतीरा में क्या अंतर है?

गम बबूल और गोंद कतीरा दोनों प्राकृतिक गम होते हैं, लेकिन गम बबूल बबूल के पेड़ से प्राप्त होता है, जबकि गोंद कतीरा ट्रैगैकैंथ पौधों से आता है। गोंद कतीरा में शीतलन और हाइड्रेटिंग गुण होते हैं जबकि गम बबूल मुख्य रूप से औद्योगिक उपयोगों के लिए होता है।

गोंद कतीरा price कितना है ?

गोंद कतीरा की कीमत विभिन्न कारकों जैसे कि ब्रांड, गुणवत्ता, और खरीदने की जगह पर निर्भर करती है। आम तौर पर, गोंद कतीरा का मूल्य प्रति किलोग्राम 500 रुपये से 1500 रुपये के बीच हो सकता है। यह भारतीय बाजार में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों जगहों पर उपलब्ध है। यदि आप गोंद कतीरा खरीदने की सोच रहे हैं, तो स्थानीय बाजार या ऑनलाइन स्टोर्स की कीमतों की तुलना करना उचित होगा।

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