स्ट्रेच मार्क्स से छुटकारा पाने के 5 घरेलू उपाय!
स्ट्रेच मार्क्स एक आम समस्या है जो महिलाओं को प्रेग्नेंसी के बाद होती है। लेकिन क्या आपको पता है कि यह समस्या पुरुषों में भी पाई जाती है? जी हां, सुनकर हैरान हो जाएंगे लेकिन यह सच है। पुरुषों में भी स्ट्रेच मार्क्स हो सकते हैं, खासकर जब उनका वजन तेजी से बढ़ता या घटता है, या वे भारी वर्कआउट करते हैं।
स्ट्रेच मार्क्स हमारे आत्मविश्वास को प्रभावित कर सकते हैं। पर चिंता करने की जरूरत नहीं है। यहाँ हम आपके लिए कुछ अनोखे और प्रभावी घरेलू उपाय (home remedies for stretch marks) लेकर आए हैं, जो विज्ञान और आयुर्वेद के ज्ञान पर आधारित हैं। आइये विस्तार से जानिए स्ट्रेच मार्क्स को हटाने के घरेलू नुस्खे ।
स्ट्रेच मार्क | Stretch marks in hindi
स्ट्रेच मार्क्स तब होते हैं जब हमारी त्वचा अचानक खिंचती है जैसे कि गर्भावस्था में, जब वजन तेजी से बढ़ता या घटता है, किशोरावस्था में होने वाले हार्मोनल बदलावों के दौरान, या जब जिम में कठिन व्यायाम करते हैं। इन सभी स्थितियों में त्वचा पर ज़ोर पड़ता है और इलास्टिन व कोलेजन फाइबर टूट जाते हैं, जिससे स्ट्रेच मार्क्स बन जाते हैं।
स्ट्रेच मार्क्स हटाने के घरेलू उपाय | Stretch marks treatment
यदि आप भी अपने स्ट्रेच मार्क्स से परेशान है तो अपनाये इन घरेलू उपायों (home remedies to remove stretch mark) को जो आपके स्ट्रेच मार्क हटाने के साथ साथ स्किन को नरम और चमकदार भी बनायेगे :
1) कॉफी और नारियल तेल स्क्रब:
कॉफी: कॉफी के दानों में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा के रक्त प्रवाह को बढ़ाकर उसे पुनर्जीवित करते हैं और मरम्मत में सहायता करते हैं। इसका प्रयोग त्वचा को एक्सफोलिएट करने और उसकी बनावट में सुधार लाने के लिए किया जाता है।
नारियल तेल: नारियल का तेल त्वचा को गहराई से मॉइस्चराइज करता है और उसकी इलास्टिसिटी बढ़ाता है, जिससे त्वचा नमी युक्त और लचीली बनती है। यह त्वचा की जलन को कम करने और ठंडक प्रदान करने में भी सहायक होता है।
सामग्री: 1/2 कप कॉफी पाउडर, 1/4 कप नारियल तेल
तरीका: कॉफी पाउडर और नारियल तेल को मिलाकर एक पेस्ट बनाएं। इस मिश्रण को स्ट्रेच मार्क्स पर 5-10 मिनट के लिए गोलाकार मुद्रा में स्क्रब करें। फिर गुनगुने पानी से धो लें। इसे सप्ताह में 2-3 बार उपयोग करें।
2) पपीता और शहद का मास्क:
पपीता: पपीता में मौजूद पपेन एंजाइम त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने में सहायक होता है, और यह त्वचा की नमी को बरकरार रखते हुए उसे पोषित करता है।
शहद: शहद में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को पुनर्जीवित और मॉइस्चराइज करते हैं, जिससे त्वचा की चमक बढ़ती है। आयुर्वेद में भी शहद का उपयोग त्वचा को प्राकृतिक रूप से नरम और मुलायम बनाने के लिए किया जाता है।
सामग्री: 1 कप पपीता पेस्ट, 1 चम्मच शहद
तरीका: पपीते का पेस्ट बनाकर उसमें शहद मिलाएं। इस मिश्रण को स्ट्रेच मार्क्स पर 15-20 मिनट तक लगाएं। फिर ठंडे पानी से धो लें। इसे नियमित रूप से उपयोग करें।
3) आलू और दूध का पेस्ट:
आलू: वैज्ञानिक दृष्टिकोण के अनुसार, आलू में प्राकृतिक ब्लीचिंग गुण होते हैं जो त्वचा की रंगत में सुधार करते हैं। आयुर्वेद में आलू का प्रयोग त्वचा की सूजन को कम करने और उसे नमी प्रदान करने के लिए किया जाता है।
दूध: दूध त्वचा को हाइड्रेट करने के साथ-साथ पोषण भी प्रदान करता है, जिससे त्वचा की कोमलता बढ़ती है और यह साफ और स्वस्थ रहती है।
सामग्री: 1 आलू, 2 चम्मच कच्चा दूध
तरीका: आलू को कद्दूकस करके उसमें दूध मिलाएं। इस मिश्रण को स्ट्रेच मार्क्स पर 15-20 मिनट तक लगाएं। फिर ठंडे पानी से धो लें। इसे आप रोज लगा सकते हैं।
4) एलोवेरा और नींबू का रस:
एलोवेरा: वैज्ञानिक अध्ययनों के अनुसार, एलोवेरा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को पुनर्जीवित और हाइड्रेट करते हैं। आयुर्वेद में, इसका उपयोग त्वचा की हीलिंग प्रक्रिया को तेज करने और उसे गहराई से हाइड्रेट करने के लिए किया जाता है।
नींबू: नींबू में विटामिन सी की प्रचुरता त्वचा की रंगत में सुधार लाती है। आयुर्वेद में इसे त्वचा की टोन को सुधारने और त्वचा को चमकदार बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है, साथ ही यह त्वचा को साफ और ताजा बनाता है।
सामग्री: 1 चम्मच एलोवेरा जेल, 1 चम्मच नींबू का रस
तरीका: बराबर मात्रा में लेकर नींबू के रस और एलोवेरा जेल को स्ट्रेच मार्क्स पर लगाएं 20 मिनट तक इसे छोड़ दें, फिर ठंडे पानी से धो लें।
5) चीनी और बादाम का तेल:
चीनी: विज्ञान के अनुसार, चीनी एक प्राकृतिक एक्सफोलिएंट है जो त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाती है और उसे साफ करती है। आयुर्वेद में भी चीनी का प्रयोग त्वचा की सफाई और उसे निखारने के लिए किया जाता है।
बादाम का तेल: बादाम का तेल त्वचा को नरम और मुलायम बनाने के साथ ही इलास्टिसिटी बढ़ाता है। आयुर्वेद में इसे त्वचा की गहराई से नमी प्रदान करने और उसे पोषण देने के लिए प्रयोग किया जाता है, जिससे त्वचा स्वस्थ रहती है।
सामग्री: 1 चम्मच चीनी, 2 चम्मच बादाम का तेल
तरीका: चीनी और बादाम के तेल (badam oil) को मिलाकर पेस्ट बनाएं। इस मिश्रण को स्ट्रेच मार्क्स पर 5-10 मिनट के लिए गोलाकार मुद्रा में स्क्रब करें। फिर गुनगुने पानी से धो लें। इसे सप्ताह में 2-3 बार उपयोग करें।
स्ट्रेच मार्क्स हटाने के लिए घरेलू क्रीम
स्ट्रेच मार्क्स से छुटकारा पाने के लिए आप घर पर एक प्राकृतिक क्रीम बना सकते हैं। इसके लिए 1/2 कप शिया बटर, 1/2 कप जैतून का तेल (olive oil), 2 चम्मच विटामिन E ऑयल, 1/4 कप एलोवेरा जेल, और 10-15 बूंदें लैवेंडर एसेंशियल ऑयल लें।
शिया बटर और जैतून का तेल को एक डबल बॉयलर या माइक्रोवेव में धीमी आंच पर पिघलाएं ताकि दोनों सामग्री अच्छी तरह से मिल जाएं। फिर पिघले हुए मिश्रण में विटामिन E ऑयल और एलोवेरा जेल मिलाएं और अच्छी तरह से मिलाएं। इसके बाद लैवेंडर एसेंशियल ऑयल डालें और फिर से अच्छी तरह मिलाएं।
अब इस मिश्रण को कुछ समय के लिए फ्रिज में रखें ताकि यह ठंडा होकर गाढ़ा हो जाए। ठंडा होने पर, इसे एक इलेक्ट्रिक मिक्सर या हैंड ब्लेंडर से फेंटें जब तक कि यह हल्का और फूला हुआ न हो जाए। तैयार क्रीम को एक साफ और सूखे जार में स्टोर करें और ठंडी और सूखी जगह पर रखें।
स्ट्रेच मार्क्स क्रीम कब लगाना चाहिए
स्ट्रेच मार्क्स को दूर करने के लिए स्ट्रेच मार्क्स वाली क्रीम को सही समय पर लगाना जरूरी है। इस क्रीम को दिन में दो बार लगाना सबसे प्रभावी होता है:
स्नान के बाद: स्नान के तुरंत बाद त्वचा साफ और नम होती है, जिससे क्रीम अच्छी तरह से अवशोषित हो जाती है। यह समय क्रीम लगाने के लिए सबसे उपयुक्त होता है।
सोने से पहले: रात में सोने से पहले क्रीम लगाने से इसे लंबे समय तक त्वचा पर काम करने का समय मिलता है। यह त्वचा को रात भर हाइड्रेट और पुनर्जीवित करने में मदद करता है।
घरेलू उपायों की मदद से आपको स्ट्रेच मार्क्स को हल्का करने में मदद मिल सकती है। ये घरेलू उपाय न केवल सुरक्षित और प्रभावी हैं, बल्कि इन्हें आसानी से घर पर ही तैयार किया जा सकता है। नियमित उपयोग और धैर्य से आप अपनी त्वचा में सकारात्मक बदलाव देख सकते हैं, जिससे आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और धीरे धीरे आपके स्ट्रेच मार्क्स पूरी तरह से गायब हो जाएगे ।
FAQs
शोधकर्ताओं ने पाया है कि विटामिन डी के कम स्तर और स्ट्रेच मार्क्स के बीच एक संबंध है। यह बताता है कि सूरज की रोशनी से पर्याप्त विटामिन डी प्राप्त करने से स्ट्रेच मार्क्स कम हो सकते हैं।
वजन घटने के बाद स्ट्रेच मार्क्स पतले, लम्बे और लाल या बैंगनी रंग के हो सकते हैं। समय के साथ, ये निशान सफेद या चांदी जैसे रंग में बदल सकते हैं। ये आमतौर पर पेट, जांघ, बांह और पीठ पर दिखाई देते हैं।
पीने के पानी और स्ट्रेच मार्क्स के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है, लेकिन हाइड्रेटेड रहने से त्वचा की समग्र स्थिति में सुधार होता है। यह आपकी त्वचा की देखभाल का महत्वपूर्ण हिस्सा होना चाहिए क्योंकि पानी पीने से त्वचा कोमल और स्वस्थ दिखती है।
गर्भावस्था के दौरान स्ट्रेच मार्क्स (stretch marks during pregnancy) आमतौर पर दूसरे और तीसरे तिमाही में आते हैं। यह तब होता है जब पेट तेजी से बढ़ता है और त्वचा खिंचने लगती है, जिससे स्ट्रेच मार्क्स उत्पन्न होते हैं। यह निशान पेट, स्तन, जांघ और नितंबों पर अधिक दिखाई देते हैं।
स्ट्रेच मार्क्स के लिए “लेजर थेरेपी” और “माइक्रोडर्माब्रेशन” जैसी सर्जरी विकल्प होते हैं। लेजर थेरेपी से त्वचा की ऊपरी परत को हटाया जाता है, जिससे नई त्वचा उभरती है। माइक्रोडर्माब्रेशन से त्वचा की ऊपरी परत को धीरे-धीरे एक्सफोलिएट किया जाता है, जिससे स्ट्रेच मार्क्स की गहराई कम होती है। इसके अलावा, “एब्डोमिनोप्लास्टी” (टमी टक) भी एक विकल्प है, जिसमें पेट की त्वचा को कसने के लिए सर्जरी की जाती है।